मोदी कैबिनेट में जगह को लेकर NDA में तकरार? अब शिवसेना ने चिराग पासवान का नाम लेकर जताई नाराजगी
इससे पहले NCP के अजित पवार ने भी कैबिनेट में जगह की मांग की थी. 9 जून को शपथ ग्रहण से ठीक पहले नाराजगी जाहिर करते हुए NCP ने राज्य मंत्री के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
![NCP Shiv Sena upset over Minister of State posts say Expected Cabinet birth](https://static.thelallantop.com/images/post/1718020288675_ncp.webp?width=540)
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद केंद्र की NDA सरकार ने 9 जून को शपथ ली. शपथ के बाद से NDA गुट की NCP और शिवसेना (एकनाथ शिंदे) में कैबिनेट मंत्री के पद को लेकर घमासान मचा हुआ है. पहले NCP के अजित पवार ने राज्य मंत्री पद लेने से इनकार कर दिया. अब खबर है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे ने कहा है कि पार्टी को कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी.
एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता प्रताप जाधव को मोदी सरकार 3.0 में राज्य मंत्री बनाया गया है. लेकिन पार्टी इससे ज्यादा की उम्मीद कर रही थी. श्रीरंग बारणे ने कैबिनेट बर्थ को लेकर चिराग पासवान और अन्य नेताओं का नाम लिया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बारणे ने बताया,
“हमें कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद थी. चिराग पासवान को पांच सांसद मिले. जीतन राम मांझी का एक सांसद और जेडीएस के दो सांसद चुने गए, फिर भी उन्हें एक-एक कैबिनेट मंत्रालय मिला. सात लोकसभा सीटें होने के बावजूद, शिवसेना को केवल एक स्वतंत्र प्रभार वाला राज्य मंत्री क्यों मिला? शिवसेना भाजपा की पुरानी सहयोगी है. कम से कम इस कारण शिवसेना को कैबिनेट मंत्रालय मिलना चाहिए था.”
इससे पहले महाराष्ट्र में NDA की सहयोगी NCP के अजित पवार गुट ने भी कैबिनेट में जगह की मांग की थी. 9 जून को शपथ ग्रहण से ठीक पहले नाराजगी जाहिर करते हुए NCP ने राज्य मंत्री के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने इसे "डिमोशन" बताया. अजित पवार ने बताया,
“केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम कर चुके प्रफुल्ल पटेल का मानना है कि स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री का पद स्वीकार करना उचित नहीं है. इसलिए हमने भाजपा से कहा है कि हम कुछ दिनों तक इंतजार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम कैबिनेट मंत्रालय चाहते हैं.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बीच शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार ने कहा कि जो लोग बीजेपी के साथ जाते हैं उनकी ताकत कम हो जाती है. बीजेपी ये संदेश देना चाहती है कि लोकसभा में उन्हें उससे कोई फायदा नहीं हुआ. रोहित ने कहा कि इन सब में प्रफुल्ल पटेल को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है. बोले कि अजित पवार के साथ सबसे 'चतुर' व्यक्ति प्रफुल्ल पटेल हैं.
बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ 9 जून को बैठक हुई थी. इसमें NCP की ओर से कोई नेता मौजूद नहीं था. केंद्र की नई सरकार में शामिल होने के लिए कोई कॉल न आने से NCP सुप्रीमो अजित पवार की नाराजगी की बात सामने आई थी. अजित पवार गुट के सिर्फ एक नेता सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं. वहीं, प्रफुल्ल पटेल पार्टी के राज्यसभा से मेंबर हैं.
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