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बुमराह की गैरमौजूदगी में टीम के 'जिगरा' बने सिराज, आंकड़े देखकर आप भी चौंक जाएंगे!

Anderson-Tendulkar Trophy में Team India के लिए सारे मैच खेलने वाले एकमात्र पेसर Mohammed Siraj हैं. 18 विकेट के साथ अब वो सीरीज के सबसे हाईएस्ट विकेट टेकर हैं. हालांकि, सबसे अध‍िक चौंकाने वाला उनका आंकड़ा ये है कि जब Jasprit Bumrah नहीं होते, तो सिराज बेहतर बॉलिंग करते हैं.

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Mohammed Siraj, Anderson Tendulkar Trophy, Jasprit Bumrah
मोहम्मद सिराज ने ओवल टेस्ट की पहली इनिंग में भी 4 विकेट झटके थे. (फोटो-AP)
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सुकांत सौरभ
2 अगस्त 2025 (Published: 08:09 PM IST) कॉमेंट्स
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एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson-Tendulkar Trophy) में टीम इंडिया (Team India) के लिए सारे मैच खेलने वाले एकमात्र पेसर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) हैं. 18 विकेट के साथ अब वो सीरीज के सबसे हाईएस्ट विकेट टेकर हो गए हैं. हालांकि, सबसे अध‍िक चौंकाने वाला आंकड़ा ये है कि जब जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) नहीं होते हैं, तो सिराज बेहतर बॉलिंग करते हैं.

द ओवल टेस्ट की पहली इनिंग में जब सिराज ने हैरी ब्रूक की गिल्लियां बिखेरीं, तो उनका जश्न देखने लायक था. उन्होंने जिस अंदाज में क्रिस्टियानो रोनाल्डो वाला सेलिब्रेशन किया, वो दो बातें दर्शाता है. पहला ये कि वो पुर्तगाली सुपरस्टार के बहुत बड़े फैन हैं. दूसरा ये कि वो न केवल इस सीरीज के लीडिंग विकेट-टेकर बन गए, बल्कि बुमराह की गैरमौजूदगी में फिर से टीम की जिम्मेदारी संभाली और इंग्लैंड की कमर तोड़ दी.

टीम के जिगरा हैं सिराज

टीम में उन्हें 'जिगरा' के नाम से बुलाया जाता है. हालांकि, उनके स्क‍िल्स से कहीं बड़ा उनका दिल है. बारिश हो या धूप, पिच चाहे कैसी भी हो, वो पूरी शिद्दत से बॉलिंग करते रहते हैं. उनके चेहरे पर न कोई शिकन होती है, न कोई शिकवा. अगर कोई कैच छूट भी जाए तो वो उसे सामान्य घटना मानकर आगे बढ़ जाते हैं. लंबे स्पेल के दौरान भी वो अपने साथियों को उत्साहित करते रहते हैं. मैदान पर वो इस तरह से फील्डिंग करते हैं, मानो उनकी जिंदगी इसी पर टिकी हो. कई मायनों में वो भारतीय टीम के इंजन रूम हैं, ठीक उसी तरह जैसे ऋषभ पंत.

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ओवल टेस्ट के दूसरे दिन सिराज का प्रदर्शन बिल्कुल वैसा ही था. जब बुमराह नहीं होते हैं, वो टीम इंडिया के योद्धा बन जाते हैं. बुमराह खुद इस बात को मानते हैं कि उनकी सफलता में सिराज का बड़ा हाथ है. लेकिन जब बुमराह नहीं होते, तो सिराज एक अलग ही रंग में दिखते हैं. वो टीम के लीड पेसर की जिम्मेदारी को खूब एन्जॉय करते हैं. ऐसा लगता है कि मोहम्मद शमी के टेस्ट करियर में जिस तरह का ठहराव आया है, उसे देखते हुए सिराज जल्द ही एक परमानेंट लीड पेसर की भूमिका में आ सकते हैं.

बेहतर होते जा रहे हैं सिराज 

सिराज को लाइमलाइट पसंद है, लेकिन वो इसके पीछे भागते नहीं हैं. उन्हें मैच के दौरान नोंकझोंक पसंद है, क्योंकि इससे उनका जोश और बढ़ जाता है. हालांकि, वो जानते हैं कि कहां पर रुकना है. उनकी आक्रामकता के बावजूद उनके अंदर किसी को लेकर कोई ग्रज नहीं होता. उनमें एक अलग तरह की सादगी है, लेकिन बल्लेबाजों के लिए उन्हें समझना मुश्किल है, क्योंकि वो लगातार अपनी बॉलिंग को इंप्रोवाइज करते रहते हैं. उनकी स्क्रैम्बल्ड सीम डिलीवरी अब उनका सबसे घातक विकेट-टेकिंग ऑप्शन बन गया है.

कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो जिम्मेदारी मिलते ही घबरा जाते हैं. और कुछ ऐसे होते हैं, जिन्हें मुख्य खिलाड़ी बनने में गर्व महसूस होता है. यह बताने की जरूरत नहीं कि सिराज किस कैटेगरी में आते हैं. जब वो बुमराह के साथ बॉलिंग करते हैं, तो वो अपने आप एक सपोर्टिंग एक्टर बन जाते हैं. वो एक ‘वर्कहॉर्स’ की तरह काम करते हैं और बुमराह का साथ देते हैं. वो बिना किसी शिकायत के इस काम को बखूबी निभाते हैं. हालांकि, जब दुनिया का टॉप बॉलर नहीं होता, तो सिराज ‘स्टॉक’ और ‘शॉक’ का बखूबी मिश्रण कर सफलता प्राप्त करते हैं. उनकी एनर्जी और एड्रेनलीन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे वो बिना थके बॉलिंग करते रहते हैं.

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बुमराह के बिना आंकड़े भी शानदार

बुमराह के साथ खेले गए 25 टेस्ट में सिराज ने 74 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनका औसत 35 और स्ट्राइक रेट 57.3 रहा है. लेकिन जब वो मुख्य गेंदबाज की भूमिका में होते हैं, तो उन्होंने 16 मैचों में 25.59 की औसत से 44 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी दो ओवर कम हो जाता है. वो हर 45.25 गेंदों में एक विकेट लेते हैं. यह थोड़ा अजीब है, लेकिन यही सिराज की खासियत है और यही वजह है कि उनके साथी खिलाड़ी उनसे इतना प्यार करते हैं.

बुमराह की फिटनेस अब वैसी नहीं कि, वो पांच ओवर से ज्यादा का स्पेल डाल सकें. वो उन पांच ओवरों में सब कुछ झोंक देते हैं, लेकिन उनके वर्कलोड को मैनेज करने की जरूरत पड़ती है, इसलिए छठा ओवर जोखिम भरा हो सकता है. वहीं, सिराज के लिए लगातार आठ-आठ ओवर के स्पेल डालना भी कोई बड़ी बात नहीं है. वो मैदान पर खड़े होकर मैच को आराम से नहीं देख सकते, जब उन्हें पता है कि टीम को उनकी जरूरत है.

सिराज ने कराई ओवल में वापसी

टीम इंडिया की बैटिंग को डेप्थ देने की वजह से ओवल टेस्ट में सिर्फ तीन स्पेशलिस्ट पेसर्स ही खेल पाए. इन तीनों, सिराज, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा ने दूसरे दिन इंग्लैंड के 51.2 ओवरों में से लगभग पूरे ओवर फेंके. सिराज ने अपने पहले स्पेल में चार महंगे ओवर डालने के बाद, आठ ओवरों में 35 रन देकर तीन विकेट लिए और फिर भी उनके पास अंतिम स्पेल में 4.2-0-20-1 का स्पेल डालने की एनर्जी बची थी. इंग्लैंड की पहली इनिंग के खत्म होने तक सिराज ने इस सीरीज़ में अब तक 155.2 ओवर डाल लिए हैं. ये किसी भी इंडियन बॉलर की ओर से इस सीरीज में सबसे ज्यादा है. उन्होंने 18 विकेट भी लिए हैं, जो इस सीरीज़ में सबसे ज्यादा हैं.

बर्मिंघम टेस्ट में जब बुमराह को आराम दिया गया था, तो सिराज ने पहली पारी में 70 रन देकर छह विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी. ओवल टेस्ट की दूसरी इनिंग में एक और ऐसा प्रदर्शन उन्हें बुमराह की परछाई से बाहर निकलने और अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के और करीब लाएगा. यही तो वो डिजर्व करते हैं.

वीडियो: मोहम्मद सिराज-प्रसिद्ध कृष्णा ने किया कमाल, यशस्वी की पारी इंडिया को कहां तक ले जाएगी?

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