कौन हैं सेंचुरी लगाने वाले सेनुरन मुथुसामी, जिन्होंने गुवाहाटी टेस्ट में, टीम इंडिया की हालत खराब कर दी?
साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर को Kolkata Test में प्लेइंग XI में जगह नहीं मिली थी. लेकिन, Guwahati Test में सेंचुरी लगाकर उन्होंने टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया पहले दिन साउथ अफ्रीका के 247 पर 6 विकेट गिराने में सफल रही थी. इनमें सारे टॉप ऑर्डर बैटर्स के विकेट शामिल थे. सब ने यही सोचा था कि दूसरे दिन के पहले सेशन में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका को आसानी से ऑलआउट कर देगी. लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ. उल्टा पहले सेशन में साउथ अफ्रीका ने एक भी विकेट नहीं गंवाया. इस दौरान जिस प्लेयर ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वो हैं साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर सेनुरन मुथुसामी (Senuran Muthusamy).
मुथुसामी ने 2019 में विशाखापत्तनम में भारत के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था. पिछले छह साल में उन्हें ज्यादा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है. इस सीरीज में भी वो कोलकाता टेस्ट में नहीं खेले थे. लेकिन, गुवाहाटी में कप्तान टेंबा बावुमा (Temba Bavuma) उन्हें प्लेइंग XI में लेकर आए और मुथुसामी ने कप्तान को निराश नहीं किया. सेनुरन ने दूसरे दिन लगातार दो सेशन में शानदार बैटिंग करते हुए अपनी मेडन टेस्ट सेंचुरी लगा दी.
पाकिस्तान वाली फॉर्म लेकर पहुंचे गुवाहाटीगुवाहाटी में वो अपनी करियर का 8वां ही टेस्ट मैच खेल रहे हैं. लेकिन, पहली इनिंग में 206 बॉल्स में उनकी 109 रनों की जूझारी पारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने 400 का आंकड़ा पार कर लिया है. इस दौरान सेनुरन ने 10 चौके और दो छक्के लगाए. इससे पहले, अक्टूबर में पाकिस्तान में हुए टेस्ट मुकाबले में भी उन्होंने शानदार बैटिंग की थी. रावलपिंडी टेस्ट में उन्होंने नाबाद 89 रन बनाए थे. अब भारत के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का हाईएस्ट स्कोर बना दिया है.
सेनुरन की जड़ें भारत में ही हैं. उनके परिजन तमिलनाडु में चेन्नई से लगभग 300 किमी दूर आज भी रहते हैं. लेकिन, वो जन्म से ही साउथ अफ्रीका में पले-बड़े हैं. क्वा-जुलु नटल के ऑलराउंडर डॉल्फिंस के सबसे वर्सटाइल प्लेयर्स में से एक हैं. लोअर मिडिल ऑर्डर बैटर और लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. हालांकि, वो बॉल को बहुत ज्यादा टर्न कराने में माहिर नहीं हैं, लेकिन उनकी कंसिस्टेंसी ने नेशनल सेलेक्टर्स को उन्हें इग्नोर नहीं करने दिया.
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शुरुआती जीवन और स्कूलिंगमुथुसामी का जन्म 1994 में हुआ है. यानी वो आज़ाद साउथ अफ्रीका में पैदा हुए हैं, जहां 1994 में डेमोक्रेसी आ गई थी. यानी बचपन से ही मुथुसामी को बराबर मौके मिले और उन्होंने इसे खूब अच्छी तरीके से भुनाया. डर्बन के क्लिफ्टन में उनकी स्कूलिंग हुई. फर्स्ट ग्रेड से ही उन्हें हाई क्वालिटी कोचिंग और फैसिलिटीज मिलीं. इसका लाभ उठाते हुए उन्होंने स्कूल टीम को प्रोविंशियल टूर्नामेंट्स में अंडर-11 और अंडर-19 में रिप्रजेंट किया. लेकिन, वो सिर्फ क्रिकेट में करियर बनाने पर भरोसा नहीं रखते थे. इसलिए उन्होंने मीडिया और मार्केटिंग में डिग्री भी ली. लेकिन, क्रिकेट ने ही उन्हें वो पहचान दी, जिसकी उन्हें भी उम्मीद नहीं थी.
डोल्फिंंस के लिए स्टार बने सेनुरन2016-17 में वह डॉल्फिंस की टीम में लगातार जगह बनाने में सफल रहे. श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगाकारा की बैटिंग से प्रभावित सेनुरन ने धीरे-धीरे अपना फोकस बॉलिंग पर भी दिया. उनके लिए ब्रेक थ्रू सीजन 2017-18 का रहा. वहां उन्होंने अपने करियर की बेस्ट 181 रन ओपन करते हुए बनाए. लेकिन, बाद में बॉलिंग पर ध्यान देने के लिए वो लोअर-मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करने लगे. नतीजा ये हुआ कि वह सीरीज में 33 विकेट के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले बॉलर्स की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए. उस साल वह प्लेयर ऑफ द ईयर भी बने.
2018 में उन्हें भारत में लगे साउथ अफ्रीका की एनुअल स्पिन कैंप में हिस्सा बनने का मौका मिला. 2019 में भारत में होने वाली टेस्ट सीरीज में उन्हें स्कवॉड में जगह मिल गई. इसके बाद वो सितंबर-अक्टूबर 2019 में साउथ अफ्रीका ए की तरफ से भी खेले. अंतत: भारत के खिलाफ उन्होंने अक्टूबर 201़9 में विशाखापत्तनम में डेब्यू किया. उनके पहले विकेट विराट कोहली बने. लेकिन, इसके बाद उनहें ज्यादा मौका नहीं मिला. अब पाकिस्तान में अच्छी लय दिखाने के बाद उन्हें गुवाहाटी में खिलाया गया, जहां उन्होंने एक बार फिर अपनी छाप छोड़ दी है.
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