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गोमांस, गोहत्या और सावरकर पर मंत्री ने ऐसी बात कही, बवाल कट गया

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने विनायक दामोदर सावरकर को 'गोमांस खाने वाला' बताया है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि सावरकर ब्राह्मण थे, लेकिन उन्होंने कभी अपने आपको खान-पान के प्रतिबंधों में नहीं रखा.

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Savarkar wasn’t against cow slauhter says Karnataka minister (photo-X/@dineshgrao, aajtak)_
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा सावरकर गोहत्या के खिलाफ नहीं थे (तस्वीर:X/@dineshgrao, आजतक)
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सगाय राज
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3 अक्तूबर 2024 (Updated: 3 अक्तूबर 2024, 19:50 IST)
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कांग्रेस नेता और कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने विनायक दामोदर सावरकर पर ऐसे दावे किए हैं जिन पर विवाद हो गया है. दिनेश गुंडू ने दावा किया है कि सावरकर गोहत्या के खिलाफ ‘नहीं’ थे, क्योंकि वह खुद मांसाहारी थे. उनकी इस टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, गांधी जयंती के मौके पर बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में दिनेश गुंडू राव ने बयान दिया, 

“सावरकर न केवल मांस खाने वाले थे, वो गोमांस भी खाते थे, बल्कि सार्वजनिक रूप से इसका प्रचार भी करते थे.”

दिनेश गुंडू ने आगे कहा कि सावरकर ब्राह्मण होने के बावजूद पारंपरिक आहार प्रतिबंधों का पालन नहीं करते थे और आधुनिकतावादी थे. उन्होंने कहा, 

''सावरकर ब्राह्मण थे, लेकिन वह गोमांस खाते थे और मांसाहारी थे. उन्होंने गोहत्या का विरोध नहीं किया. वास्तव में, वह उस विषय पर काफी आधुनिकतावादी थे.”

राव ने सावरकर के विचारों की तुलना महात्मा गांधी के विचारों से भी की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सावरकर की विचारधारा कट्टरवाद की ओर झुकी हुई थी, जबकि गांधी की मान्यताएं लोकतांत्रिक थीं. उन्होंने गांधी और सावरकर की विचारधाराओं में अंतर पर कहा, 

“गांधी हिंदू सांस्कृतिक रूढ़िवाद में गहरी आस्था रखने वाले शाकाहारी थे. वह अपने दृष्टिकोण में एक लोकतांत्रिक व्यक्ति थे.”

अपने संबोधन में दिनेश गुंडू राव ने मुहम्मद अली जिन्ना पर भी टिप्पणी की. दावा किया कि वे एक अन्य चरम का प्रतिनिधित्व करते हैं. राव ने कहा,  

“जिन्ना कभी भी कट्टर इस्लामवादी नहीं थे. जिन्ना मुसलमानों के लिए एक प्रतीक बन गए. वह कभी कट्टरपंथी नहीं थे, लेकिन सावरकर थे.”

बीजेपी का पलटवार 

कांग्रेस मंत्री की सावरकर पर टिप्पणी पर बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया आई है. बीजेपी नेता आर अशोक ने राव के बयान पर सवाल किया कि कांग्रेस हमेशा हिंदुओं को निशाना क्यों बनाती है. उन्होंने कहा, 

''कांग्रेस का भगवान टीपू सुल्तान है. कांग्रेसी लोग हमेशा हिंदुओं को निशाना क्यों बनाते हैं? मुसलमान को क्यों नहीं? कांग्रेस की मानसिकता ऐसी ही है. चुनाव में हिंदुओं ने फैसला दे दिया है. हर हिंदू उन्हें सबक सिखाएगा.”

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर को बदनाम करना शुरू कर दिया और अब अन्य लोग उनकी कहानी को आगे बढ़ा रहे हैं. फडणवीस ने कहा, 

''ये लोग सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते. वे बार-बार सावरकर जी का अपमान करते हैं. सावरकर जी ने गाय के विषय में अपने विचार बहुत अच्छे ढंग से व्यक्त किए हैं. उन्होंने कहा है कि गाय जन्म से लेकर मृत्यु तक किसान की मदद करती है, इसलिए हमने गाय को भगवान का दर्जा दिया है."

बता दें कि सावरकर पर कथित टिप्पणी करने को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि केस दायर किया गया था. हाल ही में इस मामले में नासिक जिले की एक अदालत ने उन्हें तलब किया था. शिकायतकर्ता के अनुसार, राहुल गांधी ने कहा था, “सावरकर बीजेपी और आरएसएस के जिन हैं और उन्होंने हाथ जोड़कर रिहाई के लिए प्रार्थना की. बाद में ब्रिटिश सरकार के लिए काम करने का वादा किया.”

शिकायतकर्ता ने दावा किया कि इन बयानों का उद्देश्य सावरकर को बदनाम करना था.

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