पिछले कई दिनों से देश में न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच विवाद चल रहा है.जजों की नियुक्ति को लेकर पहले कानून मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम पर सवालउठाया. अब संविधान के 'मूल ढांचे' पर बहस छिड़ गई है. कुछ दिन पहले उपराष्ट्रपतिजगदीप धनखड़ ने 1973 के केशवानंद भारती मामले में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसलेपर सवाल उठाया. इसे फैसले को 'गलत उदाहरण' बताया था. फैसले में सुप्रीम कोर्ट नेसंविधान के मूल ढांचे का जिक्र किया था. अब चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाईचंद्रचूड़ ने कहा है कि संविधान का मूल ढांचा एक 'ध्रुव तारे' की तरह है, जो जजोंको रास्ता दिखाता है. देखिए वीडियो.