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ये चार लड़के 'झामफाड़' प्रोडक्ट लाए हैं, क्या Jio की दुकान बंद हो जाएगी?

लड़के ऐसा किफायती लैपटॉप लेकर आए हैं, जो एंड्रॉयड पर चलता है.

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Shark Tank India Season 2: Delhi-based start-up Primebook bags Rs 75 lakh funding
प्राइम बुक टीम (image-primebook)
17 जनवरी 2023 (Updated: 18 जनवरी 2023, 10:53 IST)
Updated: 18 जनवरी 2023 10:53 IST
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चार यंग लड़के मिलकर अगर Reliance Jio जैसी बड़ी कंपनी से टक्कर लेने की बात करें तो? आपको शायद विश्वास ना हो! लेकिन हम कहें कि लड़कों ने जिगरा दिखाया, भिड़ गए और पहली सीढ़ी भी चढ़ गए हैं, तो शायद आप कुर्सी से उछल जाओगे. बंधु ऐसा हुआ है और जगह है शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 (Shark Tank India Season 2). क्या हुआ और कैसे, वो हम आपको बताते हैं.

वैसे अगर बात करें जियो की तो कंपनी साल भर चर्चा में बनी ही रहती है. अभी 5G कवरेज को लेकर खबरों में बनी हुई है. रोज ही एक नया शहर जुड़ रहा है. लेकिन कंपनी के तमाम प्रोडक्ट्स के बीच एक प्रोडक्ट कोई खास कारनामा नहीं कर पाया. आने के पहले खूब बात हुई, लेकिन असल प्रोडक्ट जब बाहर आया तब शायद किसी को पसंद नहीं आया. तमाम टेक एक्सपर्ट से लेकर दूसरे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता प्रतीत हुआ. हम बात कर रहे हैं कंपनी के किफायती लैपटॉप JioBook की. कब आया कब गया, पता ही नहीं चला. खैर, JioBook की किताब बंद करते हैं और Primebook के पन्ने पलटते हैं. क्योंकि ये तकरीबन वैसा ही प्रोडक्ट है.

प्राइमबुक एक एंड्रॉयड बेस्ड लैपटॉप है, जिसको डेवलप किया है अमन, पंकज, उमंग और चित्रांशु ने. चारों ने मिलकर PrimeOS  नाम से एक इंडियन ऑपरेटिंग सिस्टम भी बनाया है. इस ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया भर के 140 देशों में 30 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है. अब आपको लगेगा, ये क्या बला है तो गूगल भी ChromeOS के नाम से ऐसा ही एक सिस्टम बनाता है, जो विशेषकर पुराने लैपटॉप में बढ़िया से चलता है. PrimeOS पर बेस्ड प्राइम बुक एक ऐसा लैपटॉप है जो एंड्रॉयड के सारे ऐप्स को बहुत आसानी से लैपटॉप पर रन करता है.

अब आप सवाल करेंगे कि भईया ऐसा तो विंडोज लैपटॉप में भी होता है. आप सही कह रहे हैं, लेकिन उसके लिए चाहिए होगा विंडोज 11. पैसे भी ठीक-ठाक लगेंगे और यहीं प्लस पॉइंट मिल जाते हैं प्राइमबुक को. प्राइम बुक की कीमत है 15 हजार रुपये. वैसे अगर बात करें स्पेसिफिकेशन की तो ये एक 4G सिम इनेबल डिवाइस है. 11.6 इंच की एचडी स्क्रीन और 64 जीबी का इन्टर्नल स्टोरेज. 12 घंटे की बैटरी लाइफ का वादा भी. वैसे चारों ने तो अपनी पिच में बोल भी दिया कि एंड्रॉयड ऐप्स विंडोज पर नहीं चलते. लेकिन ये पूरी तरीके से सही नहीं है.

शार्क टैंक के चारों जजों को डिवाइस पसंद आया. हालांकि, सभी के पास कई सारे काउंटर सवाल भी थे. जैसे एक अच्छा लैपटॉप 21 हजार में मिल जाएगा या फिर एंड्रॉयड को बड़ी स्क्रीन ही तो मिली है. सारी बातों के बीच गरारी वहीं फसी, जहां फसनी चाहिए. मतलब फंडिंग का क्या?

यहां सब पलट गया. पहला ऑफर आया बोट वाले अमन गुप्ता से. फिर आया विनीता का काउंटर ऑफर. लेंसकार्ट वाले पीयूष कहां पीछे रहते. अनुपम मित्तल भी चेक लेकर खड़े नजर आए. मामला इतना दिलचस्प हो गया कि शार्क नमिता ने चारों से काउंटर ऑफर देने को कहा. बहरहाल, थोड़ी नोकझोंक के बाद शार्क पीयूष और अमन ने 3 प्रतिशत हिस्सेदारी 75 लाख रुपये में ले ली. कंपनी की वैल्यू हुई 25 करोड़ रुपये.

अगर आपको लग रहा कि जियो से मुकाबला सिर्फ हमारे दिमाग में है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं. बल्कि जब शार्क विनीता ने पूछा कि जियो बुक आ रहा है और वो आपको फाड़कर खा जाएगा. तब चित्रांशु के पास सारे जवाब थे. उन्होंने तो बाकायदा पूरी प्लानिंग भी बताई और कहा हम जियो से भिड़ने को तैयार हैं. अब आगे क्या होगा, वो भविष्य की गर्त में. फिलहाल तो दो बड़े शार्क Primebook की किताब में नए चैप्टर लिखने को रेडी हैं.

वीडियो: शार्क टैंक में दो बच्चों की 'मम्मी' ने ऐसा क्या कहा कि जज आपस में भिड़ गए?

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