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HP-Google का Chromebook, फीचर्स पढ़कर स्कूल-कॉलेज वाले उछल पड़ेंगे!

HP और Google की साझेदारी से बना क्रोमबुक कितने काम का?

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HP Chromebook review hindi : price, features, availability, specifications
एचपी क्रोमबुक.
17 मई 2023 (Updated: 17 मई 2023, 23:34 IST)
Updated: 17 मई 2023 23:34 IST
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गूगल का नाम लेते ही आमतौर पर सबसे पहले क्या याद आता है? गूगल सर्च, जीमेल, गूगल क्रोम, गूगल फोटोज, गूगल ड्राइव और एंड्रॉयड. लेकिन गूगल का परिचय सिर्फ इतना ही नहीं है. कंपनी उम्दा किस्म के स्मार्टफोन भी बनाती है तो गुब्बारे से इंटरनेट देने का सपना भी देखती है. इतना ही नहीं, टेक दिग्गज लैपटॉप के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम भी बनाती है. विंडोज और Mac OS जैसा पूरा सिस्टम. नाम है क्रोम OS. कोई जुगाड़ वाला OS नहीं है, क्योंकि इस पर बेस्ड लैपटॉप आजकल खूब लोकप्रिय हैं. आज बात ऐसे ही एक लैपटॉप की जिसको गूगल बाबा और HP ने मिलकर डेवलप किया है.

HP-Chromebook

लैपटॉप की बात हो रही तो HP का नाम बता देना ही काफी होगा. तमाम किस्म के लैपटॉप के लिए मौजू ठिकाना. विंडोज बेस्ड लैपटॉप की अच्छी खासी रेंज है लेकिन कंपनी ने अब गूगल से गुलू-गुलू किया है. नतीजा सामने है- HP-Chromebook. क्रोमबुक नोटबुक के बारे में जानने से पहले जरा क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम की कुंडली बांच लेते हैं.

गूगल की तरफ से आने वाला OS, विशेषकर पुराने लैपटॉप को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था. पुराने दम तोड़ते लैपटॉप को अगर मक्खन जैसा बनाना है तो क्रोम OS जिन्दाबाद. पूरे प्रोसेस को यहां क्लिक करके जान लीजिए. अब बात एचपी क्रोमबुक की.

डिजाइन कैसा है?

15.6 इंच साइज के बावजूद क्रोमबुक वजन में हल्का है. सिर्फ 1.69 किलोग्राम वेट की वजह से हाथों में कोई परेशानी महसूस नहीं होती. कंपनी ने इक्वल वेट डिस्ट्रीब्यूशन का बढ़िया ख्याल रखा है. लैपटॉप के साथ बॉक्स में टाइप-सी चार्जर भी मिलता है. यूएसबी पोर्ट, हेडफोन जैक और माइक्रो SD कार्ड का भी प्रबंध है. बॉक्स और आउटर बॉडी के बाद अब अंदर का तियां-पांचा समझते हैं.

इंटेल प्रोसेसर और गूगल सर्विस का मजा

4 जीबी रैम 128 जीबी स्टोरेज और Intel® Celeron® processor. क्रोमबुक को ऑपरेट करने के लिए किसी बड़े तामझाम की जरूरत नहीं. एक गूगल अकाउंट काफी है. अगर आप एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर हैं तो मौज और ज्यादा है. गूगल अकाउंट से लॉगिन और बड़ी स्क्रीन का मजा आपके लिए बाहें फैलाए खड़ा है.

हर लैपटॉप की तरह क्रोमबुक में कीबोर्ड से जुड़े सारे बटन मिल जाते हैं, लेकिन डेडिकेटेड नंबर कीपैड और गूगल मेन्यू बटन इसको खास बना देता है. सिस्टम बूट होने में भी कोई ज्यादा टाइम नहीं लेता. हमारे टेस्ट में क्रोमबुक 13 सेकंड में ऑन हो गया था.

परफॉर्मेंस का क्या हाल

अगर आप एक बेसिक लैपटॉप तलाश रहे जिसमें तकरीबन सारे चेक मार्क टिक हों तो आपको उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट मिलेगा. रोजमर्रा से जुड़े किसी भी काम में कोई दिक्कत नहीं आती. ऐप्स के बीच मल्टीटास्किंग बहुत स्मूथ है. गूगल सर्विस का सिंक अच्छा है. इसके साथ गूगल शीट पर एडिटिंग, फॉर्मेटिंग जैसे काम करने में कोई दिक्कत नहीं होती. अब लैपटॉप है तो कॉन्टेन्ट की बात किए बिना काम नहीं चलेगा.

क्रोमबुक पर 4K कॉन्टेन्ट देखने में हमें कोई दिक्कत नहीं आई. लेकिन स्पीकर्स हमें कुछ खास अच्छे नहीं लगे. साउंड लेवल हाई है लेकिन फुल वॉल्यूम में आवाज फटने लगती है. एचडी कैमरे पर वीडियो कॉल भी अच्छा अनुभव देते हैं लेकिन साउंड की गरारी यहां भी फंसती है.

कहना क्या चाहते हो मोमेंट

अगर आप कॉलेज और स्कूल जाने वाले युवा हैं या फिर किसी छोटे बिजनेस के लिए एक लैपटॉप तलाश रहे तो एचपी-क्रोमबुक आपके लिए बढ़िया ऑप्शन है. कीमत भी कोई आसमान नहीं छूती. कंपनी की वेबसाइट पर ₹28,999 दाम है. ऑफर्स के साथ और कम होगा. क्रोमबुक वजन में भले हल्का है लेकिन बैटरी तगड़ी है. कंपनी 10 घंटे से ज्यादा का दावा करती है जो एक प्लस पॉइंट है. हमें अपनी टेस्टिंग में इसके आसपास ही बैकअप मिला. बोले तो दिनभर का काम आसानी से चला. 

वीडियो: गूगल मैप्स ने ऐसा क्या किया कि सबकी पर्सनल जानकारी बड़े ख़तरे में आ गई?

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