124 रन नहीं बना पाई टीम इंडिया, हार की असली वजह गांगुली ने बता दी
कोलकाता टेस्ट में ईडन गार्डेन्स की पिच की पूर्व क्रिकेटर्स ने काफी आलोचना की है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर पिच क्यूरेटर को घेरा जा रहा था. इसी बीच, CAB अध्यक्ष Sourav Ganguly ने पिच को लेकर सारा इल्जाम भारतीय टीम मैनेजमेंट पर मढ़ दिया है.

कोलकाता टेस्ट (Kolkata Test) भारत हार गया. पर मैच से ज्यादा चर्चा ईडन गार्डेन्स की पिच की हो रही है. कारण है कि दूसरे दिन से ही पिच में अनइवन बाउंस और टर्न देखने को मिली. इसे लेकर कई पूर्व क्रिकेटर्स ने पिच की काफी आलोचना भी की. हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) से लेकर माइकल वॉन (Michael Vaughan) तक सब ने पिच की क्वालिटी पर सवाल उठाए. हरभजन ने तो ‘RIP टेस्ट क्रिकेट’ तक कह दिया था. सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर स्थानीय बोर्ड और पिच क्यूरेटर को घेरा जा रहा था. लेकिन, इसी बीच, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने पिच क्यूरेटर का बचाव करते हुए भारतीय टीम मैनेजमेंट पर ही पिच को लेकर निशाना साध दिया है.
गांगुुुली ने पिच को लेकर क्या बताया?दरअसल, न्यूज 18 बांग्ला से बातचीत के दौरान गांगुली ने पिच को लेकर इंडियन टीम मैनेजमेंट की डिमांड का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि टीम मैनेजमेंट की डिमांड को ध्यान में रखकर 4 दिनों तक पिच पर पानी नहीं डाला गया था. इसलिए उन्हें कोई आश्चर्य नहीं है कि पिच पर स्पिनर्स को इस तरह की मदद मिल रही है. गांगुली ने कहा,
पिच वैसी ही जैसा इंडियन कैंप चाहता था. यही होता है जब आप 4 दिनों तक पिच पर पानी नहीं दो. क्यूरेटर सुजन मुखर्जी को इसके लिए दोष नहीं दे सकते.
हालांकि, ये गौर करने वाली बात है कि गांगुली ने कोलकाता टेस्ट शुरू होने से एक सप्ताह पहले एक इवेंट में कह था कि इंडियन टीम मैनेजमेंट ने रैंक टर्नर की डिमांड नहीं की है. हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, जैसे ही मैच गेम नजदीक आया मैनेजमेंट ने अपना फैसला बदल दिया.
ये भी पढ़ें : कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया को बड़ा झटका, बीसीसीआई ने कप्तान गिल को लेकर क्या बताया?
गंभीर ने हेड क्यूरेटर से की थी बातभारतीय हेड कोच गौतम गंभीर 10 नवंबर को ईडन की पिच का मुआयना करते दिखे थे. उनके साथ बैटिंग कोच सितांशु कोटक भी थे. उसी दौरान वो चीफ क्यूरेटर सुजन मुखर्जी से बातचीत करते भी दिखे थे. हालांकि, दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया के बॉलिंग कोच र्मानी मोर्कल ने कहा था कि वो खुद काफी आश्चर्यचकित थे, जितनी तेजी से पिच खराब हुई थी.
मोर्कल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था,
टीम इंडिया को मिला है 124 का टारगेटसच कहूं तो हमने भी एक्सपेक्ट नहीं किया था कि विकेट इतनी जल्द डिटोरिएट हो जाएगी. शुरुआती घंटे में देखकर यही लग रहा था कि पिच काफी अच्छी है. लेकिन, ये बहुत जल्दी डिटोरिएट हो गई, जो अनएक्सपेक्टेड था.
दरअसल, कोलकाता टेस्ट में पहली इनिंग से ही काफी अनइवन बाउंस नज़र आने लगी थी. इस दौरान पहली इनिंग में साउथ अफ्रीका ने 159 रन बनाए. टीम इंडिया भी इसके जवाब में कुछ खास नहीं कर सकी. भारत पहली इनिंग में 189 ही बना सका, जिसके कारण पहली इनिंग में टीम को महज 30 रनों की ही लीड मिली. तीसरी इनिंग में साउथ अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही. लेकिन, इसके बावजूद कप्तान टेंबा बावुमा की फिफ्टी की बदौलत साउथ अफ्रीका ने 153 रन बना लिए हैं. पिच की हालत देखते हुए ये स्कोर भी काफी सम्मानजनक नज़र आ रहा है. टीम इंडिया को मैच जीतने के लिए 124 रनों का टारगेट मिला, जो इंडिया हासिल नहीं कर पाई.
अब तक सिर्फ एक फिफ्टी आईपिच पर बैटिंग कितनी मुश्किल है उसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि पूरे मैच में पहली फिफ्टी आने में भी तीन इनिंग्स लग गए. यही कारण है कि साउथ अफ्रीकी कप्तान बावुमा ने जैसे ही अपनी फिफ्टी पूरी की पूरे ईडन गार्डेन्स ने तालियां बजाकर उनकी पारी की सराहना की. रिकॉर्ड्स की भी बात करें तो, चौथी इनिंग में अब तक 100 से ज्यादा के टारगेट को चेज करते हुए सिर्फ एक बार कोई टीम यहां मैच जीती है. ये जीत टीम इंडिया ने ही 2004 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1़17 रन चेज करते हुए दर्ज की थी.
वीडियो: आधी टीम को पवेलियन लौटाया, बुमराह ने अकेले ही साउथ अफ्रीका की कमर तोड़ दी


