बवासीर के मरीज दीवारों पर लिखे विज्ञापनों से बचें, ये पढ़ें
डॉक्टर ने बताई है बवासीर की पूरी एबीसीडी.
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यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
'बवासीर की शिकायत है तो अलाने-फलाने से संपर्क करें.
'बवासीर रोगियों का चुटकियों में इलाज.'
इस तरह के विज्ञापन आपने दीवारों पर ज़रूर देखे होंगे. पर इन चक्करों में उलझें. नहीं तो आपका हाल भी दिवेंदु जैसा हो जाएगा. दिवेंदु कौन? लल्लनटॉप के व्यूअर हैं. बाराबंकी के रहने वाले हैं. उन्होंने हमें मेल किया. बताया कि जब उन्हें पाइल्स की दिक्कत शुरू हुई तो उन्होंने किसी को इस बारे में नहीं बताया. दीवारों पर छपा इश्तेहार देखकर किसी हकीम के पास चले गए. उन्हें कुछ गोलियां दी गईं जिन्हें खाने के बाद बवासीर तो ठीक नहीं हुआ, उल्टे तबीयत और खराब हो गई. उनकी तरह और भी लोगों ने हमें मेल भेजा है. वो चाहते हैं हम डॉक्टर्स से बात करके इसका सही इलाज उन्हें बताएं. तो सबसे पहले एक बात समझ लीजिए. बवासीर एक बीमारी है. बाकी बीमारियों की तरह. इसमें शर्माने वाली कोई बात है नहीं. तो सबसे पहले ये जान लीजिए कि पाइल्स क्या होता है और क्यों होता है? क्यों होता है पाइल्स? इसके बारे में हमें बताया डॉक्टर शंकर ने.
मलद्वार में सूजी हुई नसों को पाइल्स या बवासीर कहते हैं. इसकी वजह से शौच करने में दिक्कत आती है. शौच के साथ खून आता है.
डॉक्टर शंकर झंवर, गैस्ट्रोलॉजिस्ट, नागपुर
पाइल्स की कई वजहें हैं-
- जेनेटिक- अगर आपके माता-पिता को पाइल्स की शिकायत है तो आपको भी पाइल्स हो सकता है
- कब्ज़ः इसके चलते मलद्वार में दबाव बढ़ता है और पाइल्स की शिकायत होती है.
-ओवरवेट हैं
-बहुत ज़्यादा वज़न उठाते हैं
-आपके खाने में फाइबर (रेशे) की कमी है
-प्रेग्नेंसी में भी पाइल्स हो सकता है
पाइल्स क्यों होता है, अभी आपने ये सुना. अब जान लीजिए इसके लक्षण क्या हैं और साथ ही इसका इलाज क्या होता है. Piles के लक्षण क्या हैं? -दो प्रकार के पाइल्स होते हैं- अंदरूनी या बाहरी
-बाहरी पाइल्स के लक्षण हैं दर्द, शौच में खून, मलद्वार के आसपास खुजली होना, बाहर कुछ निकले होने का एहसास होना, सूजन, अगर इनमें खून जम जाए तो बहुत ज़्यादा दर्द होता है.
अगर आपके परिवार में माता-पिता को पाइल्स की शिकायत है तो आपको भी पाइल्स हो सकता है
-अंदरूनी पाइल्स में दर्द नहीं होता, शौच में खून आना सबसे आम लक्षण है, जब आकार में बड़े हो जाते हैं तो शौच के समय दबाव के कारण बाहर आ जाते हैं, और फिर अपने आप अंदर भी चले जाते हैं. कैसे पता चलता है कि पाइल्स हैं? डॉक्टर आपके लक्षणों से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आपको पाइल्स है. पर इसकी पुष्टि करना ज़रूरी होता है. इसके लिए डॉक्टर्स मलद्वार की जांच करते हैं. ज़रूरत पड़ने पर अंतड़ियों तथा मलद्वार में दूरबीन डालकर देखना पड़ता है. इसे Anoscopy या Sigmoidoscopy कहते हैं
कभी भी शौच में निकलने वाले खून के लक्षण को हल्के में न लें. ये गंभीर बीमारी जैसे मलद्वार, रेक्टम का कैंसर या Inflammatory Bowel Disease (IBD) के लक्षण हो सकते हैं. बवासीर का इलाज क्या है? -सबसे पहले होता है आहार में बदलाव, अपने खाने में फ़ाइबर बढ़ाएं, जैसे सब्ज़ियां, फल, फलियां, दलिया
आपके खाने में 20 से 35 ग्राम फ़ाइबर ज़रूर होना चाहिए
-पानी ख़ूब पीजिए, इससे शौच कड़ा नहीं होगा, ज़ोर लगाने की ज़रूरत भी कम पड़ेगी
-एक्सरसाइज़ करिए. इससे अंतड़ियों की मूवमेंट ठीक रहेगी, ये नहीं कर सकते तो कम से कम आधा घंटा चल लीजिए
-जब शौच लगे तो उसे रोके नहीं, ज़्यादा देर रोकने से मलद्वार में प्रेशर बढ़ेगा, शौच के दौरान ज़्यादा जोर न लगाएं
-वज़न अगर ज़्यादा है तो कम करने की कोशिश करिए
-दर्द हो रहा है तो मलद्वार के आसपास आइस पैक लगा लीजिए. इससे दर्द कम हो सकता है
-गुनगुने पानी में कोई एंटीसेप्टिक डालकर टब में पांच से 10 मिनट बैठिए
-2 से 5 दिनों में लक्षण कम नहीं होते हैं तो डॉक्टर से ज़रूर मिलिए
-डॉक्टर इसका इलाज दवाई या ऑपरेशन से कर सकते हैं
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को पाइल्स की दिक्कत है तो सही डॉक्टर के पास जाए. सही इलाज लें. कोई भी गोली खाकर आपनी जान को ख़तरे में मत डालें.
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