डियर BCCI, हार्दिक पंड्या को प्रियॉरिटी देना बंद कर दो!
Hardik Pandya को बहुत प्रियॉरिटी मिल रही है. ऐसा इरफ़ान पठान को लगता है. पठान का मानना है कि अब वक्त आ गया है कि BCCI वाले हार्दिक को प्रियॉरिटी देना बंद कर दें.
हार्दिक पंड्या की फिर आलोचना हुई है. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने BCCI से अपील की है कि हार्दिक पंड्या को फालतू की प्रियॉरिटी देनी बंद की जाए. बता दें कि पठान बीते कुछ वक्त से लगातार हार्दिक की आलोचना कर रहे हैं.
2023 वनडे वर्ल्ड कप में हार्दिक आखिरी बार टीम इंडिया के लिए खेले थे. इसी दौरान उन्हें टखने में चोट लग गई थी. इस चोट के चलते वह ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका के खिलाफ़ नहीं खेल पाए. बाद में हार्दिक ने दावा किया कि वह जनवरी में ही फ़िट हो चुके थे. लेकिन खेलने के लिए कुछ ना होने के चलते, वह वापसी नहीं कर पाए. हार्दिक पंड्या ने DY पाटिल T20 टूर्नामेंट के जरिए क्रिकेट में वापसी की.
वापसी के बाद से ही वह IPL में मुंबई इंडियंस की कप्तानी भी कर रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक पठान ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा,
'हार्दिक पंड्या के बारे में मैं जो महसूस करता हूं, वो ये है कि इंडियन क्रिकेट को ये क्लियर करना होगा कि वो उन्हें इतनी ज्यादा प्रियॉरिटी देना बंद करें. जो अब तक देते आए हैं. क्योंकि हमने अभी तक वर्ल्ड कप नहीं जीता है.
और अगर आप सोचते हैं कि आप प्राइमरी ऑल-राउंडर हैं, तो आपको इंटरनेशल लेवल पर ऐसा प्रभाव भी छोड़ना होगा. ऑल-राउंडर के रूप में उन्होंने अभी तक इंटरनेशनल लेवल पर उतना प्रभाव नहीं छोड़ा है. हम सिर्फ़ पोटेंशियल के बारे में सोचते रहते हैं. हम IPL और इंटरनेशनल परफ़ॉर्मेंस में कन्फ़्यूज़ हो जाते हैं. दोनों में बड़ा अंतर है.'
बता दें कि हार्दिक चोट के चलते अक्सर ही टीम इंडिया से दूर हो जाते हैं. इन्हीं चोटों ने हार्दिक को भारतीय टेस्ट टीम से अनकही रिटायरमेंट लेने पर भी मजबूर कर दिया है. उनका शरीर तीनों फ़ॉर्मेट्स का लोड नहीं ले पा रहा है. साथ ही 2022 में चोट से वापसी के बाद से हार्दिक पूरी स्पीड के साथ बोलिंग भी नहीं कर पा रहे हैं.
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पठान का मानना है कि हार्दिक को अपने पसंद की सीरीज़ और टूर्नामेंट्स में खेलने की आजादी नहीं मिलनी चाहिए. IPL की शुरुआत से पहले, बोर्ड ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को नए कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिए थे. उनके खिलाफ़ ये एक्शन लेने की वजह थी उनका रणजी ट्रॉफ़ी ना खेलना. बार-बार कहे जाने के बाद भी जब वो डॉमेस्टिक क्रिकेट खेलने नहीं उतरे, बोर्ड ने उन्हें सजा दी.
रिपोर्ट्स का दावा था कि हार्दिक के साथ भी ऐसा ही होने वाला था. लेकिन उन्होंने टीम इंडिया के कैलेंडर से इतर होने वाले डॉमेस्टिक टूर्नामेंट्स में खेलने का वादा करके खुद को बचा लिया. ऑस्ट्रेलिया का ज़िक्र करते हुए पठान बोले,
'सबसे पहले, उन्हें पूरे साल खेलने की जरूरत है. वह अपनी सहूलियत के हिसाब से नहीं चुन सकते. इंडियन क्रिकेट को ऐसा करना बंद करना होगा. व्यक्तियों को प्राथमिकता देनी बंद करिए. अगर आप ये करेंगे, तो बड़े टूर्नामेंट्स नहीं जीत पाएंगे. सालों से ऑस्ट्रेलिया वाले यही कर रहे हैं, वो टीम गेम को आगे रखते हैं. सभी को सुपरस्टार बनाते हैं. ना कि किसी एक को. स्क्वॉड के सभी लोग सुपरस्टार हैं. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, बड़े टूर्नामेंट्स नहीं जीत पाएंगे.'
बड़े टूर्नामेंट्स में हार्दिक के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने T20 वर्ल्ड कप की दस पारियों में 136 के स्ट्राइक रेट से 213 रन बनाए हैं. इसमें एक पचासा शामिल है. इस टूर्नामेंट में हार्दिक के नाम 9.14 की इकॉनमी के साथ 13 विकेट्स हैं. जबकि वनडे वर्ल्ड कप की दस पारियों में उन्होंने लगभग 34 की ऐवरेज़ के साथ 237 रन जोड़े हैं. और इसके साथ ही उनके नाम 15 विकेट्स भी हैं. ये विकेट्स 5.86 की इकॉनमी से आए हैं.
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