लड़की खुद से शादी कर रही है, इस पर कानून क्या कहता है?
लड़की ने खुद से शादी करने की वजह सेल्फ लव को बताया. वो कभी शादी नहीं करना चाहती थी. लेकिन दुल्हन बनना चाहती थी.

11 जून को वडोदरा में एक शादी है. इस शादी में दुल्हन होगी. सजावट होगी, शादी का मंडप होगा, खाना होगा और मेहमान भी होंगे लेकिन दूल्हा और बारात नहीं होंगे. क्यों इसमें एक लड़की खुद से ही शादी कर रही है. दुल्हन का नाम क्षमा बिंदू है. क्षमा सोशियोलॉजी में ग्रेजुएट हैं और एक प्राइवेट कंपनी में सीनियर रिक्रूटमेंट ऑफिसर हैं. उनके मम्मी-पापा दोनों इंजीनियर हैं. पापा साउथ अफ्रीका में रहते हैं और मां अहमदाबाद में. क्षमा को अपने घरवालों को मनाने में थोड़ी मेहनत लगी लेकिन वो मान गए. हालांकि, वो वीडियो कॉल से ही शादी अटेंड करेंगे.
शादी में क्षमा अकेले ही फेरे लेंगी, खुद से ही मंगलसूत्र पहनेंगी और अपनी मांग में सिंदूर भी लगाएंगी. उनके दोस्त शादी में शामिल होंगे और क्षमा हनीमून के लिए गोवा जाने का प्लान कर रही हैं.
क्षमा ने कहा,
“मैं कभी शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन दुल्हन बनना चाहती थी. तो मैंने खुद से शादी करने का फैसला कर लिया. खुद से शादी करने का मतलब है कि आप खुद के प्रति कमिटेड हैं और खुद से प्यार करते हैं. ये एक तरीका है खुद को एक्सेप्ट करने का. लोग उनसे शादी करते हैं जिनसे वो प्यार करते हैं और इसीलिए मैं ये शादी कर रही हूं.”

क्षमा का कहना है कि वो भारत की पहली इंसान हैं जो इस तरह की शादी कर रही हैं. इस तरह की शादियों को सोलोगैमी कहते हैं. भारत में भले पहला हो पर दुनिया में ये इस तरह का पहला मामला नहीं है.
मई 2020 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी की रहने वाली एक टीचर पैट्रिशिया क्रिस्टीन ने खुद से शादी कर ली थी. उससे पहले वो एक शख्स के साथ रिलेशनशिप में थीं, दोनों का ब्रेकअप होने के बाद परिवार और दोस्त उन पर शादी का दबाव डाल रहे थे. इसके बाद उन्होंने खुद से शादी कर ली थी. इस शादी में उनके करीबी दोस्त शामिल हुए थे.
वहीं ब्राज़ील की मॉडल क्रिस गैलेरा ने अगस्त 2021 में खुद से शादी कर ली थी. तब उन्होंने कहा था कि वो मैच्योर्ड हैं और उन्हें लगता है कि वो अपने लिए काफी हैं. वो खुद के लिए अच्छा फील करना चाहती हैं और खुद को सेलिब्रेट करना चाहती हैं. हालांकि, नवंबर में उन्होंने खुद से तलाक लेने का फैसला किया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें कोई खास मिल गया है. इसलिए वो पहले खुद से तलाक लेंगी और उसके बाद उस शख्स से शादी करेंगी.
अब जान लेते हैं कि क्या भारतीय कानून इस तरह की शादी की इजाज़त देता है? हिंदू मैरिज एक्ट क्या कहता है? ये जानने के लिए हमने बात की एडवोकेट देविका गौड़ से. उन्होंने बताया,
"हिंदू मैरिज ऐक्ट के तहत एक शादी होने के लिए ज़रूरी है कि शादी में एक दुल्हन हो और एक दूल्हा हो. शरिया में होने वाली शादी में भी ज़रूरी होता है कि एक दूल्हा हो और एक दुल्हन हो. दोनों में से किसी एक के न होने पर शादी मान्य नहीं होती है."
यानी फिलहाल भारत में शादी के किसी भी कानून में खुद से शादी करने का प्रावधान नहीं है. उसके साथ ही एक ही जेंडर के व्यक्ति से शादी करने का प्रावधान भी भारत के कानून में नहीं है.
ऐसी शादी होने पर क्या कोई व्यक्ति पति या पत्नी के नाम की जगह पर अपना ही नाम लिख सकता है? इसके जवाब में देविका ने बताया कि भारत का कानून अभी ये अलाऊ नहीं करता है कि कोई व्यक्ति खुद से शादी कर ले या फिर पति या पत्नी की जगह अपना ही नाम डाल दे.
जैसा कि दीपिका ने बताया, हिंदू मैरिज एक्ट या स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत एक शादी के लिए दो लोगों का होना ज़रूरी है. एक पति और एक पत्नी का. बिना दो लोगों के शादी नहीं हो सकती है. अभी हमारा कानून समलैंगिक शादी की इजाज़त भी नहीं देता है.
खुद से शादी करने वाले ज्यादातर लोगों का ज़ोर सेल्फ लव पर होता है. कि हम अपने लिए काफी हैं. हमें खुश रहने के लिए या दूसरी ज़रूरतों के लिए किसी और की ज़रूरत नहीं है. हम खुद के प्रति समर्पित रहना चाहते हैं आदि. खुद से प्यार करना, खुद को जैसे हैं वैसे एक्सेप्ट करना, खुद की खुशी के लिए फैसले लेना एक बेहतर ज़िंदगी के लिए बेहद ज़रूरी है.
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