मंगेतर को धोखाधड़ी केस में अरेस्ट कियो तो मिली तारीफ, अब खुद गिरफ्तार हो गई ये पुलिस ऑफिसर!
दो ठेकेदारों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि जुनमोनी के पूर्व मंगेतर राणा पोगाग ने उनके साथ धोखाधड़ी की है. इसी मामले में राभा को माजुली जिला जेल ले जाया गया है.

जुनमोनी राभा. असम पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं. पिछले महीने चर्चा में आई थीं. जब उन्होंने अपने मंगेतर को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ़्तार करवाया था. अब ख़बर ये है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जुनमोनी को गिरफ़्तार किया गया है. जुनमोनी असम के नागांव ज़िले में सब-इंस्पेक्टर की पोस्ट पर तैनात रही हैं.
फ्रॉड का पूरा मामला क्या है?न्यूज़ एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक़, राम अबत्रा सरमा और अजीत बोरा नाम के दो ठेकेदारों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि जुनमोनी के पूर्व मंगेतर राणा पोगाग ने उनके साथ धोखाधड़ी की. आरोप लगाया कि उन्होंने पोगाग को ONGC से ठेका दिलाने के लिए पैसे दिए थे और इस सौदे के लिए राभा ने ही उन्हें पोगाग से मिलवाया था.
इस डील के समय राभा माजुली में पोस्टेड थीं. FIR में नाम आने पर शुक्रवार, 3 जून को पुलिस ने राभा से पूछताछ की. राभा को घंटों चली पूछताछ के बाद 4 जून को गिरफ़्तार किया गया. पुलिस ने बताया है कि माजुली ज़िले की एक अदालत ने जुनमोनी राभा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
इधर राणा पोगाग इस समय नगांव में न्यायिक हिरासत में है. कुछ समय पहले ही राभा ने पोगाग के ख़िलाफ़ एक FIR दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने ONGC में नौकरी और कॉन्ट्रैक्ट्स का वादा कर कुछ लोगों को धोखा दिया है. FIR के आधार पर पोगाग को गिरफ़्तार किया गया था. IPC की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 170 (लोक सेवक का प्रतिरूपण), 406 (विश्वास का आपराधिक हनन), 419 (प्रतिरूपण से किया हुआ फ़्रॉड), 420 (फ़्रॉड), 468 (धोखाधड़ी के मकसद से जालसाज़ी), 471 (सरकारी दस्तावेज़ के साथ हेरफेर) और 472 (जालसाज़ी करने के इरादे से नकली मुहर आदि बनाना या रखना) के तहत.
अब इसी मामले में राभा के ख़िलाफ़ आरोप लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि पोगाग ने राभा के नाम पर पैसे लिए थे.
Lady Singham कहा जाता थापिछले साल अक्टूबर में पोगाग और राभा की सगाई हुई थी और इस साल नवंबर में उनकी शादी होने वाली थी. अपने मंगेतर को गिरफ़्तार करने के बाद राभा ख़ूब हाइलाइट हुई थीं. सोशल मीडिया पर उन्हें 'लेडी सिंघम' और 'दबंग कॉप' कहा जा रहा था.
इस मामले से पहले भी राभा विवादों में रही हैं. इस साल जनवरी में. बिहपुरिया के विधायक अमिय कुमार भुइयां के साथ उनकी एक कॉल रिकॉर्डिंग लीक हो गई थी. रिकॉर्डिंग में सुना जा सकता था कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के कथित उत्पीड़न पर बात कर रहे थे. ऑडियो टेप लीक होने के बाद हंगामे के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए.
वीडियो: असम CM हिमंत बिस्व सरमा ने किया राज्य से AFSPA हटाने का इशारा