The Lallantop
Advertisement

लड़कियों की डकार और पद्दू करने को लेकर नीना गुप्ता की बात से इंटरनेट बमबम है

क्वीन फिल्म की रानी को नीना का साथ मिल गया.

Advertisement
Img The Lallantop
बाएं से दाएं: 'क्वीन' का वो सीन जहां रानी के किरदार ने डकार लेने वाली बात कही थी. नीना गुप्ता के वीडियो का स्क्रीनशॉट.
pic
लालिमा
27 अप्रैल 2020 (Updated: 27 अप्रैल 2020, 11:42 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

साल 2014 में एक फिल्म आई थी- 'क्वीन'. कंगना रनौत लीड रोल में थीं, 'रानी' का रोल किया था. फिल्म के एक सीन में रानी शराब पी लेती है और अपनी दोस्त विजयलक्ष्मी (लीज़ा हेडन) के साथ होटल वापस जा रही होती हैं. टैक्सी में. तब दोनों 'डकार' पर बात करते हैं. रानी जो उस वक्त पेरिस में होती है, वो कहती है,

'हमारे वहां पर तो लड़कियों को डकार लेना ही अलाउड नहीं है'

रानी का 'वहां पर' से मतलब इंडिया होता है. हमारे यहां लड़कियों को सिखाया जाता है कि खुले में हवा न छोड़ना (पीछे से) यानी फार्ट मत करना और डकार मत लेना. ये 'बैड मैनर्स' होते हैं. लड़कों को आज़ादी होती है. मुद्दा दिखने में छोटा है, लेकिन असल में है बहुत बड़ा. अब एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने भी इसे उठाया है. कहा कि खुले में हवा छोड़ने का और डकार लेने का जितना हक आदमी को है, उतना औरत को भी है.

नीना का वीडियो

उन्होंने एक वीडियो बनाया. सोशल मीडिया पर डाला. शुरुआत कटाक्ष के लहज़े में की. कहा,

'औरतों को गैस नहीं बनती, बदहजमी नहीं होती, उन्हें डकार नहीं आती. है न? अभी लॉकडाउन है. ज्यादा खाना खाया जा रहा है. बच्चों के लिए बनाया, वो बचा को वो भी खा लिया. कुछ स्पेशल भी खा लिया. अभी यही सब किया जा रहा है. तो ऐसे में न आप फार्ट भी करते हो. हिंदी में बोलने पर सबको बुरा लगेगा. तो फिर औरत फार्ट क्यों नहीं कर सकती? वो डकार क्यों नहीं ले सकतीं? वो उस तरीके से क्यों नहीं बैठ सकतीं, जैसे वो चाहती हैं. ऐसा लगता है कि ये आदमियों का ही अधिकार है.'



View this post on Instagram

Video taken by my staff, Rajendar . . . . #quarantine

A post shared by Neena Gupta
(@neena_gupta) on


आगे नीना गुप्ता ने कहा कि ये आदमियों का ही नहीं, बल्कि औरतों का भी अधिकार है, किसी का भी अधिकार है.

फार्ट और डकार को लेकर जो हउआ (टैबू) बना हुआ है, उस पर भी नीना ने सवाल उठाया,

'अधिकार भी गलत शब्द है. मतलब अगर आप गैस निकालना चाहते हो, तो इसमें दिक्कत क्या है? आदमी लोग तो धड़ल्ले से खुलेआम करते हैं. औरतें बेचारी रोक-रोककर कोने-कोने में जाती हैं. क्यों? ये मेरा सवाल है. आप करो. और क्या करोगे आप? अपने शरीर को तकलीफ क्यों देनी है?'

नीना की इस बात को काफी पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला. लोग सहमति जता रहे हैं. 'प्राउड ऑफ यू' लिख रहे हैं. कमेंट्स में.



वीडियो देखें: मानवी ने कास्टिंग काउच के अपने एक्सपीरियंस पर बात की है

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement