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1983 वर्ल्ड कप का टिकट नहीं मिला तो BCCI प्रेसिडेंट ने नया टूर्नामेंट ही बना दिया!

वर्ल्ड कप टिकट ना मिलने का गुस्सा है एशिया कप.

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Sunil Gavakar with Team India winning the inaugural Asia Cup 1984
पहला एशिया कप जीतने वाली टीम इंडिया के साथ सुनील गावस्कर (पैट्रिक एडगर)
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गरिमा भारद्वाज
22 अगस्त 2022 (Updated: 22 अगस्त 2022, 01:48 PM IST) कॉमेंट्स
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एशिया कप (Asia Cup). टीम इंडिया आठवीं बार इस टूर्नामेंट को जीतने की तैयारी में है. वैसे तो ये टूर्नामेंट से 27 अगस्त से शुरू होगा, लेकिन इंडिया अपना पहला मैच 28 अगस्त को खेलेगी. भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ़ मैच के साथ अपना एशिया कप का सफर शुरू करेगी. और इस सफर के शुरू होने से पहले हमने सोचा कि क्यों ना आपको इस टूर्नामेंट के शुरू होने की कहानी सुनाएं.

और इस कहानी की शुरुआत एक सवाल से करेंगे. सवाल ये कि, अगर आपका परिचित अपनी जेब में पड़ा वर्ल्ड कप मैच का टिकट आपको देने से मना कर दे तो? अब आम जिंदगी में तो आप ये करेंगे कि उससे बात करना बंद कर देंगे. लेकिन क्या हो कि ये मेंटॉस जिंदगी हो? आपके पास इतनी पावर हो कि आप इसका बदला धमाकेदार तरीके से ले सकें तो?

निश्चित तौर पर आप बदला लेंगे. और यही बदला वो कारण है जिसके चलते हम और आप एशिया कप देखते हैं. जी हां. और ये बदला लिया था उस वक्त के BCCI प्रेसिडेंट एनकेपी साल्वे ने. विज़्डन के मुताबिक साल्वे 25 जून 1983 को लॉर्ड्स में खेले वर्ल्ड कप फाइनल को स्टैंड से देखना चाहते थे. लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने प्रण किया कि अब वो वर्ल्ड कप को इंग्लैंड से बाहर निकालकर रहेंगे.

# कैसे क्या हुआ?

लेकिन साल्वे जानते थे कि ये काम आसान नहीं है. फिर उन्होंने PCB (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के हेड नूर खान को अपने साथ जोड़ लिया. SLC (श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड) के हेड गामिनी दिसानायके भी इस मुहिम में साल्वे के साथ आए. और साल 1983 की 19 सितंबर को नई दिल्ली में ACC यानी एशियन क्रिकेट कॉन्फ्रेंस (अब एशियन क्रिकेट काउंसिल) बन गई.

इसमें ICC के तीन फुल मेम्बर्स इंडिया, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ बांग्लादेश, मलेशिया और सिंगापुर को भी जोड़ा गया. ACC का बनना क्रिकेट इतिहास की बहुत बड़ी घटना थी. क्योंकि इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट की पूरी मिल्कियत ICC के पास थी. लेकिन अब ACC इंटरनेशनल क्रिकेट आयोजित करने वाली पहली क्षेत्रीय संस्था बन चुकी थी.

लेकिन ACC सिर्फ यहीं पर नहीं रूकना चाहती थी. उनको चाहिए थी फुल इज्ज़त. अपना टूर्नामेंट, जिसमें एशियन टीम्स खेलती और इसको नाम दिया एशिया कप. साल 1984 में ये एशिया कप शुरू हुआ और पहला एडिशन खेला गया UAE में. वही देश जहां इंडिया IPL कराने, तो कई सालों तक पाकिस्तान अपने घरेलू मैच कराने पहुंचता है. जहां साल 2021 का वर्ल्ड कप हुआ और अब एशिया कप भी होगा.

साल 1984 में शुरू हुआ ये टूर्नामेंट पहले वनडे फॉर्मेट में खेला जाता था. लेकिन इस बार इसे T20I फॉर्मेट में खेला जाएगा. भारत ने इसे सबसे ज्यादा बार जीता है.

वर्ल्ड वॉर 2 के बाद भारत और इंग्लैंड का टेस्ट मैच, जिसमें भारत से दुनिया का बदला ले गई इंग्लैंड टीम

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