इस मॉडल ने तस्वीरें खिंचवाईं तो पुलिस क्यों पकड़कर ले गई?
और मिलिए, एक पैर खोकर भी रिकॉर्ड बनाने वाली खिलाड़ी से.
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(बाएं) मॉडल सलमा अल शीमी, जिन्हें पुलिस ने फोटोशूट पर अरेस्ट कर लिया. (दाईं तरफ) पैरा बैडमिन्टन खिलाड़ी मानसी जोशी.
एक पैर खोकर भी हार न मानने वाली सुपरस्टार खिलाड़ीवायरस और बैक्टीरिया से लड़ने वाला कपड़ा बनाने वाली इंजीनियर
अमिताभ बच्चन ने KBC के पूरे एपिसोड में किसका नाम नहीं लिया?
इन सबके बारे में जानेंगे, ऑडनारी के स्पेशल न्यूज बुलेटिन WIN, यानी विमन इन न्यूज में. इस खास प्रोग्राम में हम बात करते हैं महिलाओं की, उनकी जो किसी न किसी वजह से खबर में बनी रहीं. इसी के साथ बढ़ते हैं पहली खबर की ओर-
# बैडमिन्टन खिलाड़ी ने बताया, कैसे एक पैर खोकर भी खेल में हार नहीं मानी
मानसी जोशी. पैरा-बैडमिन्टन खिलाड़ी हैं. पेशे से इंजीनियर रहीं मानसी जोशी साल 2011 में एक एक्सीडेंट का शिकार हो गई थीं. उन्हें एक पैर खोना पड़ा. ये वाकया 2 दिसंबर 2011 को हुआ था. इस हादसे के नौ साल बाद मानसी ने ट्विटर पर अपनी जिंदगी के अब तक के सफ़र के बारे में बात की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,
कभी-कभी हमारी कोई गलती न होते हुए भी हम नुकसान झेलते हैं, क्योंकि कोई अपना काम सही से नहीं कर रहा होता है. चाहे वो गाड़ी चलाना हो, या ट्रैफिक लाइट्स को सही करने का काम हो, या कोविड के लक्षण होने पर घर बैठना हो, या मास्क पहनना हो.मानसी 2019 में वर्ल्ड पैरा बैडमिन्टन चैम्पियनशिप में भारत के लिए गोल्ड जीत चुकी हैं. 2020 की शुरुआत में उन्हें कई मीडिया हाउसेज ने पैरा एथलीट ऑफ द ईयर की कैटेगरी में नामित किया, और अवॉर्ड भी दिए. इसी साल अक्टूबर में TIME मैगजीन ने उन्हें अगली पीढ़ी के लीडर्स में से एक गिनते हुए अपनी लिस्ट में जगह दी थी. BBC की साल की टॉप 100 महिलाओं की लिस्ट में भी मानसी का नाम था.
मानसी इकलौती ऐसी भारतीय पैरा एथलीट हैं, जिनके ऊपर एक बार्बी डॉल बनाई गई है.

# इस मॉडल को तस्वीरें खिंचवाने पर अरेस्ट कर लिया गया
सलमा अल शीमी. इजिप्ट की मॉडल हैं. इन्हें पुलिस ने हाल में गिरफ्तार किया है. आरोप लगे हैं कि इन्होंने ऐतिहासिक धरोहर के पास अनुचित फ़ोटो खिंचवाईं. इसकी वजह से इजिप्ट की संस्कृति का अपमान हुआ.
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले हफ्ते शीमी ने जोसर के पिरामिड के पास फोटोशूट कराया था. ये इजिप्ट की राजधानी काहिरा (cairo) के पास है. इस शूट में उन्होंने जो कपड़े पहने, उस पर आपत्ति जताई जा रही है. शूट के बाद शीमी को गिरफ्तार कर लिया गया, उनके फोटोग्राफर को भी हिरासत में ले लिया गया.
इजिप्ट की मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म एंड एंटीक्विटीज के अधिकारी डॉक्टर मुस्तफा वजीरी ने कहा कि इजिप्ट की ख़ास सभ्यता या उसकी प्राचीन चीज़ों को लेकर कोई नज़रअंदाज़ी भरा व्यवहार करता है तो उसे सजा दी जाएगी.

# अमिताभ बच्चन ने KBC के पूरे एपिसोड में इस खिलाड़ी का नाम क्यों नहीं लिया?
अभिलाषा राव कालवा. मध्य प्रदेश से हैं. कौन बनेगा करोड़पति में कंटेस्टेंट बनकर पहुंचीं. फ़ॉरेस्ट रेंज ऑफिसर के तौर पर काम करती हैं. उन्होंने अमिताभ बच्चन को बताया कि अपनी जॉब में उन्हें क्या-क्या चैलेन्ज फेस करने पड़ते हैं. अभिलाषा ने बताया कि वह जिस प्रोफेशन में हैं, उसमें पुरुषों का दबदबा रहा है. लोग उनके ऑफिस में फोन करते हैं तो अक्सर सोचते हैं कि कोई पुरुष फोन उठाएगा, लेकिन मेरी आवाज़ सुनने के बाद सर मैडम कहने लगते हैं.
इसी बात पर अमिताभ बच्चन ने पूरे एपिसोड के दौरान अभिलाषा को रेंजर सर मैडम कहकर बुलाया. अभिलाषा ने उन्हें जानवरों की तस्वीरें भी दिखाईं, जो उन्होंने खुद खींची थीं. 13वें सवाल पर फंसने के बाद अभिलाषा 12.5 लाख रूपए लेकर गेम से लौटीं.

