देश के आखिरी गांव तक पहुंच रहा डिजिटल इंडिया, इस इंडियन कंपनी ने बनाया है प्लान
दूर-दराज के गांवों में डिजिटल भुगतान और बैंकिंग सेवाएं पहुंचा रही है कंपनी.
हिमाचल प्रदेश में एक गांव है चिटकुल (Chitkul). बॉर्डर पर भारत का आखिरी गांव और वहां से हजारों किलोमीटर दूर है तारादुबि (Taradubi), उत्तर पूर्व में कहीं. और इसके इतर हमारे एक ताऊ हैं, जो उत्तर भारत के एक छोटे से गांव में रहते हैं. आपके मन में सवाल होगा, इतने दूर के दो गावों के साथ ताऊ की चर्चा क्यों. कुछ कॉमन है क्या तीनों में? बिल्कुल है. दोनों गांव बहुत खूबसूरत हैं, घूमने लायक हैं. लेकिन यहां एक बात और है. दोनों ही गांव इतनी दूर हैं कि यहां बेसिक सी सुविधाएं भी अभी पूरी तरीके से नहीं पहुंच पाई हैं.
ऐसी ही एक बेसिक जरूरत है ATM. डिजिटल इंडिया का प्रसार बहुत तेजी से हुआ है, लेकिन अभी भी कई इलाके इसकी पहुंच से दूर हैं. लेकिन कुछ दिनों से हमारे ताऊ, जो हर महीने नगदी के लिए आते थे, वो अब नहीं आ रहे हैं. जब उनसे बात की, तो पता चला एक अधिकारी हैं, जो अब उनका काम कर देते हैं. हमने ताऊ से अधिकारी के बारे में पूछा. पता चला एक भारतीय कंपनी है, जो छोटे-छोटे गांव में कई कमाल के काम कर रही है. पैसे से लेकर और भी दूसरे काम. हमने समझा, अब थोड़ा आपको बताते हैं.
एक होता है ATM, बड़ी सी मशीन जो आमतौर पर एक कमरे में या किसी बॉक्स नुमा जगह पर लगी होती है. अब ये तो सबको पता है कि ये मशीनें हर जगह नहीं लगी होतीं. खासकर छोटे और सुदूर गांवों में. ऐसे में आते हैं माइक्रो ATM. और ऐसे ही माइक्रो ATM से पैसे निकालने का काम आसान करती है, फिनटेक कंपनी स्पाइस मनी (Spice Money). अब जैसा नाम है, वैसा ही काम है. इस ATM के लिए किसी बड़े से तामझाम की जरूरत नहीं. बिना ATM कार्ड और उसके गार्ड के काम होता है. इतना ही नहीं, कंपनी ग्रामीण इलाकों में लोगों को जरूरी बैंकिंग सुविधाएं, ऑनलाइन शॉपिंग, लोन जैसी कई सुविधाएं मुहैया कराती है.
डिजिटल भुगतान और बैंकिंग सेवाएंस्पाइस मनी एक भारतीय कंपनी है, जिसका मुख्य काम है डिजिटल भुगतान और बैंकिंग सेवाएं. बात माइक्रो स्तर की है, तो कंपनी व्यक्तिगत लोगों के साथ-साथ किराना स्टोर और स्टेशनरी दुकानों जैसी जगहों पर अपना ठिकाना बनाती है. बात जब लोगों की है, तो इनको आम भाषा में आप एजेंट कह सकते हैं, लेकिन अगर स्पाइस मनी के हिसाब से कहें, तो इनको कहेंगे 'स्पाइस मनी अधिकारी' (Spice Money Adhikari)
ऐजेंट या अधिकारी बनना भी बेहद आसान है. बस प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड कीजिए, प्रोसेस पूरी कीजिए और हो गया. लेनदेन पर कंपनी अपने अधिकारी को कमीशन भी देती है. कंपनी का दावा है कि वो भारत में करीब 95 प्रतिशत पिन कोड पर सर्विस देते हैं. (AEPS) मतलब Aadhaar Enabled Payment System में कंपनी ने बहुत कुछ हासिल किया है. मसलन, कंपनी दिसंबर 2021 तक 1 लाख माइक्रो ATM लगा चुकी है.
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