रोज़ ब्रश करने के बाद भी मुंह से बदबू आती है? ये है उसका कारण
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना आपको महंगा पड़ सकता है.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
हितेश 28 साल के हैं. और आजकल काफ़ी परेशान हैं. वजह है उनके मसूड़े. वैसे तो हितेश ने बचपन से सुना था कि दिन में कम से कम 2 बार तो ब्रश करना ही चाहिए. पर ये सुनकर भी उन्होंने हमेशा अनसुना किया. वो केवल सुबह ब्रश करते रहे हैं. अब कुछ समय से उनके मसूड़ों में सूजन आ गई है और उनके मुंह से बदबू भी आती है. डर के मारे उन्होंने दिन में दो बार ब्रश करना तो शुरू कर दिया, पर इससे कोई फ़ायदा नहीं हुआ. उल्टा अब जितनी बार वो ब्रश करते हैं तो उनके मसूड़ों से खून निकलता है. आखिरकार उन्होंने डेंटिस्ट को दिखाया. उन्हें कुछ दवाइयां दी गईं. अब थोड़ा आराम है. डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनको जिंजिवाइटिस हुआ है. अगर उन्होंने दिखाने में थोड़ी और देर की होती तो उनके दांत मसूड़ों से अलग होने लगते. इसलिए हितेश चाहते हैं हम सेहत पर जिंजिवाइटिस के बारे में बात करें क्योंकि ये दांतों कि एक बहुत ही आम समस्या है. हो सकता है आप में से बहुत लोग इससे परेशान हों. तो सबसे पहले ये जान लेते हैं जिंजिवाइटिस होता क्या है.
जिंजिवाइटिस क्या है?ये हमें बताया डॉक्टर ज़ुल्फ़िकार हफ़ीज़ ने.
-जिंजिवाइटिस मसूड़ों की बहुत कॉमन बीमारी है
-जिंजिवाइटिस दो शब्दों से बना है
-जिंजिवा और आईटिस
-जिंजिवा मसूड़ों को कहते हैं
-आईटिस शब्द का इस्तेमाल तब किया जाता है जब शरीर के किसी भाग में सूजन आ जाती है
कारणजब हम कुछ खाते-पीते हैं तो दांतों के ऊपर एक परत जमती है, ये बैक्टीरिया की एक परत होती है जिसे प्लाक कहते हैं. जब ये प्लाक हमारे दांतों में काफ़ी समय तक जमा रहता है तो ये बैक्टीरिया टॉक्सिन बनाते हैं. जिसकी वजह से मसूड़ों में सूजन आती है. इसलिए दांतों की सफ़ाई रखना ज़रूरी है. हर 12 घंटे में दांतों की सफ़ाई करने पर ये प्लाक दांतों से हटती है. ऐसे मसूड़ों की बीमारियों से बचा जा सकता है. इसलिए दिन में 2 बार दांतों की सफ़ाई ज़रूर करें. और कारणों से भी मसूड़ों में सूजन आती है जैसे प्रेग्नेंसी, जिसमें हॉर्मोन्स का लेवल बदलता है.
कुछ दवाइयों की वजह से भी मसूड़ों में ग्रोथ और सूजन होती है, जैसे आमतौर पर बीपी की दवाइयां. कुछ कैंसर की दवाइयों के कारण भी ऐसा होता है, इसको ड्रग इंड्यूस्ड जिंजिवाइटिस कहते हैं.
लक्षण-सबसे आम लक्षण है मसूड़ों में सूजन
-मसूड़े लाल हो जाते हैं
-मसूड़े दांतों को छोड़ने लगते हैं
-मुंह से बदबू आना
-मसूड़ों से खून आना
-या तो ख़ुद ही खून आ जाता है या हल्की से चोट या ब्रश करने पर खून आ जाता है
बचाव-जिंजिवाइटिस का सबसे आम कारण है दांतों पर प्लाक जम जाना
-इसका बचाव यही है कि दांतों को साफ़ रखें
-दांतों को 2 बार ब्रश करें हर 12 घंटे पर, जिससे ये परत न जमे और बैक्टीरिया अपने टॉक्सिन न बना पाएं जिससे मसूड़ों में सूजन आए
हेल्थ रिस्क
-अगर आपको मसूड़ों की समस्या है
-मसूड़ों से खून आता है
-मुंह से बदबू आती है तो इसको नज़रअंदाज़ न करें
-क्योंकि अगर आप इसको 2-3 हफ़्ते से ज़्यादा नज़रअंदाज़ करेंगे
-तो ये बीमारी धीरे-धीरे पेरियोडोंटाइटिस या पायरिया में बदल जाती है
-पायरिया का मतलब दांतों के बीच में जगह बन जाना
-मसूड़ों का नीचे चले जाना
-अगर इस समस्या का निदान नहीं करते तो दांत धीरे-धीरे ढीले पड़ जाते हैं
-हो सकता है ये दांत ख़ुद निकल आएं
-इसलिए ज़रूरी है कि समय रहते मसूड़ों का इलाज करवाया जाए
-अपने डेंटिस्ट को ज़रूर दिखाएं
मसूड़ों में सूजन आना, मुंह से बदबू आना ये सब बहुत ही आम समस्याएं हैं. पर इन्हें आम समझकर इग्नोर न करें, क्योंकि जैसा कि आपने सुना. अगर 2-3 हफ़्ते के अंदर इलाज नहीं होता है तो दांत मसूड़ों से अलग भी हो सकते हैं. इसलिए सही समय पर डेंटिस्ट के पास जाएं तो आपको दवा देंगे.
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