पैड लेने जाओ तो दुकानदार पहले इधर-उधर देखता है. फिर काली पन्नी में चुप्पे से पकड़ा देता है. यूज्ड पैड फेंकने के लिए लड़कियां रात का इंतजार करती हैं. दुकान में आंटियों को ढूंढती हैं पैड मांगने के लिए. ये हालत देश की सिर्फ 12 फीसदी औरतों की है. क्योंकि बाकी औरतें तो अब भी कपड़ा लगाती हैं. 70 फीसदी से ज्यादा लड़कियों को किसी न किसी तरह का इन्फेकशन है. लड़कियां कैसे करती हैं इन चीज़ों से डील. क्या समस्याएं आती हैं उन्हें पीरियड्स में? क्या ऊपाय है इससे बचने का? अगर सैनिटरी पैड्स नहीं हैं तो क्या चीज़ें उपयोग की जा सकती हैं? महिलाओं और उनके पीरियड्स से जुड़ी सारी जानकारी पाएं इस वीडियो में.