सिर और गर्दन के दर्द को हल्के में न लें, एन्यूरिज्म भी हो सकता है!
अधिकांश मरीजों में एन्यूरिज्म के बारे में तब पता चल पाता है, जब बात इमरजेंसी की स्थिति तक पहुंच जाती है
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
श्वेता 36 साल की हैं. दिल्ली में रहती हैं. वो हमेशा से काफ़ी हेल्दी रही हैं. कभी कोई बड़ी प्रॉब्लम नहीं हुई. एक साल पहले उनके सिर में दर्द शुरू हुआ. शुरुआत में श्वेता को लगा था कि उनकी आंखें कमज़ोर हो गई हैं. उन्होंने टेस्ट करवाया तो आंखें ठीक थीं. हालाकि सर का दर्द बढ़ता ही जा रहा था. श्वेता को माइग्रेन का शक हुआ. सिर दर्द की गोलियां भी काम नहीं कर रही थीं. ये दर्द बढ़ते-बढ़ते गर्दन तक आ गया. श्वेता ने डॉक्टर को दिखाया. जब उनका सीटी स्कैन हुआ तो श्वेता को धक्का सा लगा. उनके ब्रेन में मौजूद खून की नाड़ियों में एक जगह सूजन थी. एक गुब्बारा जैसा. इसे एन्यूरिज्म कहते हैं. आम भाषा में समझें तो खून की नसों की दीवारों में गुब्बारा सा बन जाता है. श्वेता लकी रहीं कि टाइम रहते उन्होंने डॉक्टर को दिखा दिया. उनका इलाज चला और अब वो काफ़ी बेहतर हैं. श्वेता चाहती हैं कि हम अपने शो पर एन्यूरिज्म के बारे में बात करें. वैसे बता दें, एन्यूरिज्म हमारे देश में एक बहुत ही आम प्रॉब्लम बनती जा रही है.
इतनी कि हर साल यहां छिअत्तर हज़ार पांच सौ से लेकर दो लाख चार हज़ार एक सौ केसेस रिपोर्ट होते हैं. लगभग. डॉक्टर्स का भी कहना है कि एन्यूरिज्म बहुत ख़तरनाक है. इमरजेंसी में इसके सबसे ज़्यादा केसेस आते हैं.
जब एन्यूरिज्म इतनी आम समस्या बन गई है, तो इसके बारे में लोगों को जानकारी होना भी बहुत ज़रूरी है. क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत आम से हैं. जैसे सिर दर्द. तो सबसे पहले ये जान लेते हैं एन्यूरिज्म है क्या.
एन्यूरिज्म क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर विनोद रंबल ने.
-एन्यूरिज्म एक विशेष प्रकार की खून की नाड़ियों की कमज़ोरी है
-ब्रेन में जो खून की रगे हैं उनमें कभी भी कमज़ोरी आ सकती है
-अगर ये कमज़ोर नस फट गई तो शरीर पर ख़तरनाक असर पड़ता है
कारण-एन्यूरिज्म नाड़ियों में कमज़ोरी के कारण हो सकता है
-ऐसा इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है
-सिर में चोट लगने के कारण भी ऐसा हो सकता है
-शरीर में कुछ सिंड्रोम होते हैं जैसे पॉलिसिस्टिक किडनी
-जिन लोगों को पॉलिसिस्टिक किडनी की समस्या है, उन लोगों में एन्यूरिज्म ज़्यादा होता है
लक्षण-लक्षण आमतौर पर पता नहीं चलते
-पर कभी-कभी सिर दुखता है
-ब्लड प्रेशर हाई होता है
-पर जब एन्यूरिज्म फटता है, उसके बाद होने वाले लक्षण जानलेवा भी हो सकते हैं
-सिर में दर्द होता है
-गर्दन में दर्द होता है
-इसके साथ-साथ शरीर का कोई भी अंग काम करना बंद कर देता है
-इन लक्षणों को 5 ग्रेड में बांटा गया है
-1, 2,3 में सिर दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, बेचैनी, उल्टी, गर्दन में दर्द होता है
-पर इंसान होश-ओ-हवास में रहता है
-ग्रेड 4,5 में लकवा भी मार सकता है
-ये लकवा कहां मारेगा, इसपर निर्भर करता है कि कहां पर एन्यूरिज्म है
डायग्नोसिस-एक सिंपल से सीटी स्कैन से एन्यूरिज्म की पहचान हो सकती है
-एक और टेस्ट भी किया जाता है जिसको डिजिटल सबट्रैक्शन एंजियोग्राफी कहते हैं
-इससे पता चल जाता है कि ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन कैसी है
-कौन सी जगह पर सूजन है
इलाज-एन्यूरिज्म के लिए 2 इलाज उपलब्ध हैं
-पहले 72 घंटों में 30-40 प्रतिशत रिस्क होता है इसलिए सर्जरी का ऑप्शन दिया जाता है
-दूसरा इलाज है एंजियोग्राफी
-जिसमें नाड़ियों में आई सूजन के अंदर प्लैटिनम कॉइल बैठाया जाता है
-ये सूजन को फटने से बचाता है
-एक नया इलाज भी उपलब्ध है जिसे फ्लो डाइवर्टर करंट थेरेपी कहते हैं
-जिसमें एक छोटा सा पाइप जहां सूजन है वहां बैठाया जाता है
-इससे खून सूजे हुए एरिया में नहीं जाता और सीधा चला जाता है
-इससे सूजन के फटने का चांस खत्म हो जाता है
-पहला इलाज जान बचाने के काम आता है
-दूसरा इलाज ICU मैनेजमेंट है
-जिसमें 2 हफ़्ते के लिए ब्लड प्रेशर वगैरह का ध्यान रखकर ये किया जाता है
-अगर ये कामयाब होता है तो आगे कोई प्रॉब्लम नहीं आती
आपमें से कई लोगों ने गेम ऑफ थ्रोन्स सीरीज देखी होगी. उसमें डिनेरिस टारगेरियन याद है. डिनेरिस का रोल किया था एक्ट्रेस एमिलिया क्लार्क ने. कुछ समय पहले उन्होंने ने भी पब्लिकली बताया था कि उनको ब्रेन एन्यूरिज्म हुआ था. वो बाल-बाल बच गईं. उनकी दो सर्जरी हुईं. पर इसके बावजूद भी वो बोल पाती हैं और अपने काम कर पाती हैं. इसके बाद उन्होंने सेम यू नाम की चैरिटी भी बनाई, जो स्ट्रोक और ब्रेन की चोट वाले पेशेंट्स के इलाज में मदद करती है.
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