संसद घुसपैठ: आरोपी अमोल के पिता ने बताया- कोई काम नहीं दे रहा, सरकार बेटे से बात करवा दे
अमोल के पिता धनराज शिंदे बेटे की याद में एक ऐसी टी-शर्ट पहनी थी, जिसपर भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु की फ़ोटोज़ के प्रिंट्स हैं.

13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा चूक मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक हैं लातूर (महाराष्ट्र) के अमोल. अमोल और नीलम नाम की महिला ने संसद के बाहर रंगीन धुएं छोड़ते हुए प्रर्दशन किया और नारे लगाए थे- ‘तानाशाही नहीं चलेगी.’ अब अमोल के पिता ने मीडिया के सामने आकर कहा है कि सरकार उन्हें उनके बेटे से एक बार फ़ोन पर बात करवा दे. उनके पास रोजमर्रा के लिए पैसे नहीं हैं.
आजतक से जुड़े अनिकेत जाधव की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमोल के पिता धनराज शिंदे बेटे की याद में एक ऐसी टी-शर्ट पहनी थी, जिसपर स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की फ़ोटोज़ के प्रिंट्स थे. उन्होंने बताया कि अमोल बचपन से ही इन तीनों क्रांतिकारियों को फॉलो करते रहे हैं. उनकी किताबें पढ़ते हैं. उन्होंने आजतक को बताया,
“जिस दिन ये घटना हुई है. उस दिन से हम घर के बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं. हमें गांव में कोई भी किसान काम नहीं दे रहा है. किसानों का कहना है कि अगर वो हमें काम पर बुलाएंगे तो पुलिस उनसे भी पूछताछ करेगी. हमें काम नहीं मिल रहा है. हमारे घर में चायपत्ती खरीदने के भी पैसे नहीं हैं. मैंने पहले गांव में कई लोगों से उधारी ली हुई है. इसलिए अब मुझे कोई और उधारी भी नहीं दे रहा है. इन सभी बातों को देखते हुए मेरा सरकार से निवेदन है कि वो हमारी एक बार अमोल से बात करवा दे.”
रिपोर्ट के मुताबिक़, अमोल की मां ने भी बताया कि भगत सिंह की किताबें पढ़कर अमोल कहता था कि वो पुलिस में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहता है.
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कहां से पकड़ा गया छठा आरोपी?इस मामले में अमोल समेत 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. 16 दिसंबर को दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार किया. इंडिया टुडे से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक़, मुख्य साज़िशकर्ता ललित झा घटना वाले दिन महेश के घर से ही भागे थे. ललित और महेश ने मिलकर चारों आरोपियों के फ़ोन नष्ट किए थे. ललित और महेश ने 14 दिसंबर को एक साथ नई दिल्ली इलाके के पुलिस स्टेशन में एक साथ सरेंडर कर दिया था. घंटों तक महेश की पूछताछ चली और इसके बाद उन्हें गिरफ़्तार किया गया.
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस मामले में भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का बयान भी दर्ज किया जाएगा. क्योंकि उनके नाम पर संसद में घुसने वाले दोनों आरोपियों (सागर शर्मा और डी. मनोरंजन) को विजिटर्स पास इशू किए गए थे. दोनों को संसद में कई सांसदों ने पकड़ लिया था. एक अधिकारी ने PTI को बताया,
“इस योजना को अंतिम रूप देने से पहले सभी आरोपियों ने कुछ ऐसे तरीके तलाशे थे, जो सरकार तक अपना संदेश भेजने में और असरदार हो सकते थे. आरोपियों ने सबसे पहले अपने शरीर को फायरप्रूफ जेल से ढककर आत्मदाह करने का विचार किया. लेकिन यह विचार छोड़ दिया. उन्होंने संसद के अंदर पर्चे बांटने के बारे में भी सोचा, लेकिन आख़िर में वो लोग संसद में घुस गए.”
अधिकारी ने आगे बताया कि पुलिस जल्द ही ललित झा को राजस्थान के नागौर ले जाएगी, जहां वह 13 दिसंबर को भागने के बाद रुके थे. उन्हें उस स्थान पर ले जाया जाएगा, जहां उन्होंने अपने और अन्य लोगों के मोबाइल फ़ोन नष्ट करने का दावा किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, महेश कुमावत और ललित झा समेत गिरफ़्तार हुए सभी आरोपियों को सात दिन की जेल भेज दिया गया है.
वीडियो: संसद के आरोपी ललित झा की तस्वीरों को लेकर BJP विपक्ष से सवाल कर रही