स्मृति ईरानी ने सबरीमाला विवाद पर कहा है,"सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करनेवाली मैं कोई नहीं होती. मैं इतना ही कहूंगी कि मुझे सिर्फ़ प्रार्थना करने काअधिकार है. प्रदूषण फैलाने का नहीं. जब आप अपने दोस्त के घर जाते हैं, आप अपने हाथमें खून से सना सैनिटरी पैड तो नहीं लेकर जाते, न? फिर भगवान के घर में यह चीज़ लेकरजाना क्यों सही है?" लेकिन स्मृति ईरानी का ये बयान एक फेक न्यूज़ से प्रेरित है.वीडियो में जानिए क्या है पूरा मामला.