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'देसी उसेन बोल्ट' कहलाने वाले कम्बाला रेसर श्रीनिवास ने सबके सपनों पर पानी फेर दिया!

भैंस दौड़ाने के खेल 'कम्बाला' में मास्टर हैं गौड़ा.

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कम्बाला में भैंसें दौड़ाने वाले श्रीनिवास गौड़ा रातों रात इंटरनेट पर सनसनी बन गए. लोग उन्हें 'देसी बोल्ट' बुलाने लगे. सरकार ने ट्रायल के लिए बुलाया है (तस्वीर ANI)
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17 फ़रवरी 2020 (Updated: 17 फ़रवरी 2020, 05:42 IST)
Updated: 17 फ़रवरी 2020 05:42 IST
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श्रीनिवास गौड़ा. इस वक़्त सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं. किसी ने नाम न भी सुना हो, तो तस्वीर जरूर देखी होगी. भैंसों की जोड़ी साधे, कीचड़ में लंगोट पहने दौड़ता शख्स. कसी हुई देह और पांव में बिजली की रफ्तार. यही श्रीनिवास गौड़ा हैं. लोगों में एक उम्मीद जगाई. हुनर देखकर सरकार की ओर से बुलावा आया, लेकिन उन्होंने ट्रायल देने से इनकार कर दिया है.

# सोशल मीडिया में छाए हैं 'देसी बोल्ट'

गौड़ा के देसी 'एट पैक्स' देखकर आनंद महिंद्रा ने अपने twitter पर लिखा था कि इक बार इस शख्स के शरीर की बनावट देखिए. साफ़ दिखता है कि इसमें जबरदस्त एथलेटिक हुनर है.

कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा पेशे से मजदूर हैं. लोकल स्पोर्ट कम्बाला खेलते हैं. भैंसों के साथ भागना होता है. वो भी कीचड़ वाले खेतों में. इसी कम्बाला की एक तस्वीर वायरल हुई थी. भैंसों की एक जोड़ी साधे श्रीनिवास दौड़ रहे थे. देखने वालों ने बताया कि श्रीनिवास इतना तेज़ दौड़े कि उसैन बोल्ट का 100 मीटर रिकॉर्ड तोड़ दिया. अनजाने में ही. 100 मीटर की दौड़ 9.58 सेकंड में पूरी करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बोल्ट के नाम है. कइयों का दावा था कि गौड़ा 'देसी बोल्ट' हैं. उन्होंने कम्बाला में यही दूरी 9.55 सेकंड में पूरी कर दी. हालांकि अभी तक ये सिर्फ़ दावे हैं. लोगों ने सोशल मीडिया पर हो-हल्ला मचा दिया कि ऐसे एथलीट हीरे को तराशना चाहिए. नाम रोशन करेगा बंदा. आनंद महिंद्रा से लेकर किरण रिजिजू तक गौड़ा के बारे में बात करने लगे.

आनंद महिंद्रा के ट्वीट का जवाब खेल राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने दिया. रिजिजू ने कहा कि श्रीनिवास गौड़ा से SAI (Sports Authority of India ) के कोच बात करेंगे. गौड़ा का ट्रायल करवाया जाएगा. वो ये तय करेंगे कि भारत में कोई भी टैलेंट बिना परखे न रह जाए.

# लेकिन गौड़ा क्या कहते हैं

नहीं. गौड़ा ट्रायल नहीं देंगे. क्यों? इसका जवाब भी गौड़ा ने दिया है. गौड़ा को मालूम है कि वो रातोंरात सोशल मीडिया पर स्टार बन गए हैं. लेकिन उनका कहना है,

'लोग मेरी तुलना बोल्ट से कर रहे हैं. ये बिल्कुल ठीक नहीं है. बोल्ट पेशेवर खिलाड़ी हैं. मैं तो सिर्फ़ खेतों में दौड़ता हूं. मैं इस वजह से तेज़ दौड़ा, क्योंकि मेरी भैंसें तेज़ दौड़ीं. मैं तो सिर्फ़ उनके पीछे भाग रहा था.'

किरण रिजिजू ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि गौड़ा से SAI के अधिकारियों की बात हो गई है. गौड़ा का टिकट करा दिया गया है. अब गौड़ा का ट्रायल लिया जाएगा. यही ट्रायल तय करेगा कि गौड़ा ओलंपिक में खेलने लायक हैं कि नहीं.

# सलाह लेकर आगे बढ़ेंगे

अब श्रीनिवास गौड़ा ने साफ़ कर दिया है कि वो SAI के ट्रायल में नहीं जाएंगे. गौड़ा का कहना है कि खेतों में दौड़ना और ट्रैक पर दौड़ना, इन दोनों में बहुत अंतर होता है. सोमवार, 17 फरवरी को गौड़ा के ट्रायल होने थे. हालांकि गौड़ा सोमवार को बेंगलुरु में तो होंगे, लेकिन ट्रायल देने के लिए नहीं, बल्कि सीएम से मिलने के लिए. गौड़ा का कहना है कि उन्होंने अभी-अभी कम्बाला का सीज़न ख़त्म किया है. इससे वो बुरी तरह से थके हुए हैं. इसलिए ट्रायल के बारे में गौड़ा अपने कम्बाला ट्रेनर से सलाह लेकर आगे बढ़ेंगे.


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