"भारतीय बेवकूफ हैं..." कैंपबेल के अधिकारी का कथित ऑडियो वायरल, कंपनी को देनी पड़ी सफाई
Campbell's official on Indians: पूर्व कर्मचारी ने कोर्ट में एक रिकॉर्डिंग भी पेश की है, जिसमें कैंपबेल के वाइस प्रेसिडेंट और चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर मार्टिन बैली भारतीयों के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहे हैं.

अमेरिकी फूड कंपनी कैंपबेल के एक सीनियर अधिकारी ने कथित तौर पर कहा कि भारतीय बेवकूफ होते हैं. साथ ही उसने भारतीयों को लेकर और भी कई आपत्तिजनक बातें कहीं. यह आरोप लगाया है कंपनी के एक पुराने कर्मचारी ने. कर्मचारी ने उसे नौकरी से निकालने के खिलाफ कंपनी पर केस किया है. मुकदमे की सुनवाई के दौरान कर्मचारी ने अपनी शिकायत में यह बात बताई.
पूर्व कर्मचारी ने कोर्ट में एक रिकॉर्डिंग भी पेश की है, जिसमें कैंपबेल के वाइस प्रेसिडेंट और चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर मार्टिन बैली भारतीयों के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुनाई दे रहे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के पूर्व कर्मचारी रॉबर्ट गार्ज़ा ने अपनी शिकायत में बताया कि यह बातचीत नवंबर 2024 की है. उन्होंने बताया कि वह मार्टिन से एक रेस्टोरेंट में अपनी सैलरी पर बात करने के लिए मिले थे. इस दौरान मार्टिन भारतीयों को लेकर काफी गुस्से से बात कर रहे थे. कथित तौर पर मार्टिन ने भारतीयों को बेवकूफ कहा और कहा कि “वे अपने दिमाग से कुछ सोच ही नहीं सकते." गार्जा ने बताया कि उन्होंने चुपके से इस सारी बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था.
कंपनी के प्रोडक्ट को भी बताया घटियाइसके अलावा गार्जा ने बताया कि आरोपी अधिकारी ने कंपनी के प्रोडक्ट की भी खूब बुराई की थी. गार्जा के मुताबिक मार्टिन ने कहा कि कैंपबेल का खाना बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होता है और गरीबों के लिए होता है. मार्टिन ने कथित तौर पर कहा कि कंपनी बायोइंजीनियर्ड यानी ऑर्टिफिशियली रूप से बनाए गए मांस का इस्तेमाल अपने खाने में करती है. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि अब वह कैंपबेल के प्रोडक्ट नहीं खाते, क्योंकि वह 3D प्रिंटर से बना चिकन का टुकड़ा नहीं खाना चाहते.
कैंपबेल ने जारी की सफाईगार्जा के खुलासे के बाद हड़कंप मच गया. आनन-फानन में कंपनी को सफाई जारी करनी पड़ी. वहीं जिस अधिकारी पर आरोप लगे हैं, उसे नौकरी से निकाल दिया गया है. कैंपबेल ने पूरे मामले पर बयान जारी कर कहा कि मार्टिन ने जो कमेंट किए हैं, वह कंपनी के मूल्यों के नहीं दिखाते हैं. कंपनी ने अपने प्रोडक्ट्स में नकली मांस के उपयोग के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसके यहां एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट से मंजूर सप्लायर से ही मीट मंगाया जाता है. साथ ही कंपनी ने कहा कि मार्टिन बैली IT विभाग में काम करते थे. खाने के प्रोडक्शन या सोर्सिंग से उनका कोई लेना देना नहीं है.
यह भी पढ़ें- अमेरिका की राजधानी में नेशनल गार्ड्स पर हमला! वॉइट हाउस फायरिंग में दो जवान जख्मी, ट्रंप बोले- आतंकी हमला
इधर, गार्जा ने कोर्ट में बताया कि वह कैंपबेल में चार साल से साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट के तौर पर काम कर रहे थे. मार्टिन के बयानों की जानकारी उन्होंने जनवरी 2025 में अपने एक सुपरवाइजर को दी थी, लेकिन उन्होंने उससे मामले को वहीं खत्म कर देने के लिए कहा. गार्जा के मुताबिक इसके बाद 20 जनवरी को उसे अचानक नौकरी से निकाल दिया गया. गार्जा ने अपने खिलाफ बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया है. कहा कि मार्टिन की शिकायत करने के लिए उसे नौकरी से निकाला गया है और इसकी वजह से उसे मानसिक और आर्थिक नुकसान हुआ है.
वीडियो: अमेरिकियों ने भारतीय शख्स का मज़ाक उड़ाया, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, लोगों ने सबक सिखा दिया


