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डॉक्टर ने साढ़े पांच महीने की गर्भवती का पेट खोला, भ्रूण अविकसित निकला तो दोबारा सिल दिया

मामला तब सामने आया जब अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई.

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डॉक्टर ने कथित तौर पर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की.
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5 सितंबर 2022 (Updated: 5 सितंबर 2022, 21:25 IST)
Updated: 5 सितंबर 2022 21:25 IST
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असम के एक सरकारी अस्पताल की एक गायनाकोलॉजिस्ट पर आरोप लगे हैं कि उसने एक गर्भवती महिला की सी-सेक्शन सर्जरी की और जब उसने देखा के भ्रूण विकसित नहीं हुआ है तो उसने चीरे को फिर से सिल दिया. ये सर्जरी साढ़े पांच महीने के गर्भ में की गई थी. यानी तय तारीख से साढ़े तीन महीने पहले. मामले को दबाने की कोशिश भी की गई, लेकिन गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ी तब जाकर मामला सामने आया और अब अस्पताल ने मामले की जांच करने की बात कही है.

क्या है पूरा केस?

NDTV में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, महिला की तबीयत ख़राब होने पर 21 अगस्त को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दो दिन तक उसे ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद, डॉक्टर ने बिना किसी अल्ट्रासाउंड के 23 अगस्त को सी-सेक्शन डिलवरी करने का फ़ैसला किया. चीरा लगाने के बाद, डॉक्टर को समझ आया कि भ्रूण विकसित नहीं है, तो उसने फ़ीटस को अंदर ही छोड़कर कट को वापस सिल दिया. पीड़ित महिला के परिजनों का आरोप है कि उसे पता था कि महिला की डिलवरी डेट दिसंबर की शुरुआत में पड़नी थी.

इसके बाद डॉक्टर ने महिला को 31 अगस्त को डिस्चार्ज कर दिया और डॉक्टर ने कथित तौर पर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की. पीड़िता से कहा कि वो इस मामले के बारे में किसी से बात न करे. परिवार से भी नहीं. हालांकि, घर लौटने पर महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसके पड़ोसियों और रिश्तेदारों को पूरी घटना के बारे में पता चल गया. गुस्साए परिवार वाले अस्पताल पहुंचे और अस्पताल के अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को उठाया.

हॉस्पिटल प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिए. अस्पताल के अधिकारियों ने कहा,

"हमें इस तरह की घटना की रिपोर्ट मिली है. हम तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं. जांच के आधार पर ही डॉक्टर या कोई भी जो इस घटना में शामिल हो, उस पर कार्रवाई की जाएगी. हमने घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है. जल्द ही हम पूरी रिपोर्ट सौंपेंगे."

अधिकारियों के मुताबिक़, मामले को देखने के लिए 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है और प्रारंभिक रिपोर्ट 3 सितंबर को सौंपी गई है. महिला फिलहाल उसी अस्पताल में भर्ती है.

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