तो रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने का प्लान 2023 में ही बना लिया गया था?
2023 वह समय था जब तीनों फॉर्मेट में रोहित शर्मा टीम के कप्तान थे और तीनों फॉर्मेट में भारत ने आईसीसी ट्रॉफी का फाइनल खेला था. भारत शानदार क्रिकेट खेल रहा था. इसके बावजूद शुभमन गिल को अगला कप्तान बनाने की चर्चा शुरू हो गई थी.
.webp?width=210)
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया तो शुभमन गिल (Shubman Gill) को इस फॉर्मेट की कप्तानी मिली. फिर बोर्ड को लगा कि वनडे में भी गिल ही कप्तान होने चाहिए. एक साल तक टी20 टीम से बाहर रहे गिल वापसी के साथ इस टीम के भी उप-कप्तान बन गए. अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टी20 वर्ल्ड कप 2026 के बाद गिल इस फॉर्मेट के भी कप्तान होंगे. लेकिन रोहित को हटाकर गिल को यूं कप्तान बनाने का फैसला अचानक या रातोरात नहीं हुआ. गिल को भले ही कप्तानी अब मिली हो लेकिन इसकी प्लानिंग 2023 में ही हो गई थी.
2023 में ही हो गई थी प्लानिंग2023 वह समय था जब तीनों फॉर्मेट में रोहित शर्मा टीम के कप्तान थे और तीनों फॉर्मेट में भारत ने आईसीसी ट्रॉफी का फाइनल खेला था. भारत शानदार क्रिकेट खेल रहा था. इसके बावजूद शुभमन गिल को अगला कप्तान बनाने की चर्चा शुरू हो गई थी. पूर्व सिलेक्टर सलिल अनकोला ने विक्की लालवानी के चैनल पर कहा,
गिल के समर्थन में सलिल अनकोलाहम हमेशा से यही सोचते थे कि गिल कप्तान बनेंगे. हमने 2023 में ही उनके बारे में इस भूमिका के लिए विचार किया था, हमें विश्वास था कि वह कमान संभाल लेंगे. सिलेक्टर्स न केवल कोच और कप्तान से बल्कि अन्य सीनियर खिलाड़ियों से भी सुझाव लेते हैं. यहां तक कि उन खिलाड़ियों से भी जो पहले ही संन्यास ले चुके थे. उन्हें भी लगा कि वह सही व्यक्ति हैं.
सलिल के मुताबिक गिल सबकी उम्मीदों पर खरे उतरे और उन्होंने खुद को साबित भी किया है. इंग्लैंड में एक युवा भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए उन्होंने सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई जो बड़ी उपलब्धी थी. गिल ने यहां बल्ले से भी कमाल किया. उन्होंने 75.40 के औसत से 756 रन बनाए.
सलिल ने कहा कि लोग हमेशा ही सवाल उठाते हैं और उन्हें हमेशा कुछ न कुछ परेशानी रहती है. इसी कारण उन्हें गिल से भी दिक्कत है. गिल का पक्ष लेते हुए सलिल ने कहा,
यह एक कलेक्टिव फैसला है. सभी ने ऐसा महसूस किया, और उन्होंने इंग्लैंड में इसे साबित भी कर दिया. क्या शानदार सीरीज थी उनकी! इतने दबाव में इंग्लैंड में 750 रन बनाना उनकी मेंटल स्ट्रेंथ को दर्शाता है. लोग कहेंगे कि किसी और को कप्तान होना चाहिए था, या किसी को वापस लाना चाहिए था. आप चाहे जो भी अच्छा काम करें, लोग उसमें कुछ न कुछ बुराई ढूंढ ही लेंगे. लोग सोचते हैं कि उन्हें सब कुछ पता है.
यह भी पढ़ें- जितेश शर्मा के कारण टीम से बाहर हुए सैमसन? अब टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी ने खुद बताई वजह
इससे पहले सौरव गांगुली ने भी इस बात की वकालत की थी कि शुभमन गिल को ही तीनों फॉर्मेट में कप्तानी दी जाए. उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से कहा था,
मेरी नजर में शुभमन गिल सभी फॉर्मेट्स के कप्तान होने चाहिए. वह पूरी तरह सक्षम हैं. तीन महीने पहले इंग्लैंड में गिल का प्रदर्शन देखिए. जब रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी टीम में नहीं थे, तब एक युवा टीम को आगे से लीड करना शानदार था. बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों में वह सोने की तरह चमके.
भारत में लंबे समय से सभी फॉर्मेट में एक ही कप्तान रखने की कवायद है. चाहे रोहित शर्मा हों, विराट कोहली हों या फिर एमएस धोनी, सभी ने तीनों फॉर्मेट में एक साथ कप्तानी की थी.
वीडियो: वर्ल्ड चैंपियन महिला ब्लाइंड क्रिकेटर्स से बातचीत में पीएम मोदी ने बताया पॉलिटिक्स का ऑलराउंडर कौन है

.webp?width=60)

