बारिश. कवियों, लेखकों और शायरों ने जिसे रूमानियत से जोड़कर रंगीन बना दिया. वहीबारिश किसी के लिए जीने-मरने का संगीन मसला भी हो सकती है. बारिश के इसी क्रूर पहलूको दर्शाती फिल्म है ‘गाभ्रीचा पाउस’. भारत में किसान की किस्मत सीधे बारिश से जुडीहुई होती है. बरसात ही उसके सपनों को बना-बिगाड़ सकती है. ये फिल्म ऐसे ही टूटेसपनों का सिनेमा के परदे पर सच्चा चित्रण है. फिल्म में देखिए फिल्म का मज़ेदाररिव्यू.