केंद्र सरकार, मध्य प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 मार्च को केन-बेतवालिंक परियोजना के एमओयू पर साइन किए. एमओयू यानी मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग मतलबसहमति पत्र. सरकार का दावा है कि इन दोनों नदियों को जोड़ने से सालाना 10.62 लाखहेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई हो सकेगी. 62 लाख लोगों को पीने लायक पानी मिलेगा.103 मेगावॉट जलविद्युत का उत्पादन हो सकेगा. सरकार का कहना है कि इस परियोजना सेबुंदेलखंड क्षेत्र को बहुत फायदा होने वाला है. देखिए वीडियो.