'पगड़ी पहनने के कारण खालिस्तानी बुलाया', पश्चिम बंगाल के IPS अधिकारी का बीजेपी पर गंभीर आरोप
सुवेंदु अधिकारी 20 फरवरी, मंगलवार को बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संदेशखाली जा रहे थे. बंगाल पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. इस दौरान IPS अधिकारी जसप्रीत सिंह को कथित तौर पर खालिस्तानी कहने पर बवाल हो गया.
पश्चिम बंगाल में संदेशखाली को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर एक नया बवाल शुरू हो गया है. इस बार विवाद की वजह है पश्चिम बंगाल पुलिस के एक आईपीएस अधिकारी को कथित तौर पर ‘खालिस्तानी’ कहा जाना. सोशल मीडिया पर एक आईपीएस अधिकारी और बीजेपी के नेताओं के बीच तीखी बहस का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में आईपीएस अधिकारी को बीजेपी नेताओं द्वारा ‘खालिस्तानी’ कहकर संबोधित करने का आरोप लगाते सुना जा सकता है. अब इस मसले पर राजनीति तेज हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस की तरफ से ट्वीट करके बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इलाका इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. यहां पर महिलाओं ने TMC नेताओं पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. इसी को लेकर विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी 20 फरवरी, मंगलवार को बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संदेशखाली जा रहे थे. बंगाल पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. वैसे सुवेंदु अधिकारी ने वहां जाने के लिए कोलकाता हाई कोर्ट से इजाजत भी ली थी. हालांकि जब पुलिस ने रोका तो हंगामा शुरू हो गया और सब वहीं पर धरने पर बैठ गए.
इस दौरान वहां तैनात IPS अधिकारी जसप्रीत सिंह ने बीजेपी के नेताओं पर ‘खालिस्तानी’ कहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,
“क्योंकि मैंने टर्बन पहना है. आपलोग ये बोल रहे हैं. अगर मैंने टर्बन नहीं पहना होता तो आप मुझे बोलते खालिस्तानी. आपको जो बोलना है पुलिस को बोलिए. आप मेरे रिलीजन पर नहीं बोल सकते. आपके रिलीजन पर नहीं बोल रहा हूं मैं. आप मेरे रिलीजन पर नहीं बोल सकते.”
इस दौरान बीजेपी नेताओं की ओर से बयानबाजी जारी रहती है. तीखी बहस के दौरान बीजेपी की विधायक अग्निमित्रा पॉल भी मौज़ूद थीं. उन्हें वीडियो में जसप्रीत सिंह के साथ बहस करते हुए देखा जा सकता है. वो बार-बार एक ही बात दोहरा रही थीं कि आप पुलिस का दायित्व नहीं निभा रहे.
इसके बाद आईपीएस अधिकारी ने कहा,
“क्यों बोला खालिस्तानी? उन्होंने बोला मुझे. पीछे से. आपके रिलीजन पर बोला किसी ने. तो मेरे रिलीजन पर क्यों बोला.”
बता दें कि जो वीडियो सामने आया है उसमें जसप्रीत सिंह को बीजेपी नेताओं द्वारा ‘खालिस्तानी’ बुलाया जाने वाला हिस्सा नहीं है. वहीं वीडियो में बीजेपी नेताओं को ये बोलते सुना जा सकता है कि किसने बुलाया.
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जानकारी रहे कि वीडियो में दिख रहे जसप्रीत सिंह 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. सिंह अभी पश्चिम बंगाल पुलिस के स्पेशल सुप्रीटेंडेंट (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के तौर पर कार्यरत हैं.
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया X पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा-
“आज, भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को बेशर्मी से लांघ दिया है. BJP के अनुसार पगड़ी पहनने वाला हर व्यक्ति खालिस्तानी है. राष्ट्र के प्रति अपने बलिदानों और अटूट दृढ़ संकल्प के लिए सिख भाइयों और बहनों की प्रतिष्ठा को कमजोर करने के इस दुस्साहसिक प्रयास की मैं कड़ी निंदा करती हूं. हम बंगाल के सामाजिक सौहार्द की रक्षा के लिए दृढ़ हैं. इसे बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाएंगे.”
वहीं कांग्रेस के आधिकारिक X अकाउंट से इस वीडियो को साझा किया गया है. पार्टी ने लिखा है,
“आप मुझे ख़ालिस्तानी बोल रहे हैं, क्योंकि मैंने पगड़ी पहनी है. IPS ऑफिसर जसप्रीत सिंह ने ये बात कही. BJP के लोगों की गिरी हुई हरकत देखिए. दिन रात देश की सेवा करने वाले एक पुलिस अधिकारी को इसलिए ख़ालिस्तानी कह दिया क्योंकि उसने पगड़ी पहनी थी. ये बेहद गिरी हुई मानसिकता है.”
संदेशखाली में BJP के अलावा कांग्रेस के नेता कई बार जाने का प्रयास कर चुके हैं. वहां पश्चिम बंगाल की सरकार की तरफ से धारा 144 लागू की गई है.
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