एक मुहावरे टाइप की बात है. अक्सर सुनने में आ ही जाती है. ‘हिम्मत-ए-मर्दा, मदद-ए-ख़ुदा’, मतलब अगर मर्द हिम्मत कर ले तो ख़ुदा भी उसकी मदद करता है. लेकिन जब ये मुहावरा गढ़ा जा रहा होगा तो दूर देश की औरतों को भुला दिया गया होगा. औरतें भी हिम्मत दिखा सकती हैं, ये किसी के ज़ेहन में आया नहीं होगा. हिम्मत का दूसरा नाम हैं हिमा दास. 19 बरस की उम्र, 19 दिन और पांच गोल्ड मेडल.