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Royal Challengers Bangalore है तो चोक करेगी ही, इसमें इतना बवाल क्यों?

IPL की सबसे कंसिस्टेंट टीमों में से एक है RCB.

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Virat Kohli, AB De Villiers और Yuzvendra Chahal सालों से RCB के तीन तिलंगे (पीटीआई फोटो)
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सूरज पांडेय
7 नवंबर 2020 (Updated: 7 नवंबर 2020, 03:28 PM IST)
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रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर. शॉर्ट में RCB और मज़ाक में हारसीबी के नाम से मशहूर टीम. सालों से ट्राई करते-करते इस टीम को देखने वाले डॉक्टर-इंजिनियर-IAS-YAS बन गए, लेकिन ये टीम नहीं बन पाई- IPL चैंपियन. साल 2020 चल रहा था. लोगों को लगा कि तमाम अनोखी चीजों के साथ हो सकता है, इस बार RCB भी चैंपियन बन जाए. लेकिन ब्रो, THIS IS RCB. IPL की चंद कंसिस्टेंट टीमों में से एक. तो वही हुआ. RCB ने प्रेमपूर्वक IPL ट्रॉफी को मना किया और कर ली घरवापसी. अब टीम का ये जेस्चर ट्विटर और फेसबुक की जनता से सहा नहीं गया. लोगों ने इस प्रेमी टीम को ट्रोल करना शुरू कर दिया. कहने लगे कि चोकर्स की टीम है, चोक तो करेगी ही. ऐसे आरोप लगे तो हमने सोचा कि इस बात का फैक्ट चेक करा जाए. फिर हमने निकले खोज में... स्टैट्स की. शुरुआत हुई इस बात से कि RCB की रीढ़ कौन हैं. दो ही नाम दिमाग में आए- विराट कोहली और एबी डीविलियर्स. अब चलिए, शुरू से शुरू करते हैं.

# विराट कोहली

क्रिकेट की दुनिया के दिग्गज. तीनों फॉर्मेट में 50 या उससे ज्यादा का ऐवरेज रखने वाले कोहली के रिकॉर्ड्स उनकी महानता की गाथा गाते हैं. लेकिन जब बात अहम, नॉकआउट मैचों की आती है, तब कोहली चूकते दिखते हैं. वनडे वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में कोहली सिर्फ एक रन बना पाए थे. इस प्रदर्शन के बाद खुदाई हुई तो पता चला कि कोहली पहले भी ऐसी नाकामी से गुजर चुके हैं. लगातार तीसरी बार था जब वह वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में कुछ नहीं कर पाए थे. वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में कोहली का बेस्ट स्कोर नौ रन है. यह रन उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में बनाए थे. 2015 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में उन्होंने सिर्फ एक रन बनाया था. इतना ही नहीं 2011 वर्ल्ड कप के क्वॉर्टर फाइनल में भी वह सिर्फ 24 रन ही बना पाए थे. इसी तरह 2015 के वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में कोहली के नाम बस तीन रन थे. टोटल कोहली ने अब तक छह वर्ल्ड कप नॉकआउट मैच खेले हैं. इन मैचों में उनके नाम 73 रन हैं. जी हां, सिर्फ 73 रन. इतना ही नहीं IPL के नॉकआउट मैचों में भी कोहली बहुत अच्छा नहीं कर पाए हैं. IPL 2020 से पहले की 10 नॉकआउट पारियों में उनके नाम 125.54 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 231 रन थे.

# एबी डीविलियर्स

डीविलियर्स के लिए कोहली का मानना है कि उन्होंने बल्लेबाजी को हमेशा के लिए बदल दिया. ये बात काफी हद तक सच भी है. क्रिकेट ने डीविलियर्स जैसी बैटिंग पहले कभी नहीं देखी थी. क्रिकेट मैदान के हर कोने को अपनी बल्लेबाजी से चकाचौंध करने वाले डीविलियर्स सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक हैं. ICC वर्ल्ड कप में ओवरऑल उनका ऐवरेज 63.53 का है. लेकिन जब बात नॉकआउट की आती है तो डीविलियर्स का जादू धीमा पड़ता दिखता है. 2007 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में डीविलियर्स महज 15 रन बना पाए थे. 2011 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में डीविलियर्स ने 35 रन की पारी खेली थी. साल 2015 के वर्ल्ड कप में डीविलियर्स ने अपनी बेस्ट नॉकआउट पारी खेली. इस पारी में उन्होंने 65 रन बनाए. हालांकि इसके बाद भी उनकी टीम हार गई. वहीं IPL की बात करें तो 2011 में RCB ने जुड़ने वाले ABD ने इसी सीजन पहले क्वॉलिफायर में सिर्फ 11 रन बनाए. दूसरे क्वॉलिफायर में उनके नाम 21 रन रहे जबकि फाइनल में 18. इसके बाद डीविलियर्स ने 2015 IPL एलिमिनेटर में 66 रन की शानदार पारी खेली. हालांकि फाइनल में वह सिर्फ 1 रन बना पाए. 2016 IPL के क्वॉलिफायर में एक बार फिर डीविलियर्स चमके, उन्होंने 79 रन बनाए. हालांकि फाइनल में वह सिर्फ 5 रन ही बना पाए और बैंगलोर एक बार फिर हार गई. तो देखा आपने, ये दो प्लेयर्स जिनपर RCB की बैटिंग का महाबोझ है, वो नॉकआउट आते ही ढहने लगते हैं. लीग मैचों में झंडे गाड़ने वाले ये नाम बड़ा मैच आते ही सरेंडर की मुद्रा में आ जाते हैं. ऐसे में सिर्फ इनके भरोसे खेल रही टीम का बंटाधार होना तो तय ही है.

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