पुजारा-रहाणे की तरह कोहली को बाहर करने पर बात क्यों नहीं हो रही?
कोहली फ़ैन्स को अच्छी नहीं लगेगी नेहरा की बात.
Advertisement
खराब फॉर्म से जूझ रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का साथ मिला है. आशीष नेहरा ने साफ कहा है कि कोहली भी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. कोहली के आंकड़े भी रहाणे और पुजारा के लगभग बराबर ही है. लेकिन कोहली की जगह पर कोई सवाल नहीं उठा रहा है.
बता दें कि टीम इंडिया के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और रहाणे खराब दौर से गुजर रहे हैं. पुजारा ने अपना आखिरी शतक 2019 में सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया था. उस मैच में पुजारा ने 193 रन की पारी खेली थी. पिछले तीन साल में पुजारा की फॉर्म में लगातार गिरावट देखने को मिली है. इस दौरान उन्होंने 26 टेस्ट में 26.86 के ऐवरेज से 1182 रन बनाए हैं. जिसमें 11 अर्धशतक शामिल हैं.
# Pujara-Rahane-Kohli
वहीं रहाणे ने अपना आखिरी शतक 2020 में मेलबर्न टेस्ट में लगाया था. इसके बाद से रहाणे को भी रन के लिए संघर्ष करना पड़ा है. मेलबर्न टेस्ट के बाद रहाणे का बैटिंग ऐवरेज 19.95 का रहा है. 14 टेस्ट खेले. 24 पारियों में दो अर्धशतक की मदद से सिर्फ 479 रन ही बना सके हैं. लिहाजा, दोनों बल्लेबाजों पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. लेकिन पुजारा और रहाणे को नेहरा का साथ मिला है. आशीष नेहरा ने क्रिकबज़ पर कहा,
'विराट कोहली के आंकड़े भी पुजारा और रहाणे के बराबर है. लेकिन लोग टीम में उनकी जगह पर सवाल नहीं उठा रहे हैं. जाहिर है वह कप्तान हैं. और कोहली ने जो किया है वह उन दो बल्लेबाजों से बिल्कुल अलग स्तर पर है जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं. तुलना करना सही नहीं है, लेकिन रहाणे और पुजारा भी किसी से पीछे नहीं हैं.'आशीष नेहरा का ये भी मानना है कि बीच सीरीज में पुजारा और रहाणे को ड्रॉप करना सही नहीं है. इससे टीम कॉम्बिनेशन बिगड़ेगा, जिसका खामियाजा भारत को भुगतना पड़ सकता है. नेहरा ने आगे कहा,
'अगर आपने रहाणे जैसे खिलाड़ी को पहले टेस्ट में बैक किया है. तो पूरी सीरीज में उन्हें बैक करना चाहिए. बेशक अजिंक्य रहाणे चोट की वजह से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे. लेकिन पहले टेस्ट में कोहली की जगह उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी की थी. इस बात से इत्तफ़ाक रखता हूं कि पुजारा और रहाणे खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. लेकिन सीरीज के बीच में बदलाव करना बड़ा फैसला है.'बताते चलें कि सेंचुरियन के बाद जोहानसबर्ग टेस्ट में भी पुजारा का बल्ला नहीं चला. पहली पारी में पुजारा ने 33 गेंदों का सामना करते हुए तीन रन बनाए. जबकि रहाणे गोल्डन डक पर आउट हुए. ये पहला मौका था, जब अपने टेस्ट करियर में रहाणे गोल्डन डक पर आउट हुए. दोनों बल्लेबाजों को डुवेन ओलिवियर ने आउट किया. भारत की पहली पारी 202 रन पर सिमटी.