इलॉन मस्क की बेटी ने पिता से सारे रिश्ते तोड़े, बदलेंगी नाम और जेंडर
"मैं अपने बायोलॉजिकल पिता के साथ अब कोई संबंध नहीं रखना चाहती."

Elon Musk की बेटी ने कोर्ट में अपना नाम बदलने की अर्जी डाली है. इलॉन की बेटी एक ट्रांसजेंडर हैं और नाम बदलने की वजह उनकी नई जेंडर आइडेंटिटी (gender identity) और बायोलॉजिकल पिता की कथित ट्रांसफोबिक सोच है. वो कहती हैं,
"मैं अब किसी भी तरह से अपने बायोलॉजिकल पिता के साथ संबंध नहीं रखना चाहती."
TMZ की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, वो चाहती हैं कि उनका नया नाम विवियन जेना विल्सन हो. उनका नाम पहले ज़ेवियर एलेग्ज़ेंडर मस्क था. वो जस्टिन विल्सन की बेटी हैं. इलॉन और जस्टिन ने साल 2000 में शादी की थी. 2008 में उनका तलाक़ हो गया था. उनके दो जुड़वा बच्चे हैं - ज़ेवियर और ग्रिफ़िन.
हाल ही में दोनों 18 साल के हो गए. यानी कैलिफ़ोर्निया के क़ानून के तहत वयस्क हो गए. ज़ेवियर ने अदालत से कहा है कि वो अपनी जेंडर आइडेंटिटी बदलना चाहती हैं. पुरुष से महिला. साथ ही ये भी कहा कि अदालत रिकॉर्ड्स में उनका नया नाम दर्ज करे.
रायटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, लॉस एंजल्स काउंटी सुपीरियर कोर्ट में नाम बदलने और नई जेंडर आइडेंटिटी के लिए याचिका अप्रैल में ही दायर की गई थी. इस केस की सुनवाई 24 जून को होनी है.
क्या Elon Musk ट्रांस-फ़ोबिक हैं?हालांकि, मस्क और उनकी बेटी के बीच अनबन का क्या कारण है, ये पब्लिक डोमेन में नहीं है. लेकिन इस इक्वेशन की कुछ इंट्रेस्टिंग बातें हैं.
जैसे अप्रैल में मस्क की बेटी की अर्जी करने के लगभग एक महीने बाद, यानी मई 2022 में मस्क ने रिपब्लिकन पार्टी के लिए समर्थन घोषित किया. रिपब्लिकन पार्टी युगों-युगों से एक रूढ़िवादी पार्टी है. यहां तक कि पार्टी के कई निर्वाचित प्रतिनिधि ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों को सीमित करने वाले क़ानून का समर्थन करते हैं.
जुलाई 2020 में भी मस्क ने एक विवादास्पद ट्वीट किया था, जिसके बाद उन्हें क्वीयरफ़ोबिक कहा गया था. मस्क ने ट्वीट किया था - 'pronouns suck', जिसका मोटा-माटी मतलब निकलता है कि प्रोनाउन्स फ़ालतू होते हैं.
साथ ही दिसंबर 2020 में ट्रांसजेंडर इशू पर लिखे एक लेख का जवाब देते हुए मस्क ने कहा था,
"मैं पूरी तरह से ट्रांस अधिकारों का समर्थन करता हूं, लेकिन ये सभी प्रोनाउन एक एस्थेटिक नाइटमेयर हैं."
यहां मस्क जिन प्रोनाउन्स की बात कर रहे हैं, वो आपने लोगों के इंस्टाग्राम या ट्विटर के बायो में देखा होगा - she/her, he/him, he/they. इसकी मानी भी समझ लीजिए. ऐसे पब्लिकली अपने प्रोनाउन्स लिखने का मतलब है कि आप अपने आपको कैसे आइडेंटिफ़ाई करते हैं. ये करने से आप जेंडर आइडेंटिटी और सेक्शुअल ओरिएंटेशन को नॉर्मलाइज़ करने में मदद कर सकते हैं. एक समावेशी वातावरण बनाने में मदद कर सकते हैं.