कहते हैं कि अपने देश में सिर्फ तीन चीजों पर दिल खोलकर बात होती है. पॉलिटिक्स,क्रिकेट और बॉलीवुड. पॉलिटिक्स हमेशा नंबर वन पर रहा. जब से सोशल मीडिया आया तब सेतो इसने बचे हुए दोनों को और नीचे खिसका दिया है. तो भैया हाल ये है कि अब यहां जोनई पीढ़ी की पौध है वो हाथ में मोबाइल आते ही पॉलिटिकल एनालिस्ट हो जाती है. इसमेंकोई बुराई भी नहीं. बल्कि जनता जितनी जागरुक हो, लोकतंत्र की उतनी बड़ी सफलता है.अब लोकतंत्र जैसा भारी शब्द हम मार दिए हैं तो सीरियस न हो जाइएगा. सीरियस वो है जोआगे आप देखने वाले हैं. वो सीरियस नहीं, घिनौना है. क्यों, देखिए ये वीडियो?