'अगर विधायक चाहते हैं तो कांग्रेस और एनसीपी का साथ छोड़ने को शिवसेना तैयार', बोले संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि यह तभी होगा जब गुवाहाटी से सभी विधायक मुंबई आकर बात करें

महाराष्ट्र (Maharashtra) में सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि शिवसेना महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन से अलग होने को तैयार है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उन्होंने पार्टी के बागी हुए विधायकों को संदेश देते हुए कहा,
विधायकों को 24 घंटे का समय‘शिवसेना के विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए. वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें. अगर सभी विधायक चाहते हैं कि हम MVA गठबंधन से बाहर आ जाएं तो इस पर भी बातचीत होगी. लेकिन उनको आकर सीएम उद्धव ठाकरे से बात करनी होगी.’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने बागी विधायकों को 24 घंटे का समय देते हुए कहा,
उद्धव ठाकरे ‘वर्षा’ बंगले में वापस आएंगे- राउत‘एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद सभी विधायक अगर यहां आकर कहेंगे कि उनको एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो हम सत्ता छोड़ने के लिए तैयार हैं. लेकिन, पहले आकर बात करें. मैं शिंदे और उनके साथ गुवाहाटी में मौजूद विधायकों को आने वाले 24 घंटे का समय देता हूं.’
शिवसेना नेता संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में ये भी कहा कि गुवाहाटी में मौजूद 21 विधायकों ने उनसे संपर्क किया है और जब वे मुंबई लौटेंगे, तो वे शिवसेना के साथ ही खड़े होंगे. राउत के मुताबिक महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे बहुत जल्द ‘वर्षा’ बंगले में वापस आएंगे.
बता दें कि बुधवार, 23 जून को देर शाम सीएम उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री आवास (वर्षा बंगला) छोड़कर अपने घर (मातोश्री) वापस आ गए थे.
'विधायकों का अपहरण हुआ है'संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि शिवसेना के विधायक अपनी मर्जी से गुवाहाटी नहीं गए हैं, उन्हें जबरदस्ती वहां ले जाया गया है. उन्होंने कहा,
'शिवसेना के विधायकों का अपहरण किया गया है. फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारी जीत होगी.'
संजय राउत के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद विधायक कैलाश पाटिल ने कहा,
'मैं बहुत मुश्किल से वापस मुंबई आया हूं. ऐसे बहुत MLA हैं वहां जो अपनी मजबूरी के कारण वापस नहीं आ पा रहे हैं. हमको जबरन सूरत लेकर जाया गया था. मैं वहां के कई किलोमीटर तक भागा था. हम शिवसेना को धोखा नहीं देंगे.'
बता दें कि शिवसेना विधायक कैलाश पाटिल भी बागी विधायकों के साथ सूरत पहुंचे थे, लेकिन बाद में वे मुंबई वापस आ गए.