# बिजली कंपनियों ने कहा, महिलाएं खम्भों पर नहीं चढ़ सकतीं तो कोर्ट ने टेस्ट करने को कह दिया
तेलंगाना हाई कोर्ट ने एक आदेश दिया है. एक टेस्ट कराने का आदेश. इसमें ये पता लगाया जाएगा कि क्या औरतें बिजली के खंभों पर चढ़ सकती हैं या नहीं. 'TOI' की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना की पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों (बिजली वितरण कंपनियां) ने तेलंगाना हाई कोर्ट में कहा था कि वे फील्ड स्टाफ के तौर पर महिलाओं को इसलिए भर्ती नहीं करना चाहते, क्योंकि उन्हें लगता है कि महिलाओं को बिजली के खंभों पर चढ़ने में दिक्कत होगी.
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस राघवेंद्र सिंह चौहान और जस्टिस बी विजयसेन रेड्डी की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही थी. उन्हें बिजली कंपनियों की दलील नहीं जंची. हैरानी भी हुई. बेंच ने कहा कि जब सेना में महिलाओं के लिए दरवाज़े खुल रहे हैं, तो यहां उन्हें 'लाइन विमन' बनने से कैसे रोका जा सकता है? इसके बाद बेंच ने दो हफ्ते के अंदर एक पोल क्लाइम्बिंग टेस्ट कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए. अब महबूबाबाद की वी. भारती और सिद्धिपेट की बी. शिरिशा के लिए ये टेस्ट करवाया जाएगा. 'नवभारत टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, भारती का कहना है कि उन्होंने भी पुरुषों की तरह अपने काम के लिए कड़ी ट्रेनिंग की है.अपने बच्चों को गांव में छोड़कर वारंगल में रह रही हैं.

# वो क्रिकेटर जिसने भारतीय महिला क्रिकेट को नई पहचान दी
मिताली राज. भारत ही नहीं, दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हैं. आज उनका जन्मदिन होता है. 10 साल की थीं, जब क्रिकेट खेलना शुरू किया. 17 की हुईं तो इंडियन टीम में आ गईं. 1999 में टीम इंडिया के लिए वनडे में डेब्यू करने वाली मिताली ने अपने पहले ही मैच में आयरलैंड के खिलाफ 114 रन की पारी खेली. पहली विकेट के लिए रेशमा गांधी (104) के साथ 258 रन की पार्टनरशिप की. 2002 में इंडिया की विमन टेस्ट टीम का हिस्सा बनी. अपने तीसरे ही मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 209 रन की पारी खेल डाली. ये उस समय की सबसे बड़ी टेस्ट पारी थी, जो 2004 तक मिताली के ही नाम रही. बाद में पाकिस्तान की किरन बलूच ने 242 रन की पारी के साथ ये रिकॉ़र्ड तोड़ा. मिताली के नाम 53 हाफ सेंचुरी हैं, जो एक रिकॉर्ड है. मिताली एवरेज के मामले में भी अव्वल रही हैं. उनका 50.64 का औसत है, जो 100 से ज्यादा वनडे खेलने वाली किसी भी इंटरनेशनल विमन प्लेयर से ज्यादा है. मिताली दुनिया में 5000 से ज्यादा वनडे रन बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं. अप्रैल 2005 में आईसीसी रैंकिंग में वह नंबर एक पर थीं. साल 2003 में अर्जुन अवॉर्ड और साल 2015 में पदमश्री से सम्मानित हो चुकी हैं.

#आज की ऑडनारी
इस सेक्शन में हम आपको मिलवाते हैं, एक ऐसी आम महिला या लड़की से, जो कोई सिलेब्रिटी नहीं होती. लेकिन उससे देश की सभी महिलाएं प्रेरणा ले सकती हैं.आज की ऑडनारी हैं दीप्ति नथाला. IIT मद्रास से पढ़ाई की है. नैनोटेक्नोलॉजी के फील्ड में काफी काम किया है. अभी इनका अपना एक स्टार्टअप है हैदराबाद में. इन्होंने ऐसा कपड़ा बनाया है, जो कीटाणुओं और वायरस से बचाएगा. इन्होंने Hecoll नाम का फैब्रिक बनाया है. इसका मतलब होता है हेड कवर फॉर ऑल. दावा है कि ये सूरज की हानिकारक किरणों को रोकता है. बैक्टीरिया और वायरस को संपर्क में आते ही नष्ट कर देता है. एयर पॉल्यूशन को भी फ़िल्टर करता है.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, ये फैब्रिक ऐसे कॉटन से बना है, जो खुद को डिसइन्फेक्ट करता रहता है. इस कपड़े से मास्क भी बनाए जा सकते हैं. इन्हें धोने में भी कोई दिक्कत नहीं है. तकरीबन छह महीने तक इस कपड़े का इस्तेमाल किया जा सकता है. दीप्ति ने बताया कि उनकी कंपनी घरों और खेतों में मजदूरी करने वाली महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उनसे सिलाई वगैरह का काम कराती है.

तो ये थीं आज की ख़बरें. अगर आप भी जानते हैं ऐसी महिलाओं को, लड़कियों को, जो दूसरों के लिए मिसाल हैं, तो हमें उनके बारे में बताइए. मेल करिए lallantopwomeninnews@gmail.com
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