तुम्बाड महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में एक गांव है. इस गांव के लोगों की ऐसीमान्यता है कि उनके पूर्वज यहां कोई खजाना छुपा गए हैं. फिल्म ‘तुम्बाड’ इसीमान्यता को अलग-अलग दौर में ट्रेस करते हुए दिखाती है. ये कहानी है मराठी राइटरनारायण धारप की, जिसे बर्वे ने तब सुना था, जब वो महज़ 13 साल के थे. ऐसी क्या बातहै इस कहानी में , ये फिल्म क्यों देखनी चाहिए. इस विडियो में जानें!