मार्च 2013 में शी जिनपिंग चीन के राष्ट्रपति बने. उनके दिमाग में लंबे समय से येपरियोजना पनप रही थी. पूरी दुनिया को सीधे चीन के बाज़ार से जोड़ने का प्लान.राष्ट्रपति बनने के छह महीने बाद ही उन्होंने इसे धरातल पर उतार दिया. इसका नाम रखागया, बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव. इसी का एक नाम है वन बेल्ट, वन रोड (OBOR),ओबोर. ओबोर को इतिहास की सबसे महंगी परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है. इसमेंचीन के अलावा लगभग 65 देश शामिल हैं, दुनिया की कम-से-कम 60 फीसदी आबादी शामिल है.लेकिन इस कहानी में पर्दे के पीछे जो हो रहा है वो आपको हैरान कर देगा.