दिल्ली मेट्रो में जो लोग यात्रा करते हैं वो इस बात से भली-भांति वाकिफ होंगे किकुछ चीज़ें ऐसी हैं जो मेट्रो परिसर में करने पर आप पर जुर्माना हो सकता है. मसलनफोटो शूट करना, वीडियो बनाना, गली गलौज करना, निर्धारित स्टेशन से आगे यात्रा करनाआदि आदि. लेकिन एक ऐसा अपराध भी है जिसे अपराध कहना भी ठीक नहीं लगता. और हम सबनेवो किया है. आदमी थका हुआ है और सुस्ताने के लिए कहीं बैठ जाए तो क्या ये अपराध हुआभला? हमारी नज़र में तो नहीं हुआ लेकिन दिल्ली मेट्रो की किताब में ये गुनाह है औरइसके लिए बाकायदा जुर्माने की भी व्यवस्था है. यही नहीं, पिछले 11 महीने में केवलफर्श पर बैठने वाले लोगों से 38 लाख का जुर्माना वसूला भी गया है