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'काली' पोस्टर वाली डायरेक्टर का नया ट्वीट, अब 'शिव-पार्वती' को सिगरेट पीते दिखाया!

फ़िल्म के पोस्टर के साथ मूल ट्वीट को भी हटा दिया गया है.

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लीना ने बताया कि डॉक्यूमेंट्री कनाडा के टोरंटो की सड़कों पर टहल रही एक महिला के बारे में है (फोटो - ट्विटर)
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7 जुलाई 2022 (Updated: 7 जुलाई 2022, 10:13 IST)
Updated: 7 जुलाई 2022 10:13 IST
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डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म काली की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने एक नया ट्वीट किया है. ट्वीट में शिव और पार्वती के भेस में दो लोग हैं, जो सिगरेट पी रहे हैं. कैप्शन में लिखा है - ‘एल्सवेयर’. इसका हिंदी मतलब होता है ‘एक जगह ये भी’.

लोग इस ट्वीट पर ख़ूब कमेंट कर रहे हैं. कुछ का कहना है कि इसके लिए उनको तुरंत जेल हो जानी चाहिए. कुछ उनके डिफ़ेंस में खड़े हैं.

पत्रकार रोहिणी सिंह ने इस ट्वीट को पब्लिसिटी स्टंट बताया है. उन्होंने लिखा,

“ये ऐक्टर्स हैं जो शिव-पार्वती का किरदार निभा रहे हैं. पब्लिसिटी के अलावा इस ट्वीट का क्या मतलब है?”

इसके अलावा पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने लिखा, 

“आप लोगों को 'ऐक्ट' करने के लिए कह सकते हैं, लेकिन आप कहना क्या चाहती हैं? अटेशन खींचने और लोगों को नाराज़ करने के अलावा?”

बंगाल के आसनसोल की विधायक अग्निमित्र पौल ने धमकी भरे लहजे में कहा कि हमारे टॉलरेंस को कमज़ोरी मत समझो. लिखा, 

“इसे बोहुरूपी कहा जाता है. बंगाल के गांवों की एक कला. हम उन्हें अभिनेता के रूप में देखते हैं, न कि असली भगवान के रूप में. क्या आप सिर्फ अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा हैं? हमारे पेशेंस का इन्तेहान न लें. हमारी सहनशीलता को कमजोरी मत समझिए.”

तीन प्रदेशों में चल रही है FIR

'काली' के पोस्टर के रिलीज़ होने के बाद से ही लीना मणिमेकलाई को सोशल मीडिया पर ख़ूब धमकियां मिल रही हैं. पोस्टर में हिंदू देवी काली के भेस में एक महिला सिगरेट पीती दिख रही हैं. पोस्टर में काली के एक हाथ में त्रिशूल है, एक में LGBTQIA+ वाला प्राइड फ़्लैग. इंटरनेट पर लोग पोस्टर से बहुत नाराज़ हैं. लीना पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने हिंदू भावना को ठेंस पहुंचाई है.

कई राइट विंग ग्रुप्स ने पोस्टर के प्रति सख़्त आपत्ति जताई थी और लीना के ख़िलाफ़ कई शिकायतें दर्ज की गईं. इसकी वजह से कनाडा के आग़ा ख़ान म्यूज़ियम ने अंततः इस डॉक्यूमेंट्री की प्रस्तुति रोक दी. साथ ही एक आधिकारिक बयान में माफ़ी भी मांगी. फ़िल्म के पोस्टर के साथ मूल ट्वीट को भी हटा दिया गया है.

हालांकि, मणिमेकलाई अपनी फ़िल्म के इस पोस्टर को लेकर अडिग हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है. और, जब तक वो ज़िंदा हैं, वो एक निडर आवाज़ के रूप में ज़िंदा रहना चाहती हैं.

इसके साथ ही लीना ने ये भी कहा कि लोग उस डॉक्यूमेंट्री को बिना कॉन्टेक्स्ट के देख रहे हैं. लिखा,

"फ़िल्म में काली टोरंटो शहर की एक शाम सड़कों पर टहल रही हैं, और इस दौरान जो उनके साथ घट रहा है, फ़िल्म इसी बारे में है. अगर वो लोग फ़िल्म देखेंगे, तो वो 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' के बजाय 'लव यू लीना मणिमेकलई' हैशटैग लगाएंगे." 

टोरंटो बेस्ड डायरेक्टर पर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अलग-अलग FIR हुई हैं.

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