पीरियड्स रोकने के वो तरीके जिनका आपकी सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ता
आप चाहें तो अपने पीरियड्स एक हफ़्ते से लेकर सालभर तक टाल सकती हैं.
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दरअसल पीरियड्स रोकने के कई तरीके हैं. आप पीरियड्स को हफ़्तों, महीनों, यहां तक की सालों के लिए भी टाल सकती हैं.
वंदना की शादी एक हफ़्ते के अंदर थी. उसे एक बात की टेंशन खाए जा रही थी. क्या? पीरियड्स. गणित के हिसाब से उसको पीरियड्स ठीक उसी दिन शुरू होने वाले थे, जिस दिन उसकी शादी थी. अब वंदना सहज नहीं थी. इतने भारी कपड़े. मेकअप. ऊपर से चलना-फिरना. अब इस बीच पीरियड्स हो गए तो मुसीबत. जब उसने ये बात अपनी एक दोस्त को बताई तो उसने वंदना को आईडिया दिया. उसने कहा कि ओरल कॉन्ट्रसेप्टिव पिल की मदद से पीरियड्स रोके जा सकते हैं. ओरल कॉन्ट्रसेप्टिव पिल बोले तो गर्भनिरोधक गोलियां. अब यही सवाल लेकर वंदना डॉक्टर के पास गई.डॉक्टर ने वंदना को जो बताया वो कई महिलाओं के काम आ सकता है. कई बार औरतें अपने पीरियड्स को कुछ समय के लिए टालना चाहती हैं. पर उन्हें पता नहीं होता वो ऐसा कैसे करें.
दरअसल पीरियड्स रोकने के कई तरीके हैं. एक बात और. आप पीरियड्स को हफ़्तों, महीनों, यहां तक कि सालभर के लिए भी टाल सकती हैं. वो भी गर्भनिरोध का इस्तेमाल करके. अंग्रेज़ी में डॉक्टर्स इसे ‘मेन्स्ट्रुअल सप्रेशन’ कहते हैं. अगर ऐसा लंबे समय के लिए करना है तो कुछ तरीके दूसरों से ज़्यादा कारगर माने जाते हैं. डॉक्टर्स की मानें तो इसमें साइड इफेक्ट्स का ज्यादा रिस्क नहीं होता है.
हमने इस बारे में बात की डॉक्टर माला श्रीवास्तव से. वो दिल्ली में श्री गंगराम अस्पताल में स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं. उन्होंने हमें पीरियड्स रोकने के दो तरीके बताए.

पीरियड्स रोकने के तरीके
डॉक्टर माला श्रीवास्तव कहती हैं:
‘वैसे तो पीरियड्स को कुछ समय के लिए टालने के कई तरीके होते हैं. और इनमें ज़्यादा रिस्क भी नहीं होता’. इनमें से कुछ हैं गर्भनिरोधक गोलियां और इम्प्लान्ट्स.’गर्भनिरोधक गोलियां कैसे पीरियड्स रोकती हैं?
डॉक्टर माला श्रीवास्तव बताती हैं:
‘एक गोली होती है कॉम्बिनेशन बर्थ कंट्रोल पिल. ये एक तरह की गर्भनिरोधक गोलियां होती हैं. और ये सबसे आम तरीका भी है. इन दवाइयों में दो तरह के हॉर्मोन्स होते हैं. ये 28 से 21 दिन के पैक में आती हैं. आपको इन्हें लगातार खाना होता है. जब तक आप नहीं चाहती आपको पीरियड्स शुरू हों. अब सवाल ये है कि ये काम कैसे करती हैं. जवाब है कि ये वो हॉर्मोन बनने नहीं देती जिनकी मदद से अंडा ओवरी के बाहर आता है. दूसरी बात. क्या इसके नुकसान हैं? जवाब है वैसे तो नहीं. पर जिन महिलाओं के परिवार में लकवा या हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रही है, उन्हें थोड़ा संभलकर इन पिल्स का इस्तेमाल करना चाहिए. याद रहे. बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी ऐसी पिल मत लीजिए.’अब आते हैं इम्प्लान्ट्स पर...

इम्प्लान्ट्स कैसे पीरियड्स रोकते हैं
दूसरी चीज़ जो पीरियड्स रोकने के काम आती है वो हैं इम्प्लान्ट्स. इनमें प्रोजेस्टिन नाम का एक हॉर्मोन होता है. इसके बारे में डॉक्टर माला श्रीवास्तव कहती हैं:
‘ये एक पतली सी रॉड की तरह होती है. ये आपकी बांह की स्किन के नीचे लगाया जाता है. इसका असर रहता है तीन साल तक. वैसे तो ये प्रोजेस्टिन हॉर्मोन की मदद से पीरियड्स को हल्का कर देते हैं. पर 25 प्रतिशत औरतों में ये पीरियड्स रोक देते हैं. हालांकि ये पीरियड्स रोकने का सबसे असरदार तरीका नहीं है. लेकिन इसके कोई बड़े साइड इफ़ेक्ट्स नहीं हैं.’लेकिन आपके लिए कौन सा तरीका सही होगा, ये जानने के लिए आपको अपने डॉक्टर से मिलना होगा.
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