2022 में रूस के 07 ओलिगार्क्स ने कथित तौर पर आत्महत्या की है. उनमें से 06 ने रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अपनी जान ली है. अगर इन मामलों को विस्तार में देखा जाए तो दाल का कालापन साफ़ पता चलता है. किसी ने अपने घरवालों को मारने के बाद फांसी लगा ली. कोई छुट्टी मनाने देश से बाहर गया और होटल के कमरे में उसकी लाश मिली. एक की मौत स्कीइंग के दौरान हो गई. मरने वाले सारे ओलिगार्क्स रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी रहे हैं. ये लोग पुतिन की सत्ता में ईंधन भरते हैं. यूक्रेन पर हमले के बाद से पश्चिमी देशों ने इन लोगों पर प्रतिबंध लगाए हैं. दिलचस्प बात ये है कि इस साल सुसाइड करने वाले सातों ओलिगार्क्स इन प्रतिबंधों के दायरे में नहीं थे. यानी, पश्चिमी देशों को उनसे चिंता नहीं थी. इसको लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. क्या हत्या को सुसाइड का जामा पहनाया जा रहा है? क्या इन संदिग्ध मौतों के पीछे पुतिन का हाथ है? क्या आने वाले दिनों में ऐसे और मामले देखे जा सकते हैं? इन्हीं सवालों के बीच आज हम जानेंगे, ओलिगार्क्स कौन होते हैं और पुतिन को सत्ता में बनाए रखने में उनकी क्या भूमिका है? इस साल 07 ओलिगार्क्स की संदिग्ध मौतों की मिस्ट्री क्या है? और, इन मौतों से किसे फायदा होगा? देखें वीडियो.
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