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DPS फरीदाबाद सुसाइड केसः क्या स्कूल के बाथरूम में छात्र के साथ कुछ गलत हो रहा था?

मां का आरोप है कि शिकायत के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने कोई एक्शन नहीं लिया.

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मृतक की मां ने बताया कि मार्च 2021 में, उनके बेटे का स्कूल के वॉशरूम में स्कूल के लड़कों ने यौन उत्पीड़न किया था (तस्वीर - ANI/ट्विटर)
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28 फ़रवरी 2022 (Updated: 28 फ़रवरी 2022, 10:34 IST)
Updated: 28 फ़रवरी 2022 10:34 IST
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DPS ग्रेटर फरीदाबाद. यहां पढ़ने वाले 15 साल के एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया. स्टूडेंट की मां उसी स्कूल में टीचर हैं. उनका आरोप है कि उनके बेटे को उसकी सेक्शुअलिटी को लेकर स्कूल में प्रताड़ित किया जाता था. उनका ये आरोप भी है कि स्कूल के वॉशरूम में कुछ लड़कों ने उसका यौन शोषण किया था. छात्र की मां का कहना है कि इस मामले में शिकायत के बाद भी स्कूल की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. उनका आरोप है कि इसी वजह से उनके बेटे ने सुसाइड कर लिया. मामला क्या है? फरीदाबाद पुलिस के मुताबिक, छात्र अपनी मां के साथ रहता था. 24 फरवरी की रात उसकी मां अपने पिता से मिलने गई थीं. रात करीब 9:30 बजे उनके पास एक पड़ोसी का फोन आया. उन्हें बताया कि उनका बेटा बिल्डिंग से कूद गया है. लड़के को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लड़के की मां ने शिकायत में कहा कि उनके बेटो को उनकी सेक्शुअलिटी को लेकर स्कूल में परेशान किया गया था. उन्होंने बताया कि स्कूल में इसे लेकर शिकायत की गई थी लेकिन स्कूल प्रशासन ने नज़रअंदाज़ कर दिया था. फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सूबे सिंह ने कहा,
“लड़का डीपीएस में पढ़ता था और अपनी मां के साथ रहता था. लड़के की मां उसी स्कूल में शिक्षक भी हैं. पिछले साल दो बच्चों ने उसके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी. इसकी शिकायत उसकी मां ने प्रिंसिपल से की, लेकिन अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. हमें बताया गया है कि इसके बाद छात्र डिप्रेशन में चला गया और उसका इलाज चल रहा था. लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद था और लड़का घर पर था. स्कूल खुला तो परीक्षा के लिए फिर से स्कूल जाने लगा. उसे लगा कि उसे (मानसिक रूप से) प्रताड़ित किया जा रहा है."
पुलिस ने कहा कि उन्हें छात्र के घर से एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने अपने 'स्कूल' और 'उच्च अधिकारियों' को दोषी ठहराया है. इसमें उसने लिखा है कि उसकी सेक्शुअलिटी की वजह से उसे परेशान किया जा रहा था. पुलिस ने सुसाइड नोट का संज्ञान लिया है. पुलिस प्रवक्ता ने कहा,
"लड़के ने यह एक सुसाइड नोट छोड़ा है और लिखा है कि स्कूल के अधिकारी उसे परेशान करते थे इसलिए उसने यह क़दम उठाया. डीसीपी, एसीपी और क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर जाकर सबूत जुटाए हैं. जांच शुरू की गई है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
'मेरे बेटे का सेक्शुअल हरासमेंट हुआ था' पुलिस शिकायत में लड़के की मां ने कहा कि एक साल पहले उसके बेटे ने उसे बताया था कि स्कूल के कुछ लड़कों ने उसकी सेक्शुआलिटी को लेकर उसे प्रताड़ित किया था.
"मैंने स्कूल अधिकारियों को कई शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. मेरा बेटा उदास था और उसका इलाज चल रहा था. बुधवार (23 फरवरी) को उसका साइंस का पेपर था और डिस्लेक्सिया की वजह से उसे न्यूमेरिकल कैलकुलेशन्स सॉल्व करने में दिक्कत आती थी. उसने प्रिंसिपल से मदद मांगी, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. यहां तक कि उस पर उसकी हालत का फायदा उठाने का आरोप लगाया गया. वह काफी तनाव में था."
पुलिस शिकायत में तो केवल सेक्शुआलिटी की वजह से बुलिंग की बात है लेकिन मृतक की मां ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मार्च 2021 में, उनके बेटे का स्कूल के वॉशरूम में कुछ लड़कों ने यौन उत्पीड़न किया था.
"मैंने स्कूल अथॉरिटीज़ से मौखिक रूप से शिकायत की थी और सितंबर 2021 में एक ईमेल भी लिखा था. अधिकारियों ने जवाब में कहा कि शिकायत में मैंने जिन स्टूडेंट्स का नाम लिया था उनमें से कुछ ने स्कूल छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि बाकी छात्रों ने भी किसी तरह के इन्वॉल्वमेंट से इनकार किया है और मेरी शिकायत में कोई पुख्ता विवरण या सबूत नहीं था."
जब उनसे पूछा गया कि शिकायत में उन्होंने हरासमेंट का ज़िक्र क्यों नहीं किया, तो उन्होंने कहा,
“जब पुलिस मेरा बयान दर्ज कर रही थी तो मैं सदमे में थी. मेरे बेटे की मौत स्कूल के बेरहम रवैये के कारण हुई है. उसकी बात सुनी जानी चाहिए थी. किसी बच्चे को ऐसी हालात का सामना न करना न पड़े."
स्कूल क्या कह रहा है? स्कूल की प्रिंसिपल सुजीत खन्नी ने मीडिया से कहा,
"मुझे दुख है कि हमारे छात्र ने दुखद परिस्थितियों में स्कूल और इस दुनिया को छोड़ दिया. मैं कहना चाहता हूं कि दिल्ली पब्लिक स्कूल एक सपोर्टिव और संवेदनशील स्कूल है. वह एक प्रतिभाशाली और क्रिएटिव छात्र था और अपनी परीक्षा में बैठने वाला था... हम उसे प्रोत्साहित कर रहे थे, उसका समर्थन कर रहे थे और उसे सभी ज़रूर सहयोग दे रहे थे. कुछ समय पहले कुछ सब्जेक्ट चेंज, अकाउंट्स और एक्स्ट्रा क्लासेज़ का मसला था. मुझे पता है कि कुछ निजी मुद्दे थे. पुलिस परिवार की शिकायत पर मामले की जांच कर रही है. हम निष्पक्ष जांच चाहते हैं, ताकि सच्चाई सामने आए."
मामला सामने आया तो सोशल मीडिया पर स्कूल की ख़ूब आलोचना हुई. सेक्शुअल हरासमेंट के ख़िलाफ़ काम कर रहे संगठन और स्थानीय लोगों ने न्याय की मांग करते हुए मार्च निकाला. फरीदाबाद पुलिस के सूबे सिंह ने जानकारी दी कि पुलिस शिकायत और कथित सुसाइड नोट में नामजद आरोपी एकैडमिक हेड ममता को गिरफ़्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार, एकैडमिक हेड के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में लिखावट को वेरिफ़ाई किया जाएगा.

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