The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Sports
  • indian athlete Jyothi Yarraji viral video fact check asian athletics championship 2025 medals

ज्योति याराजी को मेडल पहनाते वक्त स्टेडियम खाली क्यों था? सच जान 'रोना' आ जाएगा!

कई लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ज्योति ने 2025 के एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर हर्डल में गोल्ड जीता और कोई उनके लिए तालियां बजाने वाला भी नहीं था.

Advertisement
jyothi yarraji, sports news, asian athletics
ज्योति याराजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. (Photo-Screengrab)
pic
रिया कसाना
24 दिसंबर 2025 (Updated: 24 दिसंबर 2025, 08:47 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पिछले कुछ दिनों में आपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा होगा. वीडियो में भारतीय एथलीट ज्योति याराजी (Jyothi Yarraji) गले में मेडल डाले पोडियम पर खड़ी नजर आती हैं. उस एथलीट की आंखों में आंसू हैं. वीडियो को यह बताकर शेयर किया जा रहा है कि यह भारतीय खिलाड़ी जब दौड़ रही थीं, तब उन्हें देखने वाला कोई नहीं था. कोई उन्हें चीयर नहीं कर रहा था. वह अकेले दौड़ीं और इसी कारण मेडल जीतने पर भावुक हो गईं.

ज्योति याराजी का वीडियो वायरल

कुछ और लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ज्योति ने 2025 के एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर हर्डल में गोल्ड जीता और कोई उनके लिए तालियां बजाने वाला भी नहीं था. कुछ लोग क्रिकेट को भी बीच में ले आए. एक यूजर ने लिखा,

विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) की ज्योति याराजी स्वर्ण पदक के साथ पोडियम पर अकेली खड़ी हैं, लेकिन खाली स्टैंड से कोई चीयर नहीं कर रहा. समर्थन कहां है? सरकार क्रिकेट पर अरबों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन एथलेटिक्स और अन्य खेलों के सितारों को नजरअंदाज कर रही है.

संदीप राजा नाम के यूजर ने लिखा, 

यह गर्व करने के साथ-साथ दुखी होने का पल भी है. खाली स्टेडियम, कोई तालियां नहीं बजा रहा, जब उन्होंने मेडल जीता या उन्हें मेडल मिला. वाइजैग की तेलुगु बोलने वाली लड़की ने एशिया 100 मीटर में अपना गोल्ड मेडल डिफेंड किया और उनकी आंखों में आंसू भी हैं.

 

.
ज्योति याराजी के वीडियो पर आए रिएक्शन. 

लेकिन सवाल यह है कि इस वीडिया का सच क्या यही है? क्या वाकई में ज्योति की रेस को देखने वाला वहां कोई नहीं था? क्या उन्हें कोई चीयर नहीं कर रहा था? हम आपको इन सारे सवालों के जवाब बताते हैं.

कौन हैं ज्योति याराजी?

सबसे पहले तो यह जानना अहम है कि ज्योति याराजी हैं कौन? भारतीय एथलीट ज्योति 100 मीटर हर्डल्स की एथलीट हैं. उनके नाम इस इवेंट का नेशनल रिकॉर्ड भी है. उन्होंने साल 2023 में चीन में हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 12.82 सेकेंड का समय निकालकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था. वह देश की नंबर 1 हर्डल एथलीट हैं. हालांकि, जिस दावे के साथ उनका वीडियो शेयर किया जा रहा है, वह गलत है. वीडियो की पूरी सच्चाई हम आपको बताते हैं.

यह भी पढ़ें- 15 साल बाद विराट ने ये कारनामा किया, सचिन का एक और रिकॉर्ड खतरे में 

दो साल पुराना है वायरल वीडियो

ज्योति का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह इस साल का नहीं बल्कि 2023 की एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप का है. यह इवेंट तब कोरिया के गुमी में नहीं बल्कि थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित हुआ था. ज्योति ने यहां 100 मीटर हर्डल में गोल्ड मेडल जीता था. रेस के समय स्टेडियम में फैंस मौजूद थे. हालांकि, मेडल सेरेमनी से कुछ समय पहले बहुत तेज बारिश होने लगी. इसी कारण ज्यादातर लोग स्टेडियम से चले गए. वहीं जो फैंस बचे हुए थे वह स्टेज के सामने वाले स्टैंड पर चले गए. इसी कारण वीडियो में ज्योति के पीछे के स्टैंड्स खाली नजर आ रहे थे. यह ज्योति का पहला इंटरनेशल मेडल था. इसी कारण वह भावुक नजर आ रही थीं और उनकी आंखो में आंसू थे. ज्योति ने इस मेडल के बाद टूर्नामेंट में 200 मीटर इवेंट में भी सिल्वर मेडल जीता था.

ज्योति ने देश के लिए जीते कई मेडल

ज्योति ने इसके बाद 2025 में मई में हुई एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपने गोल्ड मेडल का बचाव भी किया. ज्योति को 2023 में हागंझू में हुए एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल मिला था. एशियन इंडोर चैंपियशिप में ज्योति ने 2023 में सिल्वर और 2024 में गोल्ड मेडल जीता था. ज्योति याराजी को करियर में पूरा आर्थिक समर्थन हासिल है. उन्हें रिलांयस स्पॉन्सर करता है. वह विदेशी कोच जेम्स हिलर के साथ ट्रेनिंग करती हैं. उनके खाने-पीने, किट, ट्रेवल करने से लेकर हर चीज का खर्च रिलायंस फाउंडेशन ही उठाता है. उन्हें एडिडास भी स्पॉन्सर करता है. साथ ही याराजी भारतीय सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) का भी हिस्सा थीं. इसके तहत उन्हें हर साल खेल पर खर्च के लिए काफी रकम दी जाती रही है. ज्योति एक शानदार एथलीट हैं और वह इस लोकप्रियता की हकदार हैं. लेकिन, यह भी जरूरी है कि उनकी काबिलियत और कामयाबी सही फैक्ट्स और सही तरीके से लोगों तक पहुंचाया जाया. वह लोगों की फेक सिंपेथी का शिकार न बनें. 

वीडियो: ब्लाइंड महिला क्रिकेट टीम ने सुनाई भावुक कहानियां

Advertisement

Advertisement

()