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सुप्रीम कोर्ट ने की तीन हाईकोर्ट में 18 जज नियुक्त करने की सिफारिश, सात महिलाएं शामिल

ये सिफारिश पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट, बॉम्बे हाईकोर्ट और कर्नाटक हाईकोर्ट को लेकर की गई है.

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Supreme Court Collegium
सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो: पीटीआई)
12 सितंबर 2022 (Updated: 12 सितंबर 2022, 24:47 IST)
Updated: 12 सितंबर 2022 24:47 IST
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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित (CJI UU Lalit) की अगुवाई में हुई कॉलेजियम की बैठक में तीन उच्च न्यायालयों में 18 जजों को नियुक्त करने की सिफारिश की गई है. इनमें से 15 नए जज हैं. यूयू ललित की तरफ से CJI पद की शपथ लेने के बाद कॉलेजियम की यह पहली बैठक हुई है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल 18 नामों की सूची में से सबसे ज्यादा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में नौ जजों को नियुक्त करने की सिफारिश की गई है. इसी तरह बॉम्बे हाईकोर्ट में छह नए जज नियुक्त करने की सिफारिश की गई है. वहीं, कर्नाटक हाईकोर्ट में तीन एडिशनल जजों को परमानेंट जज के तौर पर नियुक्त करने की सिफारिश की गई है.

सात महिला जज 

कॉलेजियम की इस बैठक में एक खास बात ये हुई है कि इसमें सात महिलाओं को जज बनाने की सिफारिश की गई है. पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के लिए सिफारिश नौ नामों में से पांच नाम महिलाओं के हैं. वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए छह नामों में से एक महिला हैं.

सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम के शीर्ष तीन जज हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार के पास सिफारिश भेजते हैं. इसके बाद केंद्र इन नामों पर विचार करता है और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद उन्हें संबंधित हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया जाता है.

पंजाब और हरियाणा कोर्ट में जजों के तौर पर नियुक्ति के लिए जिन नामों की सिफारिश की गई है, उनमें गुरबीर सिंह, दीपक गुप्ता, अमरजोत भट्टी, ऋतु टैगोर, मनीषा बत्रा, हरप्रीत कौर जीवन, सुखविंद कौर, संजीव बेरी और विक्रम अग्रवाल के नाम शामिल हैं.

वहीं, कर्नाटक हाईकोर्ट में एडिशनल जज के रूप में कार्य कर रहे जस्टिस मोहम्मद गौर शुकुरे कमाल, जस्टिस राजेंद्र बादामिकर और जस्टिस काजी जयाबुन्निसा मोहिउद्दीन को स्थाई जज बनाने की सिफारिश की गई है.

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट में छह न्यायिक अधिकारियों को प्रमोट करने की सिफारिश की है. इनमें संजय आनंदराव देशमुख, यांशिवराज गोपीचंद खोब्रागड़े, महेंद्र वधुमाल चंदवानी, अभय सोपानराव वाघवसे, रवींद्र मधुसूदन जोशी और वृषाली उर्फ शुभांगी विजय जोशी के नाम शामिल हैं.

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय बॉम्बे हाईकोर्ट में कुल 44 स्थाई और 18 एडिशनल जज हैं. अगर इन छह नामों को केंद्र मंजूरी दे देता है, तो बॉम्बे हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 68 हो जाएगी. इस उच्च न्यायालय में स्वीकृत जजों की संख्या 94 है.

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