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PM आवास योजना के ऐड में जिस महिला की फोटो छपी, उसने खुद ही पोल खोल दी!

महिला का दावा- बिना पूछे ही तस्वीर छाप दी गई.

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विज्ञापन में आई लक्ष्मी देवी ने बड़ी बात कही है. (फोटो- अनुपम मिश्र)
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लालिमा
22 मार्च 2021 (Updated: 22 मार्च 2021, 04:06 PM IST) कॉमेंट्स
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पश्चिम बंगाल में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव. सभी पार्टियां अपनी-अपनी तरफ से जितना हो सके, उतना दम भर रही है. रैलियां, जनसभा, भाषण सब हो रहे हैं. राजनीतिक पार्टियों के बीच बड़े-बड़े वादे और दावे करने की तो जैसे होड़ मची हुई है. BJP ने भी इसी क्रम में एक भारी-भरकम दावा कर दिया. एक महिला की तस्वीर छापते हुए दावा किया कि उस महिला को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिया गया है और अब वो खुश है. बाकायदा 25 फरवरी को इस दावे से जुड़ा एक विज्ञापन पश्चिम बंगाल के अखबारों में पब्लिश हुआ. जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी और उस महिला की तस्वीर लगी हुई थी. कोलाज बनाकर. और महिला, जिनका नाम लक्ष्मी देवी है, उनके हवाले से लिखा गया था,

"प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुझे अपना घर मिला है. मेरे सिर के ऊपर छत मिली है."

इसके साथ ही इस विज्ञापन में ये भी दावा किया गया कि बंगाल में करीब 24 लाख परिवार आज आत्मनिर्भर हैं. इस विज्ञापन के आने के बाद से ही जमकर बवाल हुआ. ये बात सामने आई कि जिस लक्ष्मी देवी की तस्वीर लगाई गई है, उन्हें कोई घर नहीं मिला है. 'इंडिया टुडे' के पत्रकार अनुपम मिश्र भी लक्ष्मी देवी से मिलने गए, पता चला कि वो कोलकाता के बहुबाज़ार इलाके में किराये के कमरे में रहती हैं. लक्ष्मी देवी ने इंडिया टुडे को बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि उनकी तस्वीर कब और किसने छाप दी, जबकि उन्हें कोई भी घर नहीं मिला है और वो आज भी किराये के एक छोटे से कमरे में अपने परिवार के छह अन्य लोगों के साथ रहती हैं. वो कहती हैं-

"हम किराये के घर पर रहते हैं. 500 रुपए देते हैं. हमें खुद का घर नहीं मिला है. छोटे से कमरे में मेरे बेटे, बहू और बच्चे रहते हैं. मैं बाहर सो जाती हूं, कमरे के अंदर बच्चे सोते हैं. पानी टपकता रहता है. मेरे से बिना पूछे ही ये तस्वीर दे दी गई. मुझे पता ही नहीं चला कि किसने ये तस्वीर दे दी. अगर पता होता तो मैं खींचने ही नहीं देती. जब मैं सोकर उठी, तो सबने कहा कि आपका पेपर में फोटो आया है. मैं डर गई, सोचा कि मैंने तो कुछ किया ही नहीं है, ऐसे कैसे फोटो आ गया?"

इस मामले में BJP सांसद अर्जुन सिंह से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया. पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 294 सीटों में आठ चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी. आखिरी और आठवें चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को होगी. नतीजे 2 मई को आएंगे.

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