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ऑनलाइन फल-सब्जी खरीदते हैं, ये सावधानियां बरते बिना ऑर्डर ना करें

ज्यादा चमकदार रंगों वाले फल-सब्जियों को खरीदें या नहीं?

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fruits and vegetables bought online are fresh or not
ऑनलाइन मिलने वाली सब्जियों पर केमिकल लगाया जाता है इसलिए वो जल्दी खराब नहीं होतीं. (सांकेतिक फोटो)
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आयूष कुमार
25 जुलाई 2023 (Updated: 25 जुलाई 2023, 05:30 PM IST)
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लल्लनटॉप की व्यूअर हैं हर्षिता. उन्होंने हमें मेल लिखकर एक सवाल पूछा है. और उनका सवाल ऐसा है कि लगभग आप में से भी कई लोगों के मन में जरूर आया होगा. ख़ासतौर पर उनमें जो ऑनलाइन फल और सब्ज़ियां ख़रीदते हैं. हर्षिता कहती हैं कि पहले लगभग हर कोई बाज़ार या मंडी जाकर फल और सब्ज़ियां ख़रीदता था. इस केस में आप अपने सामने जांच-पड़ताल कर के फ़्रेश चीज़ें चुनते थे. पर अब कई लोग बिज़ी होने की वजह से बाज़ार जाकर ख़ुद चीज़ें नहीं ख़रीद पाते. वे फल और सब्ज़ियां ऑनलाइन आर्डर करते हैं. उससे जो भी आता है, उसी से काम चलाना पड़ता है. कई बार पता नहीं चल पाता कि उन फल-सब्ज़ियों पर आर्टिफिशियल कलर इस्तेमाल हुआ है या नहीं. या किसी केमिकल का इस्तेमाल तो नहीं किया गया.

हर्षिता जानना चाहती हैं कि अगर ये सामान ऑनलाइन ख़रीदा गया है तो किन बातों का ध्यान रखें और इन्हें ख़राब होने से कैसे रोकें. साथ ही गलत तरीके से उगाए गए फल और सब्ज़ियां कैसे पकड़ें. बहुत ही जायज़ सवाल है. जवाब हम जानेगें डायटीशियन से.

ऑनलाइन ख़रीदे हुए फल, सब्ज़ियां जल्दी ख़राब होती हैं?

ये हमें बताया डायटीशियन नीलिमा बिष्ट ने.

( नीलिमा बिष्ट, चीफ़ डायटीशियन, पारस हेल्थ, गुरुग्राम )

ऑनलाइन खरीदे गए फल-सब्जियां जल्दी खराब नहीं होते. दरअसल ऑनलाइन मिलने वाली फल-सब्जियों पर एक केमिकल की परत चढ़ाई जाती है, जिस वजह से ये सब्जियां लंबे समय तक फ्रेश बनी रहती हैं.

किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है? 

ऑनलाइन सब्जियां खरीदने से पहले क्लाइमैटिक और नॉन क्लाइमैटिक फल-सब्जियों में अंतर समझना बहुत जरूरी है. क्लाइमैटिक सब्जियां जैसे आलू, प्याज और नींबू, फसल कटने के बाद भी पकती रहती हैं. इनमें पोषक तत्वों की कमी नहीं होती. ऑनलाइन क्लाइमैटिक फल-सब्जियां खरीदते समय ये ध्यान रखें कि ये ज्यादा पकी न हों ताकि इनमें पोषक तत्व कम न हों.

वहीं अंगूर, सेब और केला नॉन क्लाइमैटिक फल होते हैं. इन्हें फ्रेश रखने के लिए केमिकल की परत चढ़ाई जाती है. क्लाइमैटिक फलों को खरीदते वक्त ये ध्यान रखें कि इन फलों का रंग गहरा न हो. यानी कि ज्यादा लाल या पीला रंग न हो. कोशिश करें कि ये फल अपने नेचुरल रंग के ही हों.

फल, सब्ज़ियों को ख़राब होने से कैसे रोकें?

> ऑनलाइन मंगाए फलों को आप उनके पैकेट के साथ फ्रिज में रख सकते हैं.

> वहीं प्याज और आलू को आप नॉर्मल तापमान पर भी स्टोर कर के रख सकते हैं.

> साथ ही नॉन क्लाइमैटिक फलों को पानी से अच्छी तरह धो लें.

> ऐसा करने से फलों को ताजा रखने वाला केमिकल धुल जाता है.

> कोशिश करें क्लाइमैटिक फलों को छिलका निकाल कर ही खाएं ताकि बचा हुआ केमिकल आपकी बॉडी को नुकसान न पहुंचाए.

आप ऑनलाइन सामान तो ख़रीदना नहीं बंद कर सकते. पर हां, उनकी जांच ज़रूर कर सकते हैं. अगर आपको ऐसे फल और सब्जियां डिलीवर हुई हैं जो एकदम चमक रही हैं, रंगीन हैं तो सावधान हो जाइए. ये देखने में भले ही सुन्दर लगें पर नेचुरल नहीं हैं. इनमें आर्टिफिशियल रंग डाला जाता है और केमिकल की मदद से चमकाया जाता है. इसलिए डायटीशियन नीलिमा ने जो टिप्स बताई हैं, उनका ध्यान ज़रूर रखें. 

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

वीडियो: सेहत: फल, सब्जियां आनलाइन ऑर्डर करते हैं तो ये वीडियो ज़रूर देखें

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