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बार-बार गले में उठता है दर्द? मौसम नहीं, ठंडा पानी है विलन!

गले में दर्द किसी इंफेक्शन या एलर्जी की वजह से हो सकता है. गर्मियों में ठंडा पानी पीने से ये दर्द बढ़ जाता है.

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कुछ लोगों का गला अक्सर खराब रहता है.
3 जून 2024 (Published: 16:38 IST)
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गर्मी के मौसम में पीने के लिए ठंडा-ठंडा पानी मिल जाए तो आत्मा तृप्त हो जाती है. कई बार ऐसा होता है कि ठंडा पानी पीने के बाद हमें गले में खराश हो जाती है. खिचखिच होने लगती है. फिर गले में दर्द होने लगता है. और, आखिर में बुखार चढ़ जाता है. फिर हम ठंडे पानी और मौसम को कोसना शुरू कर देते हैं. आज आपको एक बहुत दिलचस्प बात बताते हैं. मौसम असल विलन नहीं हैं. मौसम कोई भी हो, ठंडा पानी पीने के बाद गला खराब होना बड़ी आम समस्या है. इसलिए, आज डॉक्टर से जानेंगे कि आखिर ठंडा पानी पीने से गला ख़राब क्यों हो जाता है? बार-बार गला ख़राब होना किस चीज़ का इशारा है? और, इससे बचने के लिए क्या करें? 

ठंडा पानी पीने से गला क्यों ख़राब हो जाता है?

ये हमें बताया डॉक्टर नीतू जैन ने. 

डॉ. नीतू जैन, सीनियर कंसल्टेंट, पल्मोनोलॉजी, पीएसआरआई हॉस्पिटल

बहुत लोग ये शिकायत करते हैं कि ठंडा पानी पीने से उनका गला खराब हो जाता है या गले में दर्द होने लगता है. ठंडे पानी से ही गले में इंफेक्शन होता है, ये एक गलत धारणा है. ऐसा नहीं है कि ठंडे पानी से आपको गले में इंफेक्शन होता है. लेकिन ठंडे पानी से गले को थोड़ी दिक्कत ज़रूर होती है. जिसकी वजह से गले में खराश हो सकती है. आपको असहज महसूस हो सकता है. ये तब होता है जब आपको पहले से ही गले में कोई इंफेक्शन या इंफ्लेमेशन (सूजन) हो. ठंडा पानी इसे बढ़ा सकता है.

जब आप ठंडा पानी पीते हैं तो गले के अंदर खून की नलियां सिकुड़ जाती हैं. इससे खून का प्रवाह गले में कम हो जाता है. ऐसे में गला देर से ठीक होता है. इसके अलावा हर कोशिका के अंदर सीलिया पाया जाता है. ये बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ते हैं. सीलिया लगातार घूमते रहते हैं. ठंडा पानी पीने से इनकी गति कम हो जाती है. ऐसे में अगर किसी को वायरल इंफेक्शन हो तो उसे बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है जिससे गले में दर्द महसूस हो सकता है. 

ठंडा पानी अपने आप में इंफेक्शन नहीं करता है लेकिन यह इंफेक्शन को बढ़ा सकता है. कई लोगों को यह भी महसूस होता है कि अगर उनके गले में सूजन है और वो ठंडा पानी पिएं तो उन्हें अच्छा लगता है. ऐसा भी नहीं है कि गर्म पानी पीना आपके लिए बेहतर है. आप रूम टेम्परेचर का पानी पी सकते हैं, जिसका तापमान 16 डिग्री के आसपास हो. इसे सबसे बेहतर पाया गया है. जब आपको कोई इंफेक्शन हो या गले में दर्द हो, उस वक्त ज़रूरी ये है कि आप पानी ज़्यादा पिएं. ये अहम नहीं है कि पानी ठंडा हो या गर्म. लेकिन अगर आप पानी की मात्रा सही रखेंगे तो आपको डिहाइड्रेशन नहीं होगा जो किसी भी इंफेक्शन के कारण हो सकता है. 

अगर आपके गले में बार-बार इंफेक्शन हो रहा है तो इसका मतलब आपकी इम्यूनिटी कम है
बार-बार गला क्यों ख़राब हो रहा है?

