ससुरालियों पर आरोप, दहेज के लिए बहू की हत्या की, फिर रात के अंधेरे में ही शव को जला दिया
बिहार का मामला, पुलिस ने पति और सास को गिरफ्तार कर लिया है
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देश में सख्त कानूनों के बावजूद दहेज जैसी कुरीति पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई है. (सांकेतिक फोटो - इंडिया टुडे.)
क्या है पूरा मामला?
10 दिसंबर को सुबह 6 बजे बिनोद दुबे के घर एक फ़ोन आता है. फ़ोन पर उनकी बेटी कुमारी सुप्रिया उर्फ़ नेहा के पति कहते हैं -"नेहा अब नहीं रही."बस. फ़ोन कट. इसके बाद बिनोद दुबे के घर में कोहराम मच जाता है. सुप्रिया के ससुरालवालों को लगातार फ़ोन पर फ़ोन किये जाने लगते हैं, लेकिन कोई फ़ोन नहीं उठाता. थोड़ी देर बाद लड़की का छोटा भाई सुप्रिया के ससुराल पहुंचता है, तो देखता है कि वहां सुप्रिया के ससुर सुरेंद्र पांडेय, उनके दो भाई और ग्राम प्रधान बैठे हैं. आरोप है कि ससुरालवालों से पूछने पर भी कोई जवाब नहीं दिया जाता. बस इतना पता चलता है कि उसकी बहन सुप्रिया की रात में मौत हो गयी थी. उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है. ये भी आरोप है कि लड़की के भाई को तरह-तरह से इमोशनली ब्लैकमेल करने की कोशिश की जाती है. कहा जाता है कि तुम्हारी बहन तो ख़तम हो गयी. मेरे बेटे के भविष्य का सोचो.

पुलिस ने जब छानबीन की तो मुकेश के घर के दरवाज़े के पास सुप्रिया की अस्थियां मिलीं.
तमाम मान-मनउअल के बावजूद सुप्रिया के घरवालों ने पुलिस को फ़ोन कर दिया. ससुरालवालों पर दहेज़ के चक्कर में हत्या का आरोप दर्ज लगाया. पुलिस को छानबीन से पता चलता है कि सुबह-सुबह ही सुप्रिया की लाश को घर के दरवाज़े के सामने गड्ढा खोदकर जला दिया गया है. सुप्रिया के घरवालों का कहना था कि 9 दिसंबर की रात को घर में सुप्रिया के अलावा चार लोग मौजूद थे. इनमें पति मुकेश रंजन पांडेय, ससुर सुरेंद्र पांडेय, सास इन्द्रासन देवी और जेठानी रिंकी पांडेय मौजूद थीं. पुलिस ने मुख्य आरोपी मुकेश और सास इन्द्रासन देवी को गिरफ्तार कर लिया है. ससुर और जेठानी रिंकी फरार हैं. कहा जा रहा है कि रिंकी अपने साथ सुप्रिया के दोनों बच्चों को भी ले गयी है. बता दें कि मृतक सुप्रिया के दो बेटे थे जिनमें से एक 5 साल का तो दूसरा लगभग 3 साल का था. सुप्रिया के दो बेटे हैं, एक 5 साल का और दूसरा लगभग 3 साल का.
पहले भी लगा था पति पर मारपीट का आरोप
2013 में सुप्रिया की शादी तुरकौलिया थाना क्षेत्र के कुशहर गांव के मुकेश रंजन पांडेय के साथ हुई थी. सुप्रिया के घरवालों के मुताबिक़, शादी धूमधाम से की गयी थी, लेकिन शादी के बाद से ही उनकी बेटी के साथ ससुराल में दिक्कत शुरू हो गयी. उनका आरोप है कि शादी के बाद पांच साल तक सुप्रिया को मायके नहीं आने दिया गया. 2018 में डंडे से मारकर उसकी हथेली में फ्रैक्चर कर दिया गया. सुप्रिया के परिवार वालों का दावा है कि इस घटना के बाद उसके ससुर ने कहा था कि मुकेश से गलती हो गयी थी, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था. लेकिन फिर भी सुप्रिया को अपने मायके नहीं आने दिया गया. कहा गया कि अभी टूटा हाथ लेकर सुप्रिया घर गयी तो आस-पड़ोस के लोग बातें बनाएंगे."भाई की शादी में आने के लिए देनी पड़ी थी सोने की चेन"
इसी साल 2020 में सुप्रिया के भाई गुड्डू की शादी थी. सुप्रिया को वहां जाने से भी मना कर दिया गया था. आरोप है कि जब सुप्रिया की मां ने कुछ पैसे और एक सोने की चैन मुकेश को दी, तब उसे शादी में भेजा गया. ये पूछे जाने पर कि जब इतना कुछ हो रहा था तो कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया, सुप्रिया के भाई गुड्डू ने लल्लनटॉप को बताया कि सुप्रिया नहीं चाहती थी कि घर में किसी भी तरह का क्लेश हो. उसने कहा था,"अब यही मेरा घर है और तुम लोग (लड़की के भाई) कुछ भी ऐसा मत करना जिससे मुझे मेरे ही घर में दिक्कत हो जाए. मैं चाहती हूं कि मुकेश का मेरे घरवालों के साथ अच्छा सम्बन्ध हो."लड़की के भाई गुड्डू ने लल्लनटॉप से फोन पर कहा,
"जब भी अपनी बहन का नाम सुनता हूं, मेरा कलेजा फटता है. मैं चाहता हूं कि मेरी बहन को न्याय मिले. उसके दोनों बच्चों की कस्टडी हमें दी जाए. जो इंसान अपनी पत्नी की हत्या कर सकता है, वो अपने बच्चों के साथ क्या करेगा, किसे पता."