शौक बड़ी चीज होती है. शायद इसका अंदाजा स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को शुरू से था. तभी तो फ्लैगशिप स्मार्टफोन के नाम पर हमेशा मोटी कीमत वसूली गई. नैनो याद है न…. अरे वही टाटा नैनो…लखटकिया कार. उसका जमाना तो चला गया है. अब दिन हैं लखटकिया हैंडसेट के. देखा जाए तो फोन लाख क्या उससे भी ज़्यादा महंगे आने लगे हैं. लेकिन हर कोई उसे खरीद सके ऐसा भी नहीं है तो फिर शौक का क्या? वो भी तो पूरा करना ही है. ऐसे में आता है रामबाण इलाज. सेकेंड हैंड स्मार्टफोन. सस्ता तो मिलेगा लेकिन हमारी कही मानी तो अच्छा मिलने के भी पूरे चांस हैं. देखें वीडियो.