गले में बार-बार दर्द दो कारणों से हो सकता है. पहला, आपको बार-बार गले में इंफेक्शन हो रहा है. दूसरा, आपको किसी चीज़ से एलर्जी है. जैसे धूल, मिट्टी, धुआं, फंगस, स्पोर्स (ये वो सेल है जो फंगस, बैक्टीरिया या पौधे बनाते हैं) या पोलन यानी परागकणों से एलर्जी. तब ऐसे लोगों को गले में बार-बार दर्द हो सकता है. अगर आपको ऐसी कोई समस्या है तो जिन चीज़ों से आपको एलर्जी है, उनसे परहेज़ करें. विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. ये समझना चाहिए कि ऐसी स्थिति में आप क्या दवाई लें, ताकि आपकी समस्या बढ़े नहीं. अगर आपके गले में बार-बार इंफेक्शन हो रहा है तो इसका मतलब आपकी इम्यूनिटी कम है. इम्यूनिटी कमज़ोर होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं. जैसे डायबिटीज़ या कोई ऐसी दवाई जिससे इम्यूनिटी कम हो जाए.

अगर आपकी उम्र ज़्यादा है तब भी आपकी इम्यूनिटी कम हो सकती है. ये वायरल इंफेक्शन आमतौर पर फ्लू से जुड़े होते हैं. लिहाज़ा ऐसे लोगों को फ्लू वैक्सीन लगवानी चाहिए. उनसे दूर रहें जिन्हें अभी इंफेक्शन हुआ है ताकि किसी और का इन्फेक्शन आपको न लगे. जिन लोगों के घर में छोटे बच्चे होते हैं, उन्हें ऐसी समस्या ज़्यादा जल्दी होती है. बच्चों को स्कूल में इंफेक्शन बहुत जल्दी हो जाता है. फिर वो घर में आकर ये इंफेक्शन बडे़ और बुज़ुर्ग लोगों को दे देते हैं. ऐसे में बुज़ुर्गों और डायबिटीज़ वालों को उन बच्चों से थोड़ी दूरी बनानी चाहिए जिन्हें इंफेक्शन है.

गले में बार-बार दर्द होना इस ओर इशारा है कि आपको एलर्जिक कफ या एलर्जिक राइनाइटिस हो सकता है. ये भी हो सकता है कि आपको आगे जाकर सांस से जुड़ी कोई समस्या हो जाए या ब्रोन्कियल अस्थमा हो जाए. 

इससे बचने के लिए क्या करें?

इसका इलाज यही है कि आप कुछ टेस्ट कराएं और जिन चीज़ों से एलर्जी है, उन्हें अवॉइड करें. कभी-कभी एलर्जी की जांच भी की जा सकती है. फिर उन एलर्जी देने वाली चीज़ों से आपको बचाने के लिए इलाज दिया जाता है. यही कुछ तरीके हैं जिनसे आप बार-बार गले के इंफेक्शन से बच सकते हैं. बार-बार गले में दर्द होने से बच सकते हैं. अगर आपको इंफेक्शन के कारण गले में दर्द हो रहा है तो भी ज़्यादातर इंफेक्शन, वायरल इंफेक्शन होते हैं. ऐसे में आपको एंटीबायोटिक्स की ज़रूरत नहीं पड़ती. आपको नॉर्मल एंटी-एलर्जिक दवाई दी जा सकती हैं. 

आप अपने हाइड्रेशन का ध्यान रखें. बुखार की कुछ दवाइयां लेने से आपका काम चल सकता है. ज़रूरी ये नहीं है कि आपको क्या दवाई लेनी चाहिए. ज़रूरी ये है कि बिना डॉक्टर को दिखाए एंटीबायोटिक्स न लें.

देखिए, गर्मी का मौसम है तो ठंडा पानी पीना ज़रूरत बन जाता है. आप कोशिश करें कि फ्रिज़ के चिल्ड पानी की बजाय घड़े का पानी पिएं. अगर फिर भी आपके गले में बार-बार खराश हो रही है. आपका गला दर्द कर रहा है. तब डॉक्टर से मिलें और अपना इलाज कराएं. क्योंकि बार-बार गले का ख़राब होना मतलब पहले से गले में इन्फेक्शन है. ठंडे पानी से वो उभर कर आ गया है इसलिए जड़ का इलाज होना ज़रूरी है.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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