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'पिता ऑटोड्राइवर, बिना डोमेस्टिक खेले IPL में एंट्री', कौन हैं CSK को फंसाने वाले विग्नेश पुथुर?

IPL 2025: CSK के खिलाफ अपने पहले IPL मुकाबले में Mumbai Indians को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन इस टीम के एक प्लेयर ने अपनी स्पिन बॉलिंग से सबको प्रभावित किया है. नाम है Vignesh Puthur.

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विग्नेश पुथुर को मुंबई की स्काउट्स टीम ने स्पॉट किया है. (PTI)
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आनंद कुमार
24 मार्च 2025 (Updated: 24 मार्च 2025, 01:49 PM IST) कॉमेंट्स
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युवा अफगानी स्पिनर नूर अहमद (Noor Ahmed) ने IPL डेब्यू पर मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को अपनी फिरकी पर नचा दिया. उन्होंने मात्र 18 रन देकर चार विकेट झटके. लेकिन पिक्चर यहीं खत्म नहीं हुई. इस कहानी में अभी एक और किरदार को अपनी प्रजेंस दर्ज करानी थी. जो क्रिकेट की दुनिया के लिए कल तक अनजान था. लेकिन अब ‘टॉक ऑफ द टाउन’ है. बाएं हाथ के चाइनामैन बॉलर विग्नेश पुथुर (Vignesh Puthur). 

मुंबई के इस ‘वंडर बॉय’ ने CSK को लगभग झटका दे ही दिया था. स्पिन खेलने के तीन उस्ताद भारतीय बैटर्स इस गेंदबाज की फिरकी में फंस गए. पहले उन्होंने फिफ्टी जड़ चुके ऋतुराज गायकवाड़ को अपनी फ्लाइटेड गेंद से छकाया. फिर शिवम दुबे और दीपक हुड्डा भी शिकार बने.

जब मैच खत्म हुआ तो सोशल मीडिया से लेकर टीवी के कॉमेंट्री पैनल में विग्नेश पुथुर के नाम पर चर्चा शुरू हो गई. इस दौरान रिकॉर्ड बुक खंगाले गए. पता चला कि विग्नेश ने तो अभी तक अपने स्टेट के लिए सीनियर लेवल पर कोई मैच भी नहीं खेला. तो अचानक ये खिलाड़ी सीधे मुंबई के डगआउट में कैसे पहुंच गया? आइए इसके पीछे कहानी जानते हैं. 

केरल के मलप्पुरम से शुरू हुआ सफर

23 साल के विग्नेश केरल के मल्लपुरम के रहने वाले हैं. पिता एक ऑटोड्राइवर है. क्रिकेटिंग जर्नी 11 साल की उम्र में लेफ्ट आर्म रिस्ट स्पिनर के तौर पर शुरू हुई. उन्होंने मल्लपुरम की डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एकेडमी में क्रिकेट के बेसिक गुर सीखे. जिसके बाद केरल के लिए अंडर-14 और अंडर 19 टीम में खेलने का मौका मिला. लेकिन सीनियर टीम में जगह नहीं बन पाई.

स्पोर्टस्टार के मुताबिक, क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने के लिए विग्नेश मल्लपुरम छोड़कर त्रिशुर चले गए. और केरल कॉलेज प्रीमियर टी-20 लीग का हिस्सा बने. इस लीग में उन्होंने जॉली रोवर्स क्रिकेट क्लब के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया, जिसके दम पर उन्हें केरल क्रिकेट लीग में एलेप्पी रिपल्स की टीम में जगह मिली.

मुंबई की स्काउट्स टीम ने स्पॉट किया

केरल क्रिकेट लीग में एलेप्पी रिपल्स की ओर से खेलते हुए ही विग्नेश की किस्मत बदली. लीग के शुरुआती तीन मैचों में वो केवल दो विकेट ही ले पाए थे. लेकिन उनकी बॉलिंग में कंट्रोल और वेरिएशन ने मुंबई इंडियंस के स्काउ्ट्स को प्रभावित किया. यही वजह रही कि उनको MI के तीन ट्रायल का हिस्सा बनने का मौका मिला. ट्रॉयल के दौरान मुंबई टीम के ज़्यादातर मेंबर्स मौजूद थे. और यहां उनकी बॉलिंग को बारीकी से परखा गया.  

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PTI
नीलामी से नहीं थी कोई उम्मीद

विग्नेश पुथुर ने मुंबई इंडियंस के ट्रायल में अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था. फिर भी उनको IPL 2025 की नीलामी से बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं थीं, क्योंकि उनके पास सीनियर डॉमेस्टिक लेवल पर खेलने का कोई अनुभव नहीं था. विग्नेश ने ऑक्शन में अपना नंबर आने से पहले टीवी ऑफ कर लिया था. इस बीच कमाल हो गया. बाद में उन्हें पता चला कि मुंबई इंडियंस ने उनको 30 लाख रुपये के बेस प्राइज में खरीद लिया है. ऑक्शन में खरीदने के बाद MI विग्नेश को SA20 लीग (इस लीग में भी एक मुंबई की फ्रेंचाइजी है) के दौरान नेट बॉलर के तौर पर साउथ अफ्रीका भी ले गई. यहां भी उन्होंने अपनी बॉलिंग से सबको इंप्रेस किया.

कुलदीप यादव को आदर्श मानते हैं

स्पोर्ट्सस्टार के मुताबिक, करियर के शुरुआती दिनों में विग्नेश मीडियम पेस और स्पिन दोनों तरह की बॉलिंग करते थे. लेकिन एक स्थानीय क्रिकेटर मोहम्मद शेरिफ ने उन्हें लेग स्पिन पर फोकस करने को कहा. इस दौरान उन्हें ये नहीं पता था कि ‘चाइनामैन बॉलिंग’ क्या होती है? विग्नेश के आइडल कुलदीप यादव हैं. लेकिन उन्होंने कुलदीप की कॉपी करने के बजाय अपनी एक अलग बॉलिंग एक्शन डेवलप की.  

पारस महाम्ब्रे ने चुने जाने का कारण बताया

मुंबई के गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे ने चेन्नई के खिलाफ मुकाबले के बाद विग्नेश के बारे में बात की है. उन्होंने बताया, 

मुंबई हमेशा से पोटेंशियल को बाकी चीजों से आगे रखती है. विग्नेश के ट्रायल में हमने उनके पोटेंशियल को देखा बजाय इसके कि उन्होंने कितना क्रिकेट खेला है. उनकी गेंद बहुत अच्छी स्पिन करती है. अच्छे टप्पे पर गिरती है. और वो काफी एकुरेट भी हैं. उनके पास बैटर्स को मुश्किल में डालने के लिए पर्याप्त स्किल्स हैं. 

पारस ने आगे बताया कि रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने नेट्स में विग्नेश का सामना किया था. उन तीनों ने फीडबैक दिया कि विग्नेश को पिक करना आसान नहीं था. इसके बाद टीम मैनेजमेंट को उनको चेन्नई के खिलाफ उतारने का कॉन्फिडेंस मिला. विग्नेश ने चेन्नई के खिलाफ चार ओवर में 32 रन देकर तीन विकट झटके.  

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