Galaxy Z flip 5: अजीब लुक, कामचलाऊ बैटरी-कैमरा, कीमत 1 लाख, तब भी लेना क्यों बनता है?
हम बात कर रहे हैं सैमसंग के फ़्लैगशिप डिवाइस Galaxy Z Flip 5 की. हमने फोन को तकरीबन तीन महीने इस्तेमाल करके देखा. चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि फ्लिप ने कितने फ्लिप मारे हैं पिछले पांच साल में.

एक स्मार्टफोन है. देखने में अजीब है. स्क्रीन भी कोई शानदार-जबरदस्त-जिन्दाबाद फीलिंग नहीं देती. बैटरी भी कोई खास नहीं और कैमरा तो आजकल के फ़्लैगशिप से कोसों दूर है. कीमत भी पूरे 1 लाख रुपये. मतलब कमियां ही कमियां. लेकिन साल 2023 में ये फोन खूब चर्चा में रहा. इतना ज्यादा कि इस साल के ‘Phone Of The Year’ का सबसे बड़ा दावेदार है. ऐसा इसलिए, क्योंकि फोन जब इस साल अगस्त में लॉन्च हुआ तो दुनिया ने कहा ‘finally arrived’. हमारी बातें भले आपको कनफूज कर रही होंगी, लेकिन फोन बिल्कुल ऐसा नहीं करेगा क्योंकि...
हम बात कर रहे हैं सैमसंग के फ़्लैगशिप डिवाइस Galaxy Z Flip 5 की. हमने फोन को तकरीबन तीन महीने इस्तेमाल करके देखा. चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि फ्लिप ने कितने फ्लिप मारे हैं पिछले पांच साल में.
डिजाइन फैक्टरसैमसंग फ्लिप फोन तो पिछले पांच सालों से मार्केट में आ रहे हैं, फिर फ्लिप 5 में नया क्या है? नया है इसका कवर डिस्प्ले. अभी तक जितने भी फ्लिप फोन आए उनमें कवर डिस्प्ले सिर्फ नाम के लिए था. नोटिफिकेशन वगैरा देख लो वो भी थोड़ा बहुत. लेकिन फ्लिप 5 में पूरे 3.4 इंच की प्रॉपर स्क्रीन है. इतनी स्क्रीन किसी जमाने में आईफोन की मेन स्क्रीन होती थी.

कवर स्क्रीन से कई सारे काम हो सकते हैं, मसलन यूट्यूब देखा जा सकता है, वॉट्सऐप एक्सेस कर सकते हैं और नोटिफिकेशन एक्सेस में भी कोई दिक्कत नहीं. हालांकि सैमसंग कुछ ही ऐप को कवर स्क्रीन का एक्सेस देता है. मगर Good Lock ऐप स्टोर के जरिए तकरीबन हर ऐप का दरवाजा कवर स्क्रीन के लिए खुल जाता है.
गुड लॉक मतलब सैमसंग का खुद का ऐप स्टोर समझ लीजिए. सेल्फ़ी लेने जैसे काम तो आराम से हो ही जाते हैं. हमने कवर स्क्रीन पर इंस्टाग्राम से लेकर दूसरे ऐप को इस्तेमाल करके देखा और हमें जरूरत भर सारे फीचर मिल गए. एक शब्द में कहें तो कवर स्क्रीन की वजह से फोन को बार-बार ओपन करने की जरूरत नहीं पड़ती है.

बात करें इनर डिस्प्ले की तो वो ओपन रहने पर 6.7 इंच का हो जाता है. मतलब आजकल के स्मार्टफोन जितना. अब सैमसंग का खुद का डिस्प्ले है तो कलर अजस्टमेंट से लेकर बाकी सब चंगा ही होगा. फुल स्क्रीन में नेटफ्लिक्स देखने में मौज आती है, बस क्रीज पर हाथ नहीं लगे.
क्रीज पर हाथ लगता है तो मजा किरकिरा हो जाता है. साफ पता चलता है कि स्क्रीन के दो हिस्से हैं. लेकिन यही क्रीज भविष्य है क्योंकि फ्लिप 1 की तुलना में ये बहुत कम हो गई है.

कैमरा काम चलाऊ फ़ोटो लेता है. मतलब ऐसे आपको कुछ अलग नहीं लगेगा, मगर जब आप सैमसंग के ही दूसरे फ़्लैगशिप जैसे S23 अल्ट्रा या गूगल पिक्सल से तुलना करेंगे तो अंतर साफ समझ में आएगा. बैटरी भी दिनभर नहीं चलेगी, लेकिन चार्ज करने पर रत्ती भर भी गर्म नहीं होती. कहने का मतलब स्नैपड्रैगन Gen 2 प्रोसेसर के साथ सैमसंग ने वाकई कमाल का काम किया है, क्योंकि इस साल लॉन्च हुए कई टॉप फोन गर्म और खूब गर्म तक हो रहे हैं. प्रोसेसर के लिए कंपनी को पूरे नंबर.
सॉफ्टवेयर के मामले में भी सब मक्खन है. एंड्रॉयड का लेटेस्ट वर्जन Android 14 फोन में आ चुका है और One UI 6 काफी रिफ्रेशिंग है. ऐप पर ऐप ओपन किए जाओ, कोई दिक्कत नहीं होती. गैलेक्सी स्टोर और गुड लॉक भी कई सारे ऑप्शन उपलब्ध करवाते हैं.

आपके मन में सवाल होगा कि बस इतना ही क्यों बता रहे, तो जनाब फ्लिप 5 की असल ताकत उसकी कवर स्क्रीन है जिसके बारे में हमने आपको बता दिया. आपके मन में सवाल होगा कि क्या लाख रुपये खर्च करना चाहिए. बिल्कुल, अगर आप कुछ अलग तलाश रहे हैं तो.
कड़वी हकीकत ये है कि पिछले कई सालों में स्मार्टफोन में कुछ नया हुआ नहीं है. ऐसे में फ्लिप अपने आप में अलग पहचान देता है. अगर आपके हाथ में दिखा तो यकीन जानिए लोग पूछेंगे जरूर. मतलब रौला जमाने के लिए सबसे मुफीद डिवाइस.
वैसे बात सिर्फ रौला जमाने की नहीं है. फ्लिप और फोल्ड भविष्य की तकनीक है और फ्लिप 5 उसका शायद सबसे अच्छा उदाहरण है. दिनभर इस्तेमाल में शायद थोड़ी बहुत दिक्कत हो सकती है, मगर तकनीक के शानदार नमूने के लिए इतना तो किया ही जा सकता है.